Tuesday, October 15, 2013

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2016 में सोनिया गांधी लेंगी राजनीति से सन्यास – किदवई की किताब का दावा

नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीति से संयास की खबरें आने से राजनीति जगत में अटकलों का बाजार गर्म हो गया. गौरतलब है कि राशिद किदवई की किताब ’24 अकबर रोड’में यह दावा किया है कि सोनिया गांधी अपने राजनीतिक करियर पर अंकुश लगा सकती हैं. किदवई की किताब ’24 अकबर रोड’ के अनुसार सोनिया 2016 में 70 साल की हो जाएंगी और वह पार्टी से रिटायरमेंट ले सकती हैं. यह बात सामने आने पर राजनीतिक गलियारों में खलबली सी मच गई है.

आपको बता दें कि राशिद किदवई की किताब ’24 अकबर रोड’ केअनुसार सोनिया गांधी ने खुद पिछले साल 9 दिसंबर को अपने जन्मदिन के मौके पर इस फैसले की जानकारी कांग्रेस नेताओं को दी थी. सोनिया की यह इच्छा सुन कांग्रेस के सभी नेता सन्न रह गए. इसके साथही घबराए नेताओं ने सोनिया से राहुल गांधी को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी देने का आग्रह किया. इस किताब में आगे दावा किया गया है कि कांग्रेस ने तभीसे राहुल को मनाने की कोशिश शुरू कर दी थी लेकिन तब राहुल नहीं माने.

किताब के अनुसार प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक बार फिर राहुल से मंत्रिमंडल में शामिल होने का आग्रह किया. उन्होंने राहुल से कैबिनेट में शामिल होने या फिर पार्टी में नं 2 का पद स्वीकार करने के लिए जोर दिया था. प्रधानमंत्री के समझाने के बाद राहुल पार्टी में नं 2 को पद लेने के लिए माने, जिसके बाद 19 जनवरी को जयपुर के 'चिंतन शिविर' में उन्हें उपाध्यक्षपद से नवाजा गया. इतना ही नहीं इस किताब में किसी कांग्रेस नेता के हवाले से कहा गया है कि राहुल के वास्तविक प्रभाव का पता उनकी नीतियों, योजनाओं व कार्यप्रणाली से चलेगा. किदवई के अनुसार राहुल कांग्रेस के उपाध्यक्ष बन चुके हों लेकिन इसके बावजूद सोनिया गांधी के रिटायरमेंट की खबर ने कांग्रेस को परेशानी में डालदिया है.

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चार राज्यों के चुनाव में चित्त हो जाएगी कांग्रेस – रामदेव बाबा

नई दिल्ली : योग गुरु रामदेव बाबा समय-समय पर कांग्रेस के खिलाफ अपनी भड़ास निकालते रहते हैं. एक बार फिर कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा है कि चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में पार्टी बुरी तरह हारेगी और अगले वर्ष होने वाले आम चुनाव में भी उसकी हालत खराब होगी.

आपको बता दें कि बाबा रामदेव ने संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस को डूबता हुआ जहाज करार देते हुए कहा कि अगले वर्ष होने वाले आम चुनाव में पार्टी के सांसदों की संख्या सिमट कर 100 से भी कम रह जाएगी और भाजपा को 300 से ज्यादा सीटें मिलेंगी. वहीं जब योग शिविरों के जरिए किसी पार्टी के पक्ष में प्रचार नहीं किए जाने के संबंध में चुनाव आयोग से नोटिस मिलने की बाबत उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला है. उलट उन्होंने ही सवाल किया कि योग दीक्षाके साथ राष्ट्र दीक्षा नहीं दी जाए, ऐसा कौनसे संविधान में लिखा है.

रामदेव बाबा के अनुसारवह किसी पार्टी के लिए प्रचार नहीं कर रहे बल्कि देश को बचानेके लिए प्रचार कर रहे हैं. रामदेव बाबा ने कहा कि वह किसी प्रत्याशी के लिए वोट नहीं मांग रहे. बाबा रामदेव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने देश में उन्हें फंसाने के लिए किसी भी जांच एजेंसी को उनके पीछे लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस उन्हें यहां नहीं रोक पाई तो हीथ्रो हवाई अड्डे पर आठ घंटे रुकवा दिया.

