Saturday, September 28, 2013

FeedaMail: Pits News Paper

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अनेक मुलींच्या आयुष्याची अकाली संध्याकाळ होत असताना आपण स्वतःसाठी जगण्यात धन्यता मानत आहोत – मिनल सबनीस

रोज उठाव एक तरी बातमी लहान मुलींवर झालेल्या अत्याचाराची वाचावी. डोक सुन्न व्हाव आणि हे आता असेच चालणार अस मनाला समजावून रोजच्या जगण्यात स्वतःला झोकून द्याव. आपल्या समाजाची मानसिकता तरी बघा कशी. एकीकडे संस्कृतीच्या गप्पा मारतो आपण आणि तिथेच अश्लील चित्रपट आणि असले सिनेमे काढणारी मंडळी , काम करणारे कलाकार ह्यांचा उदो उदो चर्चा करतो. शुध्द देसी रोमान्स सारखे चित्रपट, डर्टी पिक्चर, ग्रांड मस्ती सारखे चित्रपट सभ्य म्हणत समाजात उजळ माथ्याने बघतो आणि त्यातील दृश्यांची खरमरीत चर्चा करतो. भारत एक विकृत समाज बनत चालला आहे का अशी शंका निर्माण होऊ लागली आहे आणि ह्या सगळ्यात प्रत्येक व्यक्ती स्वतःच एक योगदान देत आहे. स्त्रियांची होणारी विटंबना मग ती सिनेमा जाहिराती अथवा इतर ठिकाणीही आपण उघड्या डोळ्याने पाहतो, सवंग चर्चा करतो आणि पुन्हा नवीन घटनेची वाट बघतो. कालांतराने त्यात काय एवढ? अशी मानसिकता जर निर्माण झाली तरी काहीच आश्चर्य वाटणार नाही. विकृत व्यक्तीला खाद्य आणि प्रोत्साहन पुरवणाऱ्या ह्या गोष्टी पण ह्यावर बंदी नाही आपल्याकडे . खर तर ह्या सगळ्यात बळी जाणार्या त्या ईवल्याशा कळ्या त्यांचा विचार आपण कधी करणार आहोत? मला तर स्त्री घटकाच तर प्रचंड आश्चर्य वाटू लागल आहे. आज आपल्या इतक्या छोट्या मुली सुद्धा ह्या समाजात सुरक्षित राहिल्या नाहीत आणि कुठल्या स्वातंत्र्याच्या गप्पा आपण मारत आहोत? एक अविश्वासाच वातावरण निर्माण होत आहे ज्या स्त्रियांना स्वातंत्र्य, शिक्षण मिळाल त्यांनी ह्या बाबतीत पुढे येऊन सरकारवरती काहीच दबाव आणू नये? सरकार मध्ये असलेल्या अनेक स्त्रिया कशासाठी निवडून दिल त्यांना? फक्त पक्षाच काम करण्यासाठी? एक स्त्री म्हणून काहीच व्यक्तिगत जबाबदारी नाही का त्यांची? ह्या देशातील न्यायव्यवस्था गुन्हेगाराला शिक्षा न देता ज्याच्यावर अत्याचार झाला आहे त्यालाच विलक्षण मानसिक त्रास देणारी ठरत आहे. एक शांत सुधृढ समाज ही आपली जबाबदारी आहे. आपली मुल आणि मुली अशा समाजात मोठी व्हायला हवीत जिथे त्यांना सुरक्षा आणि स्वातंत्र्य दोन्ही गोष्टी मिळतील पण भारतात आता ह्याच गोष्टी दुरापास्त होत आहेत. अत्यंत खेदजनक गोष्ट आहे की आपला समाज मुर्दाड होत चालला आहे. निर्भायासारख्या अनेक मुलींच्या आयुष्याची अकाली संध्याकाळ होत असताना आपण स्वतःपुरत स्वतःसाठी जगण्यात धन्यता मानत आहोत. स्त्री भृण हत्येविषयी तकरार आणि चर्चा करण्याचा खरच आपल्याला काहीच अधिकार नाही आहे हे मात्र खर…

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जेनिफर लोपेज नहीं करेंगी फिल्म 'द 33'

लॉस एंजेलिस : अभिनेत्री जेनिफर लोपेज ने फिल्म 'द 33' छोड़ दी है. यह फिल्म चिली में एक खादान में दो महीनों तक फंसे रहे लोगों के बचने की घटनापर आधारित है. गौरतलब है कि मनोरंजन ब्लॉग 'डेडलाइन' के अनुसार अभिनेत्री और गायिका जेनिफर की टीवी कार्यक्रम 'अमेरिकन आइडल' में वापसी होगई है जिसकी वजह से वह यह फिल्म नहीं कर पा रही हैं.

फिल्म 'द 33' मेक्सिको की पेट्रीसिया रीजेन द्वारा निर्देशितकी जा रही है. इसमें एंटोनियोबैंडेरस और मार्टिन शीन मुख्य भूमिका में नजर आएंगे. आपको बता दें कि बैंडेरस एक खदान में काम करनेवाले मारियो सेपल्वेरा के किरदार में नजर आएंगे. 2010 में अताकामा रेगिस्तान में हुई खदान दुर्घटना के समय मारियो सेपल्वेरा को 'सुपर मारियो' नाम दिया गयाथा. यह फिल्मसैन जोस खदान में हुई दुर्घटना को करीब से दिखाएगी.

गौरतलब है कि सैन जोसखदान के खनिक 70 दिनों तक लगभग 700 मीटर जमीन के नीचे फंसे रहेथे जिन्हें अक्टूबर 2010 में बाहर निकाला गया था.  फिल्म की पटकथा खनिकों के सहयोगसे लिखी गई है जिसे फिल्म के लिए क्रेग बॉर्टन फिर से लिखेंगे.

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नरेंद्र मोदी की होगी यूपी में धमाकेदार एंट्री – भाजपा

लखनऊ : भाजपा आनेवाले चुनाव की तैयारियों को लेकर कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहती. गौरतलब है कि भाजपा कोई गलती ना करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के सहारे लोकसभा चुनाव में यूपी से 40 से ज्यादा सीटें हासिल करने की बातों को सिर्फ हवा में नहीं उड़ाना चाहती बल्कि इसको सच भी करना चाहती है. गौरतलब है कि मोदी के करीबी सहयोगी व प्रदेश प्रभारी अमित शाह ने सभी नेताओं से यह बात साफ कर दी है कि पार्टी सिर्फ हवा के सहारे न रहे बल्कि मेहनत भी करे. यही वजह है कि भाजपा यूपीमें मोदी की धमाकेदार एंट्री कराना चाहती है इसलिए सभी नेताओं ने रात दिन एक कर दी है.

बता दें कि सूत्रों के अनुसार अगर मोदी की रैली में एक लाख लोगों से कम की भीड़ जुटी तो लोगों में गलत संदेश जाएगा. इसलिए सभी नेताओं को जरा भी चूक की गुंजाइश न छोडऩे की हिदायत दी है. इस पूरे काम की मॉनिटरिंग अमित शाह के जिम्मे है. गौरतलब है कि इससे पहले दशहरा और बकरीद का त्योहार एक दिन के अंतराल पर पडऩे के कारण भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार मोदी की कानपुर में होने वाली उत्तर प्रदेश की पहली चुनावी रैली अब निर्धारित तारीख 15अक्टूबर से आगे बढ़ा दी गई है. उल्लेखनीय है कि रैली की नई तारीख का ऐलान बाद में होगा जो संभवत 19 या 20 अक्टूबर को हो सकती है.

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दीपिका – रणबीर का किसिंग सीन हुआ लीक

मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : इन दिनों बननेवाली फिल्मों में इंटीमेट सीन देना बहुत आम सी बात हो गई है. लगभग हर फिल्म में बोल्ड और किसिंग सीन होते हैं और कलाकार भी ऐसे सीन फिल्माए जानेसे परहेज नहीं करते.

अब खबर है किसंजय लीला भंसाली निर्देशित फिल्म 'रामलीला' में रणबीर सिंह और दीपिका पादुकोण पर एक बेहद हॉट किसिंग सीन फिल्माया गया है. जिसमें इनकी केमिस्ट्री बहुत धमाल की नज़र आ रही है.

इतना ही नहीं सूत्रों के अनुसार दोनों कलाकारों के बीच फिल्म में कई बोल्ड सीन फिल्माए गए हैं. हालांकि देखना दिलचस्प होगा कि यह सीन फिल्म में बने रहते हैं या उनपर सेंसर बोर्ड की कैंची चलती है.

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एन.डी.तिवारी नहीं रख सके खुद पर काबू और महिला संग करने लगे जबरन डांस

लखनऊ : लखनऊ में शहीदों की याद में उदय भारत संस्था की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रह चुके नारायण दत्त तिवारीको मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया गया था. कार्यक्रम में शहीदों को देशभक्ति गीत-संगीत, नाटक और नृत्य के जरिये श्रद्धांजलि दी जा रही थी.

