खाज खुजली एक त्वचा रोग है जो कि सरकाप्टस नामक परजीवी के कारण होती है। ये 3.0 मिली मीटर सूक्ष्म कीट होते है जिन्हें घुन कहा जाता है। मादा परजीवी संक्रमण के 2-3 घंटे के भीतर त्वचा के नीचे बिल बनाता है और 2-3 अंडे रोज देता है। 10 दिनों के अंदर अंडे से बच्चे निकलते है और वयस्क कीट बन जाते है. खुजली एक संक्रामक रोग है जोकि एक अपेक्षाकृत छोटे घुन (सरकाप्टस स्क्बी) के द्वारा संक्रमण के कारण होती है। खाज-खुजली में नमक का सेवन हानिकारक है। इसमें फलाहार और शाकाहार लाभदायक है। फलाहार, शाकाहार से रक्त में क्षार तत्व बढ़ जाता है। अगर आप भी खाज-खुजली से परेशान हैं तो नीचे लिखे घरेलू उपाय अपनाएं।
खाज खुजली एक त्वचा रोग है जो कि सरकाप्टस नामक परजीवी के कारण होती है। ये 3.0 मिली मीटर सूक्ष्म कीट होते है जिन्हें घुन कहा जाता है। मादा परजीवी संक्रमण के 2-3 घंटे के भीतर त्वचा के नीचे बिल बनाता है और 2-3 अंडे रोज देता है। 10 दिनों के अंदर अंडे से बच्चे निकलते है और वयस्क कीट बन जाते है. खुजली एक संक्रामक रोग है जोकि एक अपेक्षाकृत छोटे घुन (सरकाप्टस स्क्बी) के द्वारा संक्रमण के कारण होती है। खाज-खुजली में नमक का सेवन हानिकारक है। इसमें फलाहार और शाकाहार लाभदायक है। फलाहार, शाकाहार से रक्त में क्षार तत्व बढ़ जाता है। अगर आप भी खाज-खुजली से परेशान हैं तो नीचे लिखे घरेलू उपाय अपनाएं।
नींबू- नींबू चूसें और नारियल के तेल में नींबू का रस मिलाकर मालिश करें। खुजली में बहुत लाभ होगा।
चमेली का तेल- इसमें नींबू का रस समान मात्रा में मिलाकर मालिश करने से सूखी खुजली में बहुत लाभ होता है।
हरड़- पिसी हुई हरड़ दो चम्मच दो गिलास पानी में उबाल कर छान लें। इसके गर्म पानी से जहां खुजली चलती हो, धोएं रूमाल भिगोकर पोंछे। इससे खुजली चलना बंद हो जाती है।
गेहूं- गेहूं के आटे का लेप करने से चर्म रोग, चर्मदाह, खुजली में लाभ होगा।
चना- चने के आटे की रोटी बिना नमक डाले 64 दिन तक खाने से दाद व खुजली दूर हो जाती है।
दूध- दूध में पानी मिलाकर रूई के फोहे से शरीर पर मलें। थोड़ी देर बाद स्नान कर लें।
जीरा- जीरे को पानी में उबालकर उस पानी से नहाने से बदन की खुजली और पित्ती मिट जाती है।
नीम- इसके सेवन से रक्त साफ होता है। सुबह 25 ग्राम नीम के पानी का रस लेना लाभदायक है।
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