रामदेव बाबा ने कहा कि देश में आपातकाल जैसी स्थिति है और वह योग धर्म से राष्ट्रधर्म को बड़ा मानते हैं और भ्रष्टाचार, काले धन और व्यवस्था परिवर्तन को लेकर अपना आंदोलन जारी रखेंगे.

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आधार संबंधी आदेश में संशोधन नहीं होगा- सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली : केंद्र सरकार कोएक के बाद झटके लग रहे हैं. अब उच्चतम न्यायालय ने केंद्र सरकार के आधारकार्ड से संबंधित अपने आदेश में संशोधन का केंद्र सरकार का आग्रह ठुकराकर उसे एक बड़ा झटका दिया है. न्यायमूर्ति बी.एस.चौहान और न्यायमूर्ति एस.ए.बोब्डे की खंडपीठ ने केंद्र सरकार और तेल कंपनियों के अलावा सामाजिक कार्यकर्ता अरुणा रॉय एवं अन्य की याचिकाओं पर संयुक्त सुनवाई करते हुए अपने पूर्व के फैसले में किसी तरह के बदलाव से इंकार कर दिया.

आपको बता दें कि केंद्र और तेल कंपनियों ने न्यायालय के संबंधित फैसले से विभिन्न महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में बाधा पड़ने को आधार बनाकर फैसले में संशोधन का आग्रह किया था. वहीं अरूणा रॉय एवं अन्य ने आधार कार्ड परियोजनाके खिलाफ याचिका दायर की थी. केंद्र सरकार ने गत चार अक्टूबर को आधार कार्डसे संबंधित आदेश में संशोधन करने के लिए मुख्य न्यायाधीश पी.सदाशिवम की अध्यक्षता वाली खंडपीठ से आग्रह किया था, जिसने सुनवाई की तारीख 8 अक्टूबर तय की थी.

उल्लेखनीय है कि मुख्य न्यायाधीश ने इस मामले को न्यायमूर्ति चौहान की अध्यक्षता वाली खंडपीठ के समक्ष सूचीबद्ध करने का सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्रीको आदेश दिया था क्योंकि उसी खंडपीठ ने यह महत्वपूर्ण आदेश दिया था. केंद्र सरकार ने दलील में कहा था कि अनिवार्य सेवा के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता समाप्त करने संबंधी न्यायालय के गत 23 सितम्बर का फैसला सरकारकी विभिन्न योजनाओं में बाधा पहुंचाएगा.

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अखिलेश सरकार में राजा भैया की वापसी

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कुंडा प्रतापगढ़ के निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को पुन मंत्रिपरिषद में शामिल कर लिया है. राजभवन में आयोजित एक सादा समारोह में राज्यपाल बी.एल.जोशी ने राजा भैया को कैबिनेट मंत्री के रुप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. शपथग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के अलावा सपा मुखिया मुलायम सिंहयादव और वरिष्ठ मंत्री आजम खां मौजूद थे. गौरतलब है कि गत मार्च महीने में प्रतापगढ़ के बलीपुर गांव में कुंडा के पुलिस उपाधीक्षक जिया उल हक सहिततिहरे हत्याकाण्ड में नाम आने के बाद राजा भैया ने मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया था. उस सम वह अखिलेश सरकार में खाद्य एवं रसद आपूर्ति मंत्री थे.

आपको बता दें कि बलीपुर कांड में मारे गए पुलिस उपाधीक्षक हक की पत्नी परवीन आजाद की तरफसे दर्ज कराई गई प्राथमिकी में राजा भैया को भी नामजद किया गया था. बादमें इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई, जिसने राजा भैया को क्लीनचिट दे दी थी और उसके बाद से ही उन्हें पुन: मंत्रिपरिषद में शामिल किए जाने की संभावनाओं को लेकर अटकलें लगाई जा रही थी.

उल्लेखनीय है कि अखिलेश मंत्रिपरिषद का पिछला विस्तार 18 जुलाई को हुआ था. राजा भैया सहित अब अखिलेश मंत्रिपरिषद में 22 कैबिनेट मंत्रियों को लेकर कुल 59 मंत्री हो गए हैं. संवैधानिक व्यवस्था के तहत मंत्रिपरिषद में अभी एक और मंत्री को शामिल किए जाने की गुंजाइश बची हुई है.