इसी दौरान एन.डी.तिवारी भी मंच पर चढ़ गए और ‘कदम-कदम बढ़ाए जा खुशी के गीतगाए जा’ देशभक्ति गीत गाने लगे. तिवारीके इस तरह गाना गाने पर लोगों ने खूबतालियां बजाईं. लेकिन इन तालियों के बीच एन.डी.तिवारी ऐसा कुछ कर बैठे कि लोग आश्चर्यचकित हो गए और वहां अजीबो गरीब स्थिति पैदा हो. दरअसल एन.डी.तिवारी कार्यक्रम का संचालन कर रहीं महिला को पकड़कर जबरन डांस करने लगे. आयोजकों ने जैसे-तैसे बुजुर्ग नेता को वापस सीट पर बैठाया और हालात को संभाल लिया.

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बड़े पर्दे के स्टार नहीं छोड़ पाए मोह छोटे पर्दे का

मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : बड़े पर्दे पर धूम मचाने के बाद, बॉक्स ऑफिस के बड़े स्टार अब टीआरपी के लिए दांव खेलते हुए नज़र आएंगे. बड़े सितारों को छोटे पर्दे का मोह अपनी तरफ खींच ही लाया. गौरतलब है कि अब हिंदी सिनेमा जगत में अपने नाम का डंका बजानेवाले कई बड़े खिलाडी छोटे पर्दे पर एक दूसरे को टक्कर देने के लिए तैयार हैं. दर्शकों में अपने चहीते कलाकारों के लिए उत्सुकता बढ़ते जा रही है क्योंकि दबंग सलमान खान, बॉलीवुड के महानायक अमिताब बच्चन के साथ ही अनिल कपूर, मल्लिका शेरावत व सेक्स सनसनी सनी लियोन भी छोटे पर्दे पर आने को आतुर हैं.

आपको बता दें कि माधुरी का 'झलक दिखला जा' पहले ही श्रोताओं में अपनी पहचान बना चुका है और इसी बीच अमिताभ बच्चन ने 'के.बी.सी.' के जरिए कौन बनेगा करोड़पति के 7 वें एडिशन की शुरूआत कर दी है. अब बारी है बड़े पर्दे के दबंग और छोटे पर्दे के बिग बॉस की. सलमान खान ने बिग बॉस 7 के जरिए छोटे पर्दे पर फिर दस्तक दे दी है. इसी के साथही 4 अक्टूबर से अनिल कपूर भी अपने शो '24' से धमाल एंट्री करनेवाले हैं. इनके अलावा मल्लिका शेरावत, सनी लियोन के साथ छोटे पर्दे पर दस्तक देनेवाली हैं.

हालांकि अनिल कपूर बहुत ही अलग अंदाज में छोटे पर्दे पर आनेवाले हैं. इंडियन टी.वी. का यह अनोखा कांसेप्ट होगा. उनका शो अमरीकन इंटरनेशनल शो '24′ का इंडियन वर्जन है. इसे 24 एपिसोड में दिखाया जाएगा, जिसमें राहुल गांधीकी तरह दिखने वाले एक नेता को 24 घंटे के अन्दर बचाना होगा. इस शो में अनिलकपूर के साथ टिस्का चोपड़ा, राहुल खन्ना नजर आएंगे. कलर्स पर दिखनेवाले इस शो में डायरेक्टर, डायलॉग राइटर बॉलीवुड से लिए गए हैं. इसके डायरेक्टर अभिवन देव ने इससे पहले दिल्ली विल्ली, गेम जैसी फिल्में की हैं.

इस शो को टक्कर देने के लिए मल्लिका शेरावत सेक्स सनसनी सन्नी लियोन के साथ नजर आएंगी. वैसे भी मल्लिका का स्वयंवर देखना शायद ही कोई मिस करनाचाहे. लाइफ ओके पर आनेवाला यह विदेशी शो 'द बैचलर' का इंडियन वर्जन है.

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बॉक्स ऑफिस पर अश्लील फिल्मों की बहार

चंडीगढ़ : इन दिनों फिल्में किसिंग सीन और इंटीमेट सीन के नाम पर चलाए जाते हैं. फिल्म का प्रमोशन ही बोल्ड कंटेंट को लेकर किया जाता है. हालांकि ऐसे में सेंसर बोर्ड की जिम्मेदारी बनती है कि डबल मिनिंग और बहुत ज्यादा बोल्ड कंटेंटवाली फिल्मों को केवल 'ए' सर्टिफिकेट देकर पास किया जाना चाहिए या नहीं? क्या सिर्फ 'ए' सर्टिफिकेट देने से उनकी जिम्मेदारी खत्म हो जाती है.

आपको बता दें कि फिल्म 'ग्रैंडमस्ती' पर विवादित दृश्यों के कारण रिलीज करने पर लगी रोक पर डबल बेंच ने रोक को हटा दिया था लेकिन इस फिल्म को लेकर हाईकोर्ट के सिंगल बेंच ने रोक लगाई थी. हालांकि सिंगल बेंच इस मामले पर सुनवाई करेगा कि क्या अश्लीलफिल्मों को 'ए' सर्टिफिकेट देकर रिलीज कर देना कर काफी है? क्या इन फिल्मोंके प्रति सेंसर बोर्ड को कड़ा रवैय्या नहीं अपनाना चाहिए? इसी मामले को लेकर सिंगल बेंच अब सुनवाई करेगा.

बता दें कि रोपड़ के रहनेवाले वकील दिनेश चड्डा ने याचिका दाखिल की थी जिसमें कहा था कि, 'विवेक ओबरॉय, आफताब शिवदासनी व रितेश देशमुख अभिनीत फिल्म 'ग्रैंडमस्ती' को 'ए' सर्टिफिकेट देकर रिलीज करने की मजूंरी सेंसर बोर्ड ने दे दी है. उन्होंने कहा इस तरह की फिल्म अनैतिक मूल्यों को बढ़ावा देती है और इस तरह की विवादित दृश्योंवाली फिल्म पर रोक लगनी चाहिए.

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भाजपा – टीडीपी ने मिलाया हाथ

भाजपाने चुनावी जीत के लिए बढ़ाया एककदम और आगे
भाजपा – टीडीपी ने मिलाया हाथ… चंद्रबाबू नायडू होंगे एनडीए के संयोजक?

नई दिल्ली : मिशन 2014 के लिए भाजपा ने कमर कस ली है. आम चुनावों के पास आते ही नरेंद्र मोदी अपनी जीत की लड़ाई के लिए साथियों की तलाश में जुट गए हैं. गौरतलब है कि भाजपा भी यह बखूबी समझती है कि वह अकेले अपने दम पर 272 का जादुई आंकडा़ आसानी से हासिल नहीं कर सकती है इसलिए वह साथियों की तलाश में है. भाजपाने कर्नाटक में बी.एस.येदयुरप्पा, झारखंड में बाबूलाल मरांडी, हरियाणा में ओम प्रकाश चौटाला और आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू को अपने साथ जोडऩे का प्रयास करना शुरू कर दिया है.

आपको बतादें कि भाजपा ने फिलहाल तेलंगाना को लेकर टीडीपीको कोई आश्वासन देने के बदले साफ कर दिया है कि वह अपने इस रुखमें थोड़ाभी बदलाव नहीं ला सकती. वहीं जेडी(यू) के एनडीए से नाता टुटने के बाद मोदी के मिशन में चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी(टीडीपी) के रूप में भाजपा का एक पुराना साथी साथ दे सकता है. बतादें किग ठबंधन के लिए करीब-करीब सहमति बन चुकी है, केवल तेलंगाना ही मुद्दा ही गले की फंस बनता दिखाई दे रहा है. चंद्रबाबू चाहते हैं कि भाजपा तेलंगाना के मुद्दे पर अपने रुख में नरमी लाए.

आपको बता दें कि टीडीपी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह से मुलाकात की. औपचारिक रूप से तो यह मुलाकात तेलंगाना और सीमांध्र में पनपे तनाव को लेकरथी लेकिन दोनों के बीच चुनावी गठबंधन पर चर्चा हुई. उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी काल में अपने समर्थन का हवाला देते हुए कहा कि, '’देश संकट में है. हम सकारात्मक भूमिका निभाएंगे.' नायडू  ने कहा कि, 'देश में स्थिरता, नीति में स्पष्टता और निवेशकों के मन में विश्वासलाने के लिए केंद्र में सत्ता परिवर्तन जरूरी है.  कांग्रेस देश को जाति, धर्म और क्षेत्र के नाम पर बांट रही है. देश और अर्थव्यवस्था को पटरीपर लाने के लिए हमें एक स्थिर सरकार की जरूरत है.

