प्रश्न: उम्र का ढ़लना कब शुरू होता है? उत्तर: ऐसे तोकहा जाता है कि हम हमारी सोच बूढ़े नहीं होते बल्कि शरीर से होते हैं. किंतु शरीर की क्रियावश 40 वर्ष की उम्र के बाद से शरीर में बदलाव शुरू होते हैं. प्रश्न: शरीर में क्या बदलाव आते हैं? उत्तर: सफेद बालों का आना, चेहरे पर हलकी झुर्रियां आना, मासिक धर्म असंतुलित होना, जोड़ों में दर्द महसूस होना. प्रश्न: वृद्धावस्था की पूर्व तैयारी कैसे करें? उत्तर: युवावस्था से ही अपने आपको कार्य में व्यस्थ रखने की आदत डालें. स्वय: को किसी कार्य में जो आपको पसंद हो उसमें कुछ समय व्यतीत करें. वृद्धावस्था में वह आपका सच्चा साथी बन सकता है. इससे आप शरीर व मन से प्रफ्फुलित रहेंगे. प्रश्न: वृद्धा व युवा अपने संबंध कैसे बनाए रखें? उत्तर: युवा पीढ़ी की अपनी सोच होगी ही-स्वाभाविक है व आपकी अपनी सोच होगी वह भी स्वाभाविक है. दोनों में मतभेद होना भी स्वाभाविक है. जरूरी है परिस्थिति को स्वीकारना व अपनी राय जरूरत होने से ही देना और राय को दूसरों पर थोपना नहीं चाहिए. जब आप उनमें घुलमिल जाएंगी तब शांति से अपनी बात बता सकती है. आहार: सोयाबीन शक्ति का भंडार है. इसमें रोगप्रतिकार रासायनिक तत्व जैसे जेंटीस्टीन, डेडजीन, प्रोटीयेज इंटीबीट्स, ग्यायसीन, अर्जानीन इत्यादि है. जेंटीस्टीन स्तन कैंसर से बचाता है. इस्ट्रोजन से उत्तेजित होनेवाले गुण-सूत्र को मार देता है. यह रक्त वाहिनी के गठन को रोककर नई शिराएं तैयार करने में मदद करता है जिससे रक्त गठन से होनेवाले ह्रद्यरोग व लकवे से भी बचा जा सकता है. - सोयाबीन के सेवन से शरीर में कैल्शियम का संग्रह बढ़ता है. - ग्लायसीन व आर्जीनीन से शरीर में इंस्यूलीन की मात्रा बनी रहने से रक्त में शक्कर का सही प्रमाण बना रहता है. आहार में सोयाबीन का सेवन: - चपाती के आटे में सोयाबीन का आटा आधा मिलाएं - सोयाबीन के आटे में अंकुरित मूंग या कोई भी सब्जी डालकर पराठा बनाएं - बेकरी की चीजों में 1/3 हिस्सा सोयाबीन आटा का रखें - सोया-दूध का उपयोग करें - सोयाबीन को तलकर या भूनकर बच्चों को खिलाएं - फलों के रस में सोया दूध डालें - सोया के खाखरे, दही व पनीर(टोफू) का प्रयोग करें व्यस्क महिलाओं में पोषकतत्व प्रश्न: संतुलित और पोषकतत्वों से भरपूर आहार क्या है? उत्तर: पोषणयुक्त आहार वो है जिसमें सारे जरूरी पोषकतत्व, प्रोटीन, चरबी, कार्बोहाईड्रेड्स विटामिन और क्षार हो. जो शक्ति और शारीरिक प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक है. प्रश्न: क्या आहार की मात्रा वयस्कों के लिए मायने रखती है? उत्तर: मात्रा से अधिक गुणवत्ता जरूरी है. पोषण तत्व आयु, लिंग, ऊंचाई, वजन और शारीरिक व्यायामों व कार्यों पर निर्भर होता है. उदाहरण के तौर पर- - 200 ग्राम गेहूं ग्राम और वही मात्रा के चावल में 6.4 ग्राम प्रोटीन होता है. 200 ग्राम रागी में 344 मिलीग्राम और वही मात्रा के चावल में 9 मिलीग्राम कैल्शियम है. प्रश्न: एक वयस्क महिलाओं के आहार में रेशायुक्त या फायबर सहित आहार महत्वपूर्ण है? उत्तर: कब्ज की शिकायत रोकने के लिए यह जरूरी है. अक्सर व्यस्क व्यक्ति को क्षारयुक्त तेल या चूर्ण इस्तेमाल करते हैं. इसलिए उन्हें रागी गेहूं, हरे पत्तेवाली सब्जियां, सरसों का शाग, करेला, फल जैसे खजूर, अंजीर, पेरू, सेब, मोसंबी खाना चाहिए. प्रश्न: जैसे आयु बढ़ती जाती है,वैसे क्या कम खाना चाहिए? उत्तर: आयु के बढ़ने के साथ शक्ति कम लगती है क्योंकि शारीरिक कार्य व 'मेटाबोलिक रेट(अन्य प्रक्रियाएं) कम हो जाती हैं. क्रमश: अगले सप्ताह पढ़ें. |
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