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क्या राहुल की रैली, मुकाबला कर पाएगी मोदी इफेक्ट का?

क्या राहुल की रैली, मुकाबला कर पाएगी मोदी इफेक्ट का?

नई दिल्ली : भाजपाने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस अपनी सरकार बचाए रखने के लिए एक ओर जहां सीबीआई का दुरूपयोग कर सपा प्रमुख मुलायमसिंह यादव तथा बसपा प्रमुख मायावती को बचा रही है वहीं दूसरी ओर भाजपा और उसके प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के खिलाफ राजनीतिक बदले कीकार्रवाई की फिराक में है.

पार्टी का यह भी कहना है किसीबीआई इशरत जहां मामले का राजनीतिकरण करते हुएजानकारी लीक कररही है. सीबीआई देश और न्यायालय को यह भी पहले से ही बता रही है कि इशरतजहां निर्दोष थी. इसके लिए सीबीआई राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाडभीकररही है.यह सब कांग्रेस मूल मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने केलिए कर रही है.

आपको बता दें कि भाजपा के वरिष्ठ नेता वेंकैया नायडू ने कहाकि पहले सीबीआई ने यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला बंद किया औरअब मायावती के मामले को बंद किया जा रहा है. पहले सीबीआई इनकेखिलाफ मामला दर्ज करती है और फिर सालों बाद उसे बंद कर देती है. उन्होंनेकहा कि, 'सीबीआई के अनुसारमुलायम निर्दोष, मायावती निर्दोष, इशरत जहांनिर्दोष. इस देश में और सरकार में हो क्या रहा है? इतना ही नहीं उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि यह मामले किसने और किसके कहने पर दर्ज किए और अब हृदय परिवर्तन कैसे हुआ औरकिसके कहने पर यह मामले वापस लिए जा रहे हैं? नायडू के अनुसार यहकांग्रेस,सीबीआई और सरकार के घर का मामला नहीं है और उन्हें लोगों को औरदेश को जवाब देना होगा.

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झारखंडमध्येही आता पत्रकारांसाठी विमा योजना महाराष्ट्रात पत्रकार वाऱ्यावर – एस.एम.देशमुख

झारखंडमध्येही आता पत्रकारांसाठी विमा योजना महाराष्ट्रात पत्रकार वाऱ्यावर – एस.एम.देशमुख(अध्यक्ष, महाराष्ट्र पत्रकार हमला विरोधी संघर्ष समिति)

झारखंड सरकारने आता पत्रकारांसाठी विमा योजना सुरू करण्याचा निर्णय जाहीर केला आहे. अपघातग्रस्त झालेल्या किंवा गंभीर आजारी असलेल्या पत्रकारांच्या नाते वाईकांना या विमा योजने अंतर्गत पाच लाख रूपयां पर्यतची मदत मिळणार आहे. विम्याच्या हप्त्या पोटी पत्रकारां नाही काही रक्कम भरावी लागणार आहे. ही योजना अधिस्वीकृतीधारक पत्रकारांसाठी असली तरी ज्यांच्याकडे अधिस्वीकृती नाही अशा पत्रकारासाठीही एक कोष तयार करून त्याच्या माध्यमातून अन्य पत्रकारांनाही पाच लाख रूपयांपर्यत  मदत देण्याची सरकारची योजना आहे. येत्या 15 नोव्हेंबरपासून ही योजना राज्यात लागू होत आहे. पत्रकारांच्या प्रत्येक प्रश्नांकडे आणि मागण्यांकडे हेतुतः डोळेझाक करणाऱ्या महाराष्ट्र सरकारने झारखंडचा कित्ता गिरवत विमा योजना आणि पेन्शन योजना राज्यात लागू केली तर ती महाराष्ट्रातील पत्रकारांसाठी दिलासा देणारी गोष्ट ठरणार आहे. हे होण्यासाठी कदाचित निवडणुका आणखी जवळ येऊ देण्याची सरकार वाट बघत असेल.

झारखंड सारख्या एका मागास राज्याने पत्रकारंाच्या हिताचा विचार करून त्यांना विमा योजनेचे संरक्षण दिल्याबद्दल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन यांना मनःपूर्वक धन्यवाद.