देखते हैं इस बार किस पार्टी की कोशिश जनता को लुभा पाती है और जनता किसको सत्ता का सुख भोगने का मौका देती है.

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भारत में बैठी विदेशी महिला ने मुझे फंसाया है – रामदेव बाबा

लंदन : ब्रिटेन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर सीमा शुल्क विभाग द्वारा रोके जाने पर रामदेव बाबा कहा कि उन्हें जानबूझकर परेशान किया जा रहा है और उनके खिलाफ कोई साजिश की जा रही है. कांग्रेस पर कटाक्ष करने के लिए प्रख्यात रामदेव बाबा ने सोनिया गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत में बैठी विदेशी महिला के कहने पर मुझे रोका गया है.

आपको बता दें कि रामदेव ने कहा कि, 'मैंने अपने जीवन में कुछ भी गलत या गैरकानूनी नहीं किया है. मैंने उनसे रोके रखने का बार-बार कारण पूछा लेकिन उन्होंने मुझसे कहा कि वे यह मुझे नहीं बता सकते.' उल्लेखनीय है कि रामदेव ब्रिटेन में पतंजलि योग पीठ(यूके) ट्रस्ट की ओर से आयोजित योग शिविर और परिचर्चा की अध्यक्षता करने के लिए लंदन पहुंचे थे. इतना ही नहीं रामदेव बाबा ने इस मामले में कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने मोदी का साथ दिया इसीलिए कांग्रेस ने उनको निशाना बनाया.

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राम जेठमलानी की दो पत्नियां और कई गर्लफ्रेंड है – सुब्रह्माण्यम स्वामी

नई दिल्ली : भाजपा नेता सुब्रह्माण्यम स्वामी ने दावा किया है कि समान नागरिक संहिताकी बात करनेवाले पूर्व कानून मंत्री राम जेठमलानी की खुद की दो पत्नियां और कई गर्लफ्रेंड हैं. स्वामी ने कहा कि, 'मैं उनकी आलोचना नहीं कर रहा हूं, यह उनका अधिकार है, लेकिन कानून की दुहाई देने वाले जेठमलानी खुद कानून के खिलाफ काम कर रहे हैं. एक समान नागरिक संहिता की बात करने पर मैंने यह बात छेड़ी है.'

आपको बता दें कि सुब्रह्माण्यम स्वामी मराठी पत्रकार संघ द्वारा आयोजित समारोह में एक पुस्तक के विमोचन के अवसर पर समान नागरिक संहिता विषय पर बोलते हुए यह टिप्पणी की. गौरतलब है कि जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रह्माण्यम स्वामी  हालही में 2014 के लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए भाजपा में शामिल हुए हैं.

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सातवें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी, 80लाख कर्मचारियों को होगा लाभ

नयी दिल्ली : आगामी विधानसभा चुनावों और 2014 में होने वाले आम चुनावों को मद्देनज़र रखते हुए केंद्र सरकार जनता को खुश करने में लगी हुई है. यही वजह है कि आनेवाले चुनावों से ठीक पहले केंद्रसरकार ने अपने कर्मचारियों के लिए सातवें वेतन आयोग के गठन की घोषणा कर दी है जिससे केंद्र के करीब 80 लाख कर्मचारी एवं पेंशन भोगी लोगों को फायदा होगा. गौरतलब है कि वित्त मंत्री पी.चिदंबरम ने एक बयान में कहा किम, 'प्रधानमंत्री मनमोहन सिंहने 7 वें वेतन आयोग के गठन का प्रस्ताव मंजूर कर लिया है. इसकी सिफारिशें एक जनवरी, 2016 से लागू होने की संभावना है.'

आपको बतादें कि सरकार ने सातवें वेतन आयोग के गठन की घोषणा ऐसे समय में की है जब नवंबर में 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव और अगले साल आम चुनाव होनेवाले हैं. वेतन आयोग की सिफारिशों से करीब 50 लाख केंद्रीय कर्मचारी और 30 लाख पेंशनभोगी लाभान्वित होंगे. गौरतलब है कि सरकार अपने कर्मचारियों के वेतनमान में संशोधन करने के लिए हर दस साल में वेतन आयोग का गठन करती है और अक्सर राज्यों द्वारा कुछ संशोधन के साथ इन्हें अपनाया जाता है. इस संबंध में चिदंबरम का कहना है कि चूंकि आयोग को अपनी सिफारिशें तैयार करने में करीब दो साल का समय लगता है इस लिए सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें 1 जनवरी,2016  से लागू किए जाने की संभावना है.

उल्लेखनीय है कि इससे पहले 6 ठे वेतन आयोग की सिफारिशें 1 जनवरी, 2006 से लागू की गई थीं. उन्होंने कहा कि 7 वें वेतन आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों के नाम को प्रमुख भागीदारों के साथ चर्चा के बाद जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा.

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सुहागरात पर वियाग्रा खाने से हो गई मौत

सनाज़ : यूं तो दुनिया में हर कोई अपनी शादी की पहली रात यानी सुहागरात को खास और यादगार बनाना चाहता है और इसके लिए कई कपल्स कई तरीके भी अपनाते हैं. लेकिन ऐसी ही एक कोशिश ने एक व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया. गौरतलब है कि इस शख्स ने सुहागरात पर यह सोचकर पांच वियाग्रा एक साथ खा लीं कि यह गोलियां उनकी सुहागरात को यादगार बना देंगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

जानकारी के अनुसार शादी की रात जब सारे मेहमान अपने घर चले गए तो यह जोड़ा घर के अंदर गया. इस शख्स ने कमरे में जाने से पहले ही वियाग्राकी पांच गोलियां खा लीं. जिसके बाद उसके कमरे में पहुंचतेही गर्मी लगने लगी और वो पसीने से भीग गया. कुछ समय बादही वह बेहोश होकर गिरपड़ा. दुल्हे को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

उल्लेखनीय है कि चिकित्सा जगत में ऐसे कई अध्ययन हो चुके हैं जिनमें वियाग्रा को ‌हार्ट अटैक से जोड़कर देख जाता है.

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अध्यादेश के जरिए दागी नेताओं को बचाने की कोशिश – अरविंद केजरीवाल

नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी(आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल गत 27 सितंबरको अपने साथियों सहित राष्ट्रपति भवन प्रणब मुखर्जी से मिलने गए. उनकी इन तमाम कोशिशों को देखते हुए लगता है कि अरविंद केजरीवाल व्यवस्था में सुधार करने के लिए जुट गए हैं. गौरतलब है कि राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने प्रणब मुखर्जी से मांग की है कि वे अध्यादेश पर हस्ताक्षर न करें. अध्यादेश पर हस्ताक्षर के लिए इतनी हड़बड़ी क्यों है. उन्होंने कहा कि यह दागी नेताओं को बचाने की कोशिश है और इस अध्यादेश को लेकर लोगों में गुस्सा भी है.

आपको बता दें कि अयोग्य ठहराए जाने के खतरों का सामना कर रहे दोषी ठहराए गए सांसदों और विधायकों को बचाने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गत मंगलवार को एक अध्यादेश को हरी झंडी दिखाई थी. इसी संबंध में आप के अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल ने गत बुधवारको कहा था कि उनकी पार्टी इस कदम को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती देगी.

केजरीवाल ने कहा कि, 'यदि अध्यादेश पारित हुआ तो हम उसे सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती देंगे. 'आप' के नेता और मशहूर वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि, 'सर्वोच्च न्यायालय के अनुसार आम आदमी और सांसद के लिए कानून अलग – अलग नहीं हो सकता. यह अध्यादेश उस आदेश के खिलाफ है.'

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महाराष्ट्र सरकार का भ्रष्टाचार जोड़ो अभियान?
और कितने चिखलीकर, पठान और खाड़े भ्रष्टाचार के मैदान में उतारेगी?
2010 से लेकर 108 भ्रष्टाचारियों के ऊपर कार्यवाही करने के लिए महाराष्ट्र सरकार की इजाजत नहीं….

मुंबई(चंदन पवार) Email:chandanpawar.pits@gmail.com

महाराष्ट्र के पृथ्वीराज चव्हाण को क्लीन सीएम कहा जाता है. जबसे वह मुख्यमंत्री बने हैं तबसे लोगों को लग रहा था कि अब भ्रष्टाचार पर जरूर लगाम लगेगा परंतु जिस तरह दिन ब दिन भ्रष्टाचारियों की कुंडलियां बाहर आती जा रही है, उसे देख लोग अब कहने लगे हैं कि महाराष्ट्र सरकार अब भ्रष्टाचारियों का संरक्षण करने में लगी है? साल 2010 से लेकर अब तक 108 सरसे लेकर पाव तक सोने से लदे और पैसों में डूबे भ्रष्टाचारियों के ऊपर कार्रवाई करने के लिए सरकार ने इजाजत नहीं दी है. इसलिए इन सब भस्मासुरों के ऊपर अब तक चार्जशीट दाखिल नहीं हो पाई है. तो क्या जनता अब यह समझे कि महाराष्ट्र सरकार का भ्रष्टाचार जोड़ो अभियान जोरों सेचल रहा है.

अभी अभी औरंगाबाद के बांधकाम विभागके कार्यकारी अभियंता गजानन खाडे को 17 सितंबरको 50 हजार रूपयोंकी रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया है. यह सिर्फ एक व्यक्ति नहीं है जिसने भ्रष्टाचारमें महारत हासिल की है. महाराष्ट्र में ऐसे कई चिखलीकर और पठाण खुलेआम सरकार की नाक के नीचे भ्रष्टाचार की इमारतें खड़ी करने के बाद भी बीना डरे खुलेआम घूम रहे हैं. उनको मालूम है या यह कहें पक्का विश्वास है कि 2010 से कई अधिकारी भ्रष्टाचार में पाए गए, उनके ऊपर अब तक चार्जशीट दाखिल नहीं हो पाई है इसलिए इनका मानना हैकि कौन माई का लाल है जो हमारे ऊपर कार्रवाई करेगा, इसलिए इन जैसों का हौसला दिन ब दिन बढ़ रहा है. बांधकाम नाशिक विभाग के अभियंता सतिष चिखलीकर के पास करोड़ों की माया मिलने के बाद भी आजतक इसके ऊपर चार्जशीट दायर नहीं हो पाई है. इसी तरह वक्फ बोर्ड का सीईओ एन.डी.पठान को भी 30 जून को 30 हजार की रिश्वत लेते हुए पकड़ा था. वह दो महीने जेल में था. तब उसके पास पुलिस को 1 करोड़ 39 लाख नकद और पांच करोड़ की संपत्ति मिली थी. परंतु इसके खिलाफ भी चार्जशीट दायर ना हो सकी और दो महीनों में पठान जेल के बाहर आ गया. तो अब बताईए किसको भ्रष्टाचार करने से डर लगेगा.

एन्टी करप्शन प्रतिबंध कानून के अनुसार सरकारी कर्मचारियों के ऊपर भ्रष्टाचार का केस दाखिल हुआ तो उनके ऊपर चार्जशीट दायर करने के लिए उस विभाग के प्रमुख की इजाजत लेनी होती है. परंतु उस विभाग की तरफ से इजाजत नहीं मिलती है. इस बात से आप अंदाजा लग सकते हैं कि भ्रष्टाचार की जड़े कितनी मजबूत है. भ्रष्टाचार सिर्फ एक आदमी तक ही नहीं सीमित हैं बल्कि उपर से लेकर कार्यालय के चपरासी तक इसकी चेन होती है. सरकार अगर दिल से चाहे तो आज कई विभाग के अधिकारी जेल में पत्थर फोड़ते हुए नजर आएंगे, परंतु सामान्य आदमी यह भी जानता है कि भ्रष्टाचार करनेवाले अधिकारियों के ऊपर किसका हाथ है? चुनाव के समय जनता के सामने जाकर बड़ी बड़ी बातें करनेवाले यह कुछ लोक प्रतिनिधि जब ऐसा भ्रष्टाचार का केस सामने आता है तो चुप क्यों बैठ जाते हैं? इनके मुंह से एक भी शब्द क्यों बाहर नहीं आता है? इनकी यह दशा यही साबित करती है कि भ्रष्टाचार करनेवाले तो सिर्फ मोहरे हैं. उनके पीछे इनको दिशा दिखानेवाले कोई और ही होते हैं.

भ्रष्टाचार के केस में चार्जशीट दायर करने के लिए सरकार की इजाजत ना लेनी पड़े इसके लिए औरंगाबाद खंडपीठ ने एक याचिका दायर की गई थी तब महाराष्ट्र सरकार ने न्यायालय में जल्द ही भ्रष्टाचारियों के ऊपर चार्जशीट दायर की जाएगी इस तरह का शापथपत्र दिया गया था परंतु उसे देकर भी आज डेढ़ साल हो गया है. इससे 100% यही साबित होता है कि महाराष्ट्र सरकार में बैठे अपने आप को जनता के मालिक समझनेवाले (असल में वह जनता के सेवक है, यह भूल गए हैं) कदापि नहीं चाहते हैं कि भ्रष्टाचारी अधिकारियों के ऊपर चार्जशीट दायर हो. इनकी मंशा अगर साफ होती और यह पाक दिल होते तो 2010 से लेकर अब तक इन्होंने भ्रष्टाचारियों के ऊपर चार्जशीट क्यों दाखिल नहीं होने दी? और शपथपत्र देकर डेढ़ साल गुजर गए फिर भी इन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की, यह ऐसा क्यों? इसका जवाब सरकार को जनता को देना पड़ेगा, अब वक्त बदल गया है. अब जनता को आप पैसों से नहीं खरीद सकती है. इन्होंने अब अपने मन में पक्का ठान लिया है कि 2014 के चुनावोंमें वह उन लोगों का डिपॉजिट जप्त करवा देनेवाले हैं जो अपने चुनाव क्षेत्र को अपना 'बाले किल्ला' कहते हैं. जहां उनकी जीत पक्की मानी जाती है. वह लोगों का इशारा जल्द समझ लें क्योंकि दिन बदल गए हैं. आज महाराष्ट्र की युवा पीढी में वह दम आ गया है जो सत्ता को पलट कर सकती है. और जिनका कहना है बस, अब बहुत हो गया है.

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भारत अमन की चाह में और पाकिस्तान खेल रहा है आतंकी खेल

नई दिल्ली : जम्मू कश्मीरमें हुए दोहरे हमले को देखते हुए यही लगता है कि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आएगा. दोस्ती की आड़ में पाक अपना घिनौना खेल जारी रखे हुए है. पाकिस्तान के इस दोहरे मापदंड की चारो तरफ निंदा हो रही है. भाजपा ने पाक की निंदा करते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि पाकिस्तान आतंकवादके माध्यमसे जब चाहे अपनी मर्जी से हमला करने की रणनीति जारी रखे हुए है.

जम्मू के कठुआ जिले में पड़ने वाले हीरानगर पुलिस स्टेशन पर आंतकी हमले के समाचार प्राप्त हुए हैं। इस हमले में पांच पुलिसकर्मियों समेत छह लोगों के मारे जाने की खबर है। जानकारी के अनुसार हमलावर सेना की वर्दी में सुबह करीब 6:30 बजे हीरानगर थाने में दाखिल हुए और उन्होंने पुलिसकर्मियों पर हमला बोल दिया। सूत्रों ने बताया, आतंकवादियों ने हीरानगर पुलिस थाने में हमले के लिए ग्रेनेड और स्वचालित हथियार का इस्तेमाल किया।

बताया जा रहा है कि 3 आतंकवादी जिस ऑटो रिक्शा में सवार होकर हीरानगर थाना पहुंचे थे, उसके ड्राइवर को भी उन्होंने मार दिया। इसके अलावा 3 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हमला करने के बाद वे ट्रक से फरार हो गए। हमले के वक्त ट्रक उसी थाने के बाहर मौजूद था। इस हमले में ट्रक ड्राइवर की भी मौत हो गई।

कठुआ में हीरानगर पुलिस स्टेशन पर हमला करने के बाद ट्रक से फरार हुए आतंकवादियों का गुट जम्मू से 40 किमी दूर सांबा पहुंचकर जबरन आर्मी कैंप में घुस गया और उन्होंने सेना के कैंप पर धावा बोल दिया. तथा पुलिस स्टेशन पर आतंकवादियों ने भारी हथियारोंसे लैस होकर सेना की वर्दी में हमला किया जिसमें एक लेफ्टिनेंट कर्नल तथा छह अन्य सुरक्षाबलों समेत आठ लोग मारे गए ।

प्रकाश जावड़ेकर
(भाजपा प्रवक्ता): 'प्रधानमंत्री ने 26\11 के हमले के बाद और दो जवानों के सिर काटे जाने के बाद दोनों सदनों के जरिए स्वयं देश को भरोसा दिलाया था कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ कमसे कम कार्रवाई नहीं करता तब तक हम दूसरी बार उससे वार्ता नहीं करेंगे.'


राजनाथ सिंह
(भाजपा अध्यक्ष) : 'जम्मू में पुलिस और सेना पर हुए आतंकी हमले की निंदा करता हूं. आतंकी अपनी इच्छानुसार देश पर हमलाकर रहे हैं.' आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पाकिस्तान से बातचीत शुरू करने की हड़बड़ी में है. हालांकि भाजपाका मानना है कि माहौल सुधरने तक पाक से कोई बातचीत नहीं होनी चाहिए.