रांची येथील एका चर्चासत्रात मुख्यमंत्र्यांनी वरील घोषणा केली. येथे काही वक्त्यांनी जी मतं मांडली ती विशेष महत्वाची होती. समाज-सरकार-आणि मिडिया यांच्यात सामंजस्य हवं.तिघांनाही परस्परांची गरज आहे. साऱ्याच क्षेत्राचं अधःपतन झालेलं असेल तर केवळ मिडियाकडं बोटं दाखवून राजकारण्यांना स्वतःची सुटका करून घेता येणार नाही. हे बदलायचं असेल आणि सरकार आणि मिडियात सकारात्मक बदल घडवून आणायचे असतील तर समाजात व्यापक सुधारणा होणे आवश्यक आहे. आपल्या कंडंही त्या अंगाने प्रयत्न व्हायला हवेत. तसे न करता पत्रकारांनाच आरोपींच्या पिंजऱ्यात उभं करीत त्यांच्या प्रश्नांकंड दुर्लक्ष कऱण्याचं दळभद्री कारस्थान महाराष्ट्रात सुरू आहे.

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सीबीआई का दुरूपयोग कर रही है कांग्रेस- भाजपा

नई दिल्ली : भाजपाने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस अपनी सरकार बचाए रखने के लिए एक ओर जहां सीबीआई का दुरूपयोग कर सपा प्रमुख मुलायमसिंह यादव तथा बसपा प्रमुख मायावती को बचा रही है वहीं दूसरी ओर भाजपा और उसके प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के खिलाफ राजनीतिक बदले कीकार्रवाई की फिराक में है.

पार्टी का यह भी कहना है किसीबीआई इशरत जहां मामले का राजनीतिकरण करते हुएजानकारी लीक कररही है. सीबीआई देश और न्यायालय को यह भी पहले से ही बता रही है कि इशरतजहां निर्दोष थी. इसके लिए सीबीआई राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाडभीकररही है.यह सब कांग्रेस मूल मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने केलिए कर रही है.

आपको बता दें कि भाजपा के वरिष्ठ नेता वेंकैया नायडू ने कहाकि पहले सीबीआई ने यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला बंद किया औरअब मायावती के मामले को बंद किया जा रहा है. पहले सीबीआई इनकेखिलाफ मामला दर्ज करती है और फिर सालों बाद उसे बंद कर देती है. उन्होंनेकहा कि, 'सीबीआई के अनुसारमुलायम निर्दोष, मायावती निर्दोष, इशरत जहांनिर्दोष. इस देश में और सरकार में हो क्या रहा है? इतना ही नहीं उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि यह मामले किसने और किसके कहने पर दर्ज किए और अब हृदय परिवर्तन कैसे हुआ औरकिसके कहने पर यह मामले वापस लिए जा रहे हैं? नायडू के अनुसार यहकांग्रेस,सीबीआई और सरकार के घर का मामला नहीं है और उन्हें लोगों को औरदेश को जवाब देना होगा.

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'कृष-3′के किरदार का मेरे जीवन में सर्वाधिक असर : ऋतिक

मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : बॉलीवुड के सूपरहिरो ऋतिक रोशन बहुत ही जल्द बड़े पर्दे पर नज़र आने वाले हैं. जी हां उनकी हिट फिल्म 'कोई मिल गया' का तीसरा संस्करण बहुत ही जल्दी प्रदर्शित होनेवाली है. ऋतिक का कहना है कि उनकी फिल्म 'कृष-3′ के किरदार ने उनके जीवन में सर्वाधिक असर डाला है.

ऋतिक रोशन के अनुसार 'कृष-3′ में उनके किरदार ने उनके द्वारा निभाये गए अन्यफिल्मों के किरदार की तुलना में अधिक असर डाला है. ऋतिकने कहा कि 'कृष-3′ के जरिए उन्होंने ने जानाकि सुपरहीरो का मतलब केवल नकाब पहनना, उडऩा और छलांग लगाना नहीं है. माचोमैन अभिनेता ने कहा कि, 'मैं किसी भी फिल्म में जो किरदार निभाता हूं, उसके मूल्यों को वास्तविक जीवन में उतारने की कोशिश करता हूं. मैंने 'कृष-3′ में अपने किरदार से साहस और प्रेरणा हासिल की है.