मुख्तार अब्बास नकवी
(भाजपा उपाध्यक्ष) : 'अमन की बात और आतंक की बंदूक एक साथ नहीं चल सकते. हम अमन की बात कर रहे हैं और पाकिस्तान आतंक का शैतानी खेल खेल रहा है. पाकिस्तान आतंक की फैक्ट्री बना हुआ है जहां आतंकवादियों का उत्पादन हो रहा है. वह भारत में शैतानी हरकतोंको अंजाम दे रहे हैं.'


यशवंत सिन्हा
(भाजपा नेता) : ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि इस माहौल में पाकिस्तान से बातचीत नहीं होनी चाहिए.

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लाईफ स्टाइल – पिंपल से बचें और दिखें खूबसूरत

चेहरे पर मुहांसों के आने से लड़कियां काफी परेशान रहती हैं और उन्हें छुपाने के लाख कोशिश करती हैं. कभी कभी वह मुहांसों से इतनी परेशान हो जाती हैं कि बाहर जाना ही छोड़ देती हैं और दोस्तों से मिलना भी कम कर देती हैं. मुहांसो से बचने के लिए वह फेसपैक का इस्तेमाल करती हैं और आईनेमें बार बार चेहरे को देखते रहना उनकी रूटीन में शामिल हो जाता है.

हर लड़की यही चाहती है कि उसके चेहरे पर कभी पिंपल्स ना आएं और उसका चेहरा दाग धब्बा रहित रहे लेकिन यह भी एक सच है कि हर एक लड़की को इसका सामना करना पड़ता है. यही वजह है कि चेहरे पर एक भी मुहांसा निकलते ही लड़कियों को काफी टेंशन हो जाती है. इससे बचने के लिए लड़कियां अपने सहेलियों से इसके बारे में पुछेंगी, नेट पर सर्च करेंगी, हर ज्ञापन को ध्यानसे देखेंगी और फिर उन सबको अपने चेहरे पर आजमाएंगी भी और इस तरह की तमाम कोशिश के बावजूद मुहांसे चेहरे पर अपने दाग छोड़ जाते हैं. आईए आपको बताते हैं मुहांसे आने के सामान्य कारण और कैसे इससे बचा जा सकता है.

मुहांसों का कारण : चेहरे की तैलीय त्वचा के कारण मुहांसों की परेशानी भी अधिक उठानी पड़ती है. कई बार तनाव के कारण भी चेहरे पर मुहांसे आ जाते हैं क्योंकि इसमें शरीर का कोर्टिसोल नामक हार्मोन त्वचा को तैलीय बना देता है. यदि आप तनाव में ज्यादा रहती हैं तो पहले इसे दूर करें. इसके साथ ही आप आप घर परही क्लींजर से लेकर फेसपैक तक बनाकर मुहांसों की समस्या से छुटकारा पा सकती हैं. आईए बताते हैं कैसे आप घर बैठे ही बना सकती हैं इन चीजों को.

क्लींजर : आप मॉयश्चराइजर चुनते समय जब कोई गलती नहीं करतीं तो क्लींजर को चुनते समय भी कोई लापरवाही ना बरतें. सही क्लींजर का इस्तेमाल ही त्वचा को सही तरीके से साफ करता है. यदि चेहरे की त्वचा सही ढंग से साफ नहीं होगी तो वह ड्राई तो होगी ही, इसके साथ ही मुहांसों की आशंका भी बढ़ जाएगी.

गौरतलब है कि हल्दी, चंदन और नींबू युक्त क्लींजिंग मिल्क ही प्रयोग में लाएं. यदि त्वचा रूखी है तो बादाम और ऑलिव ऑयलवाले क्लींजिंग मिल्क का इस्तेमाल करना ही ठीक रहेगा. इसके अलावा संतरे या नींबू फ्लेवर वाले फेस स्क्रब और फेसवाश काइस्तेमाल करें. इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि आपका क्लींजर साबुन रहित हो, इससे आपको बेहतर परिणाम मिलेंगे.

ऑयली स्किन की युवतियां कच्चे दूध में कुछ बूंदें नींबू के रस की मिलाकर चेहरे पर लगाएं और 10 मिनट बाद कॉटन को पानी में गीला कर अच्छी तरह से निचोडऩे के बाद चेहरे पर गोलाई में घुमाते हुए उसे साफ कर दें। इससे चेहरेकी सारी मैल निकल जाएगी। इसके बाद टोनर या एस्ट्रिंजैंट का इस्तेमाल करें.

मॉयश्चराइजर : बहुत सी लड़कियों को यह गलतफहमी होती है कि यदि चेहरे पर मुहांसे निकल आए हैं तो मॉयश्चराइजर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए,  जबकि हर तरह की त्वचा पर मॉयश्चराइजर लगाया जा सकता है. यदि स्किन ऑयली है तो ऑयल फ्री मॉयश्चराइजर भी लगाया जा सकता है,  इससे चेहरे को परफेक्ट लुक मिलेगा.

एस्ट्रिंजैंट : क्लींजिंग मिल्क लगाने के बाद टोनर लगाएं. ऑयली और मुहांसेदार त्वचा पर टोनर की जगह एस्ट्रिंजैंट यूज करें. इसे घर पर भी बनाया जा सकता है. इसके लिए पुदीनेकी ताजी पत्तियों को उबाल कर उसका पानी फ्रिज में रखें. चेहरा साफ करने के बाद साफ कॉटन से इसे पूरे चेहरे पर लगाएं और कुछ देर छोड़ दें. बाद में आप कोई भी एंटी पिंपल पैक लगाएं. एक बात का ध्यान रखें कि मुहांसों वाले चेहरे पर कभी भी स्क्रबर नहीं लगाना चाहिए.

रोज टोनर : गुलाब की ताजी पत्तियों को थोड़े से पानी में उबाल कर ठंडा कर कांच की छोटीबोतल में भर कर फ्रिज में रखें. रुई को इसमें डुबो कर साफ चेहरे पर लगाएं. इसी प्रकार ताजे गेंदे के फूलों से भी टोनर बनाया जा सकता है.

नीम पैक : 10 नीम की पत्तियां थोड़े से पानी में उबाल कर उसमें संतरे के छिलके का पाऊडर मिला कर पेस्ट बना लें तथा उसमें थोड़ा शहद, दही एवं सोया मिल्क डालकर पेस्ट बना लें. साफ चेहरे पर इसे सप्ताह में तीन बार लगाएं. इससे जहां मुहांसे कम होंगे, वहीं ब्लैक हैड्स तथा व्हाइट हैड्स की समस्या से भी निजात मिलेगी. खुले रोम छिद्र बंद होने से चेहरा आकर्षक लगने लगता है. ऑयली स्किन के लिए शहद और नीम का पैक भी लगाया जा सकता है जो कि मॉयश्चराइजर का काम भी करता है.

एंटी पोर्स पैक : चंदन, पुदीने, तुलसी, गुलाब, मुल्तानी मिट्टी, नींबू और संतरे के रस सेयुक्त पैक भी ट्राई किया जा सकता है. मुहांसों के खुले रोम छिद्रों की समस्या से निजात पाने के लिए टमाटर का रस चेहरे पर लगाएं. इसे लगाने सेहल्की सी जलन तो जरूर महसूस होगी परंतु नियमित इस्तेमाल से चेहरा चमकदार और खूबसूरत दिखने लगेगा.

सनस्क्रीन : मौसम कोई भी हो, चेहरे पर सनस्क्रीन लगाना जरूरी है. बारिश में पॉल्यूशन कम होने से अल्ट्रा वायलैट किरणें त्वचा को अधिक नुक्सान पहुंचाती हैं. एक्सपर्टस का कहना है कि बरसात के मौसम में 15-20 एस.पी.एफ. सनस्क्रीन यूज करने की सलाह दी जाती है. ऑयली एवं मुहांसेदार त्वचा के लिए ऑयल फ्री सनस्क्रीन लोशन का इस्तेमाल करें.

एंटी पिंपल डाइट : यूं तो मुहांसे हार्मोन से जुड़ी समस्या है जो शरीर में होने वाले परिवर्तनके कारण होते हैं लेकिन डाइट का कारण भी त्वचा को प्रभावित करता है. यही कारण है कि इसका असर त्वचा पर देखने को मिलता है. अपनी डाइट में फल या फलोंका रस, ताजी हरी सब्जियां, दही एवं ग्रीन टी इत्यादि को शामिल करना बेहतर विकल्प हो सकता है. यदि स्किन ऑयली है तो तला-भुना भोजन खाना बंद कर दें. अपनी डाइट से क्रीम, फुलक्रीम दूध, पनीर, मक्खन और अचार जैसी चीजों को बंदकर दें और फिर अपनी त्वचा पर इसका असर देखें.

पर्यावरण : वहीं मुहांसों के लिए पर्यावरण भी बहुत हद तक जिम्मेदार है. मुहांसों की समस्या को धुआं, धूल और प्रदूषण बढ़ा देते हैं  इसलिए इनसे बचना जरूरी है. गर्म एवं ठंडी हवा त्वचा की नमी को चुरा लेती है और रूखेपनसे मुहांसे और अधिक दर्दनाक हो जाते हैं. इसलिए छाते या स्कार्फ काइस्तेमाल करना जरूरी है.

पिंपल मार्क्स: यह सोचना गलत है कि पिंपल सिर्फ टीनएज में ही निकलते हैं बल्कि हार्मोन्सकी कमी के कारण बड़ी उम्र में भी महिलाओं को इस समस्या का सामना करना पड़ताहै जिसका सीधा संबंध हार्मोन्स बदलाव से है. चेहरे पर ही नहीं, बल्कि पीठ, कंधे, वक्ष के ऊपरी भाग और गले पर भी पिंपल होते हैं. मुहांसों को खुरचनेसे ये चेचक के दाग की तरह छाप छोड़ जाते  हैं, अत: इन्हें खुरचना नहीं चाहिए. पिंपल के दागों को आयुर्वैदिक फेस पैक से दूर किया जा सकता है. यदिआप पिंपल्स दूर करने के लिए कोई एलोपैथिक एंटी पिंपल लोशन का इस्तेमाल कर रही हैं तो किसी अन्य उपचार को अपनाने से पहले डॉक्टरी राय अवश्य लें.

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जयप्रकाश चौकसे बने सीसीसीए के नए अध्यक्ष

इंदौर(पिट्स प्रतिनिधि) : जय प्रकाश चौकसे को उनकी बेहतरीन लेखनी के लिए जाना जाता है. चौकसे जी विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े कई मुद्दों पर लिख चुके हैं. फिल्म इंडस्ट्री में कई विषयों पर वह तकरीबन 40 साल से लिखते आ रहे हैं. आज भी चौकसे जी एक प्रभावशाली व्यक्तित्व के लिए जाने जाते हैं. गौरतलब है कि चौकसे जी सेंट्रल सर्किट सिने असोसिएशन(सीसीसीए) के अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं. सीसीसीए के 60वीं वार्षिक सभा में कार्यकारिणी समितिके द्विवार्षिक चुनाव दिनांक 24 सितंबर 2013 को संपन्न हुए जिसमें चौकसे जी पैनल के सभी 16 सदस्यके भारी बहुमतों से विजयी हुए. नवनिर्वाचित अन्य में अमरावती के शारंग एस.चांडक(उपाध्यक्ष), जयपुरके किशिनचंदजी जयनियानी(मानद सचिव), इंदौर के ओ.पी.गोयल(मानद सह-सचिव) एवं वर्धा के प्रदीप कुमार बजाज(मानद कोषाध्यक्ष) चुने गए.

इस संबंध में चौकसे जी का कहना है कि नई कार्यकारिणी समिति का संकल्प है कि सेंट्रल सर्किट में आए प्रदेशों मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़की फिल्म उद्योग से संबंधित बुनियादी समस्याओं कानिदान करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी. इसके साथ ही चौकसे जी ने उनके पैनल को बहुमत से जिताने के लिए संस्था के सभी सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया.

आपको बता दें कि चुनावों में मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के लगभग 786 फिल्म वितरकों, प्रदर्शकों ने मतदान में भाग लिया. क्षेत्रवार इस प्रकार विजेता रहें-सी.पी.बरार वितरक – सर्वश्री शारंग चांडक, मनोहर वाधवानी, एवं प्रकाश मोघ वे सी.पी.बरार प्रदर्शक – लोकेंद्र जैन, प्रदीप कुमार बजाज एवं संजीव गुल्हाने, छत्तीसगढ़ वितरक दिलीप लुनिया, छत्तीसगढ़ प्रदर्शक शांतिलाल लुकंड, सी.आय. वितरक – आदित्य चौकसे व बसंत लड्ढ़ा सी.आय. प्रदर्शक – जे.पी.चौकसे व ओ.पी.गोयल, राजस्थान वितरक – संदीप भंडारी व सत्यवान पारीख, राजस्थानप्रदर्शक- चंद्र शेखर चौधरी व किशिनचंद जैनियानी.

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घर परिवार – योग द्वारा मानसिक संतुलन

घटना तथा प्रसंगों को वास्तविक स्थिति में न देखकर हम अपना मानसिक संतुलन खो देते हैं क्योंकि इस स्थिति में हमारा अहम भाव हम पर हावी रहता है. हम तनाव से भयभीत हो जाते हैं मगर यदि हम अधिक जागरूकता से परिस्थिति को समझने की चेष्टा करें तो हम तनाव से डरने के स्थान पर उसका समाधान करने में व्यस्त हो जाएंगे.

अक्सर हमारे जीवन में आनेवाली चिंता, दुख और तनाव को हम बड़ा रूप देते हैं और भूतकाल के अनुभवों से कुछ नहीं सीखते. योग हमें इन परिस्थितियों से ऊपर उठकर 'दृष्टा' भाव अपनाना सिखाता है. हमारी समझ तथा जागरूकता बनाए रखना है और संपुर्ण श्रद्धा के साथ परिस्थिति को स्वीकार करके अपने अहंकार को हटाना है.

हमारी भावनाएं हमारे अहयम् भाव से गहरा संबंध रखती हैं. हम बहुत ही सीमित दृष्टि से चीजों को देखते हैं जो हमें समझदारी नहीं दे पाती. ईश्वर से हम प्रार्थना करें कि यह आपकी बनाई सृष्टि है, आपने मुझे भी बनाया है. जब आप ही कर्ता हैं तो आप ही कठिनाईयों का निराकर भी बताईए. जैसे छोटा बच्चा अपने माता पिता पर संपुर्ण विश्वास रखता है उसी प्रकार हमें ईश्वर पर श्रद्धा रखनी चाहिए.

ईश्वर हमें उतनी ही मुश्किलें देता है जितनी हम झेल पाते हैं. ईश्वर किसी को भी उसके हिस्से से अधिक तनाव नहीं देता है. हम जिसे कठिनाई मानते हैं वह वास्तव में कठिनाई नहीं होती. यह हमारे जीवन का एक अंग ही है. हमें समझदारी से ऐसा मानना चाहिए.

तनाव हमारे जीवन का एक हिस्सा है. केवल हमारी मान्यताएं गलत होती हैं. तनाव को हम हमेशा डर की नजर से देखते हैं. जहां तनाव नहीं होता वहां भी हम तनाव को ढूंढते हैं. कभी हमें पता ही नहीं होता कि ऐसी परिस्थिति में हम कैसा व्यवहार करें. यह सीखने पर हम अपना विकास कर सकते हैं.

तनाव दैनिक जीवन का साथी

दैनिक जीवन में तनाव को कैसे सुलझाया जाए?

तनाव हमारे जीवन का साथी है. उससे मुक्त होना आसान नहीं है किंतु योग हमें तनावरहित जीवन जीने की कला सिखाता है.

इस तनाव से मुक्त होने के लिए योग में पांच कोष दिए हैं:

1. अन्नमय कोष 2. प्राणमय कोष 3. मनोमय कोष 4. विज्ञानमय कोष 5. आनंदमय कोष

1 अन्नमय कोष : भोजन का सीधा असर हमारे दिमाग पर पढ़ता है. भोजन हमारे शरीर का भरणपोषण करता है. हल्का सात्विक भोजन मनुष्य को तंदुरुस्त रखता है. इसलिए योग में सात्विक भोजन का बहुत महत्व है. भोजन दिन में चार बार, किंतु समय पर खाना चाहिए. राजसिक भोजन जैसे मिठाई से बचना चाहिए और तामसिक भोजन जैसे मसाले, मांस से भी बचना चाहिए.

2 प्राणमय कोष : शरीर और मन को संतुलित रखने के लिए हमें प्राण की जरूरत होती है और उसे पाने के लिए सही क्रिया करनी है. जैसे गुनगुने पानी से रगड़ कर स्नान, पैदल चलना, सही स्थिति में बैठना, पालथी मार कर बैठना. योग आसन करना जैसे त्राटक, अनुलोम विलोम(प्राणायम) निशपंद्भाव और श्वासन.

3 मनोमय कोष : हमें अपने जीवन को कैसे जीना है यह हम तय कर सकते हैं. हमें अपने जीवन से क्या चाहिए? हमें दूसरों की वजह से दुखी नहीं होना है बल्कि उसमें अच्छाई देखना है. हम अपनी परिस्थितियों को नहीं बदल सकते किंतु हम अपने आप को बदल सकते हैं. हमारे देखने का नजरिया सकारात्मक होना चाहिए. इससे हम निरोगी बने रहेंगे. अपनी कला को विकसित रूप देना जैसे संगीत सीखना, चित्रकला करना. इससे हम व्यस्त रहेंगे. हमें अपनी बुद्धि से काम करना है शरीर के माध्यम से हम सब कुछ कर सकते हैं.

4 विज्ञानमय कोष : बुद्धि से भावनाओं पर नियंत्रण रखना आसान हो जाता है. योग हमें सिखाता है जो काम करें उसी पर ध्यान दें. अगर हम दूसरों की तकलीफ क देखेंगे तो हमारी तकलीफ बहुत नजर आएगी.

5 आनंदमय कोष : ईश्वर की सत्ता को समझना है. बहुत व्यक्ति एक कार्य करते हैं किंतु वह पूर्ण नहीं होता. जब चीजें सही ढंग से होगी तो कार्य अवश्य पूर्ण होगा. ईश्वर हमारे साथ है यह विश्वास ही हमें मजबूत बनाता है. हमें अपने तनाव को स्वंय हटाना है. इसके लिए बहुत मेहनत करनी है-योगिक आसन जैसे- सुखासन, तालासन, उत्कटासन, पर्वतासन, यष्टीकासन, योगमुद्रा, भुजंगासन करें. प्राणायाम 4-9 श्वासन हमारे मन को शांत और शरीर को शिथिल बनाते हैं.

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हेल्थ टिप्स – बच्चों का बचपन बचाए और मोटापे से छुटकारा दिलाएं

वर्तमान समय में सभी व्यक्ति अपने लुक को लेकर काफी सचेत हो गए हैं. युवा पीढ़ी तो हर हाल में मोटापे से बचना चाहती है और कोई भी मोटा नहीं दिखना चाहता. वहीं बच्चों में भी मोटापा की वजह से काफी परेशानियां होने लगती हैं. उन्हें अपना बचपन पूरी तरह से इंजॉय करने का मौका नहीं देता यह मोटापा. वर्तमान समय में लोगों का रहन सहन ही ऐसा हो गया है कि वह लाख कोशिश करते हैं लेकिन मोटापे के शिकार हो ही जाते हैं. इसलिए जरूरी है कि बचपन से ही बच्चों में खाने की अच्छी आदतें डालें, जिससे वह आनेवाले समस्या से बच सकें. उन्हें बताएं कि जंक फूड खाने से अच्छा है कि वह पौष्टिक आहार लें. आईए आपको बताते हैं कुछ जरूरी बातें जिससे बच्चे मोटापे से बच सकते हैं.

-    बच्चे को जितनी भूख है उतना ही खाने को दीजिए. कई बार आप जबरदस्ती उन्हें खाने को कहते हैं जिसके परिणामस्वरूप मोटापा आ सकता है.

-    बच्चे को नियमित समय पर ही खाना दें इसलिए जरूरी है कि आप खाने का समय निश्चित कर लें. गलत समय पर खाने से मोटापा बढ़ता है.

-    बच्चे को शुरू से ही सिखाएं कि भोजन धीरे-धीरे आराम से खाना चाहिए. यह उनके शरीर के लिए बहुत जरूरी है.

-    अगर आपका बच्चा मोटा है तो उसे यह एहसास न कराएं कि वह दूसरे बच्चों से अलग है. बल्कि धीरे धीरे कारगर कजदम उठा कर उसे मोटापे से निजात दिलवाएं. क्योंकि अगर आप उसे बार बार उसके मोटापे का एहसास दिलवाती रहेंगी तो वह हीन भावना का शिकार हो जाएगा.

-    बच्चों में शुरू से ही व्यायाम की आदत डालें. उन्हें सैर की उपयोगिता समझाएं. साइकिल चलाने के लिए भी कहें इससे वह स्वस्थ और फिट रहेगा. अगर बचपन से ही वे इन्हें अपने जीवन के अभिन्न अंग मान लेंगे तो स्वस्थ व चुस्त रहेंगे.

-    बच्चों को चॉकलेट, बिस्कुट – टॉफी आदि खाने के लिए कम से कम दें और उन्हें बताएं कि ऐसी चीजें स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं होती. अगर शुरू से ही उन्हें यह बात समझ में आ जाएगी तो वे इनके खाने पर नियंत्रण रख सकेंगे और आनेवाले परेशानियों से बच सकेंगे.

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वित्तीय घाटे से परेशान…ब्लैकबेरी

वित्तीय घाटे से परेशान…ब्लैकबेरी
प्रेम वत्स होंगे ब्लैकबेरी के नए मालिक

नई दिल्ली : अत्याधुनिक स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी ब्लैकबेरी को उसकी सबसे बडी हिस्सेदार फेयरफैक्स 4.7 अरब डॉलर में खरीदने पर सहमत हो गई है. गौरतलब है कि बाजार हिस्सेदारी में गिरावट से परेशान और वित्तीय घाटे से जूझ रही यह दूसरी मोबाइल फोन बनानेवाली कंपनी है जो बिक रही है. इससे पहले कभी दुनिया की सबसे बडी मोबाइल फोन कंपनी रही नोकिया भी घाटेकी वजह से बिक रही है और माइक्रोसाफ्ट ने उसे खरीदने का करार किया है.

ब्लैकबेरी ने कहा है कि, 'बिक्री को लेकर इच्छापत्र पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं और उसके शेयर धारकों को प्रति शेयर नौ डॉलर मिलेंगे. फेयरफैक्स के प्रमुख प्रेम वेत्सा ब्लैकबेरी निदेशक मंडल के पूर्व सदस्य हैं और उनकी ब्लैकबेरी में 10% हिस्सेदारी है. वेत्सा ने पिछले महीने ब्लैकबेरीको बेचने पर विचार करने की घोषणा के बाद निदेशक मंडल से इस्तीफादे दिया था. प्रेम वत्स, करीब 294 अरब रूपए में ब्लैकबेरी को खरीदने का प्रस्ताव देनेवाली कंपनी फ़ैयरफ़ैक्स फ़ाइनेंशियल होल्डिंग्स के संस्थापक, अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं.

आपको बता दें कि कंपनी के गत शुक्रवार को जारी वित्तीय लेखा जोखा में एक अरब डॉलरके नुकसान की घोषणा की गई जिससे उसके शेयर पर भारी दबाव दिखा. नुकसान क ध्यान में रखते हुए कंपनी ने 4500 कर्मचारियों की छंटनी करने की भी योजना बनाई है. पुशमेल और विशेष एसएमएस के लिए प्रसिद्ध ब्लैकबेरी को एंड्रायड आधारित स्मार्टफोन से कडी टक्कर मिल रही है और वैश्विक स्तर पर उसकी बाजार हिस्सेदारी में भारी कमी आई है. इसकी वजह से कंपनी को नुकसान उठाना पड़ रहा है. हांलाकि ब्लैकबेरीने भी स्वयं को अत्याधुनिक बनाने की दिशा में काम किया है और हाल के महीने में स्मार्टफोन के कई मॉडल उतारे हैं.

आपको बता दें कि प्रेम वत्स हमेशा से ब्लैकबेरी का बचाव करते रहे. उन्हें इस बात का भरोसा है कि ब्लैकबेरी अभी भी बाजारमें ज़ोरदार वापसी कर सकती है. उनकी कंपनी फ़ेयरफ़ैक्स फ़ाइनेंशियल ब्लैकबेरी की तीसरी सबसे बड़ी निवेशक थी. इस साल अगस्त तक प्रेम वत्स ब्लैकबेरी के निदेशक मंडल में शामिल थे. उन्होंने ब्लैकबेरी पर नियंत्रण के मुद्दे पर कहा है, 'इस सौदे से ब्लैकबेरी, इसके उपभोक्ताओं और कर्मचारियों के लिए एक नया अध्याय खुलने वाला है.' हालांकि प्रेम वत्स के सामने बेहद मुश्किल चुनौती है.

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बेटे का पिता को अनमोल तोह्फा – देवानंद के जीवन पर बनाएंगे फिल्म

मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : बॉलीवुड के जानेमाने अभिनेता देवानंदके फैंस अब जल्द ही देवानंद के जीवन को जी पाएंगे क्योंकि अब देवानंद के जीवन पर भी फिल्म बनार्इ जाएगी. यह फिल्म कोई और नहीं बल्कि देवानंद के पुत्र सुनील आंनद ही बनाने जा रहे हैं. यह सुनील द्वारा अपने पिता को दिया जानेवाला स्नेह भी है.

आपको बता दें कि देवानंद पर बननेवाली फिल्म अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बनार्इ जाएगी. यह फिल्म देवानंद की जयंती 26 सितंबर के अवसर पर शुरू की जाएगी. इस संबंध में सुनील आनंद ने कहा  कि, 'हम लोग इस फिल्म को वर्ष के अंत तक या अगले वर्षके शुरूआत तक पूरा कर लेगें. इस फिल्म का नाम 'बैगेटर मिक्सर' रखा गया है.' उल्लेखनीय है कि इस फिल्म में सुनील आनंद अभिनय के साथ – साथ निर्देशन भी करेगें. फिल्म में दो अभिनेत्रियों का चयन किया जाएगा और इस फिल्म की शूटिंग मुंबई और गोआ में की जाएगी.

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नैरोबी मॉल पर हमले ने 26/11 हमले की याद दिलाई

मुंबई(पिट्स प्रतिनिधि) : सुदूर कीनिया के एक मॉल में हुए हमले ने मुंबई में 2008 में हुए 26/11 आतंकी हमले की याद ताजा कर दी है. टीवी पर नौरोबी हमले का कवरेज देख रही 15 वर्षीय देविका रोतवन के अनुसार नैरोबी मॉल हमले के पीड़ितों के लिए वह काफी दुखी हैं और उन्हें यह कवरेज देखकर ऐसा ही महसूस हुआ जैसे पांच साल पहले टेलीविजन पर 26/11 हमले के दृश्यको देखकर हुआ था.

आपको बता दें कि 26 नवंबर 2008 की उस भयानक रात को देविका के पिता नटवरलाल छत्रपति शिवाजीटर्मिनस पर अपनी बेटी और बेटे आकाश के साथ एक ट्रेन का इंतजार कर रहे थे, उसी दौरान दो आतंकियों ने रेलवे स्टेशन पर गोलीबारी शुरू कर दी. अजमल कसाबके मुकदमे की सबसे कम उम्र की गवाह देविका के दाहिने पैर में गोली लगी थी और लंबे समय तक उसे बैशाखी का सहारा लेना पड़ा था.

मुंबई में देविका और अन्य के लिए नैरोबी मॉल हमले ने 26/11 आतंकी हमले की कड़वी यादों को ताजा कर दिया है. देविका ने कहा कि, 'पापा के साथ मैं नैरोबी हमलेको देख रही थी. यह हमला भी उसी तरह से हुआ है लेकिन फर्क इतना है कि यहां पर लक्जरी होटल में हुआ था और वहां एक मॉल में हुआ है. यह 26/11  हमले के दूसरे भाग की तरह है. इन लोगों की मंशा सार्वजनिक जगहों पर अफरातफरी पैदा करने की है.' देविका उपनगर बांद्रा में एक स्कूल में पढ़ती हैं. उन्होंने कहा कि पिछले महीने उन्हें एक पत्र मिला जिसमें 26/11 आतंकी हमले के बारे में मीडिया के सामने कुछ नहीं बोलने को कहा गया था. देविका ने कहा कि पत्र में लिखा था कि अगर मैं मुंह खोलती हूं तो मेरे टुकड़े-टुकड़े कर दिए जाएंगे.'

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हिलेरी क्लिंटन उतर सकती हैं राष्ट्रपति चुनावके मैदान में

न्यूयॉर्क : 2008 में हुए डेमोक्रेटिक  पार्टी के  राष्ट्रपति उम्मीदवारी चुनाव में बराक ओबामा को कड़ी टक्कर देने वाली हिलेरी क्लिंटन देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनने का सपना देखने लगी हैं. गौरतलब है कि भूतपूर्व विदेश मंत्री ने भी यह माना है कि हिलेरी क्लिंटन राष्ट्रपति चुनाव लडऩे पर गंभीरता से विचार कर रही हैं.

हिलेरी ने 'न्यूयॉर्क मैगजीन’ को दिए साक्षात्कार में कहा कि, 'मैं जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं करना चाहती. हालांकि पूरे देश से मिल रहे समर्थन को भी ठुकराया नहीं जा सकता. मैं व्यवहारिक और यथार्थवादी हूं. देश के लिए उचित नीतियोंकी वकालत मैं हमेशा करती रहूंगी. इसके लिए यदि किसी पद की आवश्यकता मुझे समझ आएगी तो मैं वहां पहुंचने की कोशिश भी करूंगी.'

आपको बता दें कि विदेश मंत्री के पद से हटने के बाद यह हिलेरी का पहला इंटरव्यू है. उनके एक नजदीकी ने मैगजीन को बताया कि वह चुनाव जरूर लड़ेंगी, लेकिन अभी उन्होंने आखिरी निर्णय नहीं लिया है. मैगजीन ने लिखा है कि डेमोक्रेटसकी तरफ से वह सबसे मजबूत दावेदार होंगी.

उल्लेखनीय है कि हिलेरी द्वारा उठाए जा रहे कदमों पर पार्टी लगातार नजर बनाए हुए है क्योंकि राष्ट्रपति ओबामा अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे, जिसके वजह से पार्टी को भी हिलेरी जैसी मजबूत प्रत्याशी चुनकर खुशी होगी. हालांकि हिलेरी को पार्टी की उम्मीदवार बननेके लिए उप राष्ट्रपति जो बिडेन, न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रू क्योमो और मेरीलैंड के गवर्नर मार्टिन ओ मेली की चुनौती का सामना करना पड़ सकता है.

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'कॉमेडी नाइट्स विद कपिल' का सेट जलकर खाक

मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : सभी को अपने पर्फेक्ट कॉमेडी टाईमिंग से हंसाकर लोट पोट करनेवाले कपिल इस वक्त शायद खुद ही बहुत दु:खी होंगे क्योंकि गत 25 सितंबर को सुबह तकरीबन आठ बजे कलर्स चैनल के सबसे लोकप्रिय शो ‘कॉमेडी नाइट्स विद कपिल’ के सेट पर आग लग गई. गौरतलब है कि मुंबई की फिल्म सिटी में बने इस सेट पर शोर्ट सर्किट की वजह से आग लग गई. जिस समय सेट पर आग लगी उस समय लाइट मैन, स्पॉट ब्वॉय सेटपरही मौजूद थे. आग लगने से वह बाहर भाग गए जिससे किसी की जान को कोई नुक्सान नहीं हुआ.

आपको बता दें कि दरअसल लाइट मैन और स्पॉट ब्वॉय लाइटिंग की व्यवस्था चैक कर रहे थे क्योंकि शाम को शो की रिकॉर्डिंग होनी थी मगर शोर्ट सर्किट की वजह से पूरे सेट ने आग पकड़ ली. जिसके बाद फायर ब्रिगेड ने आग को काबू में किया. इस संबंध में कलर्स चैनल वालों का कहना है कि ज्यादा नुक्सान नहीं हुआ सिर्फ एक कमरे में आगलगी,  जिसमें कॉस्टयूम और मेकअप का सामान रखा था. वहीं दूसरी ओर सूत्रों की माने तो बताया जा रहा है कि आग लगने से भारी नुकसान हुआ है.

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पाकिस्तान में आए भूकंप में मरनेवालों की संख्या 250 के पार

क्वेटा/कराची : कहते हैं इंसान चाहे कितना भी कोशिश कर ले, कुदरत के कहर से बच नहीं सकता. इसी तरह के कुदरती कहरसे पाकिस्तानकी आम जनता जूझ रही है. पाकिस्तान के पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान में 24 सितंबर की शाम को आए एक जबरदस्त भूकंपमें जान-माल का काफी नुकसान हुआ है. मिले जानकारी के अनुसार भूकंप की वजह से मरनेवालों की संख्या 250 के पार चली गई है. गौरतलब है कि अधिकतर लोगों की मौत घरों में दबने से हुई है.

आपको बता दें कि भूकंप के कारण समुद्र में एक छोटा टापू भी बन गया है. एक स्थानीय टीवी चैनल ने ग्वादर तट से करीब आधे किलोमीटर दूर समुद्र में उभरे इस नए टापू की तस्वीर दिखाई है. रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई है. भूकंप के झटके पाकिस्तान के कई क्षेत्रों के साथ ही भारत की राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में भी महसूस किए गए. भूकंप के कारण अवारान में बड़ा नुकसान हुआ है. बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री अब्दुल मलिक बलोचने आपातकालकी घोषणा कर दी है. राहत एवं बचाव कार्य के लिए सेना को बुलाया गया है.

उल्लेखनीय है कि अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण विभाग के अनुसार 7.8 तीव्रता के भूकंप का केन्द्र पाकिस्तान के पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान के दलबंरिन के 142 मील दक्षिणपूर्व में था. भूकंप का केन्द्र दूर दराज के कम आबादी वाले पहाड़ी क्षेत्रमें था, जहां कोई बड़ा औद्योगिक प्रतिष्ठान नहीं है.

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