आपको बता दें कि 'कृष-3' राकेश रोशन निर्मित वर्ष 2003 में प्रदर्शित फिल्म 'कोई मिल गया' का तीसरा संस्करण है. इसका दूसरा संस्करण 'कृष' 2006 में बनाया गया था. 'कृष-3′ में ऋतिक रोशन, प्रियंका चोपड़ा, विवेक ओबेराय और कंगना रनौत की मुख्य भूमिका है. उल्लेखनीय है कि यह फिल्म 1 नवंबर को प्रदर्शित होगी.

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'पप्पू पीडिया' वेबसाइट बनाई गईराहुल गांधी का मजाक उड़ाने के लिए

नई दिल्ली : लोग नेताओं के पोस्टर और कार्टुन बनाकर अपनी नाराजगी दर्शाते हैं. पर इन दिनों नेताओं के वेबसाईट बनाकर उनका मज़ाक बनाया जा रहा है. गौरतलब है कि गुजरात के मुख्यंमंत्री नरेंद्र मोदी का मजाक उड़ानेवाली वेबसाइट्स के बाद अब कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी का मजाक उड़ाने वाली एक वेबसाइट 'पप्पूपीडिया' सामने आई है. बता दें कि इंटरनेट खासकर सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के लिए ‘पप्पू’ और नरेंद्र मोदी के लिए ‘फेंकू’ का इस्तेमाल काफी पहले से किया जा रहा है.

आपको बता दें कि राहुल गांधी का मजाक उड़ाने वाली एक वेबसाइट 'पप्पूपीडिया' का लुक विकिपीडिया जैसा है. जैसा की नाम से ही पता चलता है, यहां सारी चीजें विकिपीडिया के फॉर्मैट में पेश करने की कोशिश की गई हैं. वेबसाइट पर सबसे ऊपर डोनेशन देनेके लिए एक बैनर है, जिसमें पप्पूपीडिया फाउंडर्स की एक अपील है. यह अपील सोनिया गांधी के कैरिकेचर के साथ ‘एक दुखियारी मां’ की तरफ से की गई है. इसमें कहा गया है, 'हमने घोटाले किए क्योंकि हमें पप्पू के ब्रेन ट्रांसप्लांट के लिए पैसों की जरूरत है. आप डोनेट करके हमारी मदद करिए.'

देखना दिलचस्प होगा कि राहुल गांधी का इस पर क्या प्रतिक्रिया होती है.

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आसारामको राहत नहीं, मीडिया के खिलाफ पहुंचे सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली : यौन शोषण के आरोप में जेल में कैद आसाराम को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिली है. गौरतलब है कि आसाराम बापू ने गत मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट से अपील की कि उन पर चल रहे यौन उत्पीड़न के मामले में मीडिया द्वारा उनके, उनके परिवार और आश्रम के बारे में खबरें दिखाने पर रोक लगाई जाए. हालांकि कोर्ट द्वारा केस की मीडिया कवरेज पर फिलहाल रोक नहीं लगाई गई है. इस मामले में अगली सुनवाई 21 अक्टूबर को तय की गई है.

आपको बता दें कि वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस न्यायमूर्ति पी.सतशिवम की पीठ के सामने कहा कि कोर्ट की कार्यवाही की सही रिपोर्टिग पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन आसारामके आश्रम को वेश्यालय की तरह पेश करने वाली काल्पनिक खबरों को रोका जाना चाहिए. इस आश्रम में आसाराम से जुड़े लोगों के 10,000 बेटे-बेटियां पढ़ते हैं और मीडिया की खबरों का उन पर गलत असर पड़ रहा है.

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आसाराम पर बनेगी फिल्म 'चल गुरु हो जा शुरू'

मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : आसाराम बापू इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं. गौरतलब है कि वह केवल पुलिस के संशोधन के ही विषय नहीं बल्कि फिल्म जगत के लिए भी पसंदीदा विषय बन गए हैं. खबर है कि आसाराम पर एक फिल्म ‘चल गुरु हो जा शुरू’ बन रही है. इसमें धारावाहिक ‘ऑफिस ऑफिस’ में पांडेजी के किरदार से प्रसिद्ध हेमंत पांडे आसाराम की केंद्रीय भूमिका में नज़र आएंगे.

आपको बता दें कि जब इस बारे में हेमंत ने सीधे तौर पर आसाराम का नाम नहीं लिया लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि ‘चल गुरु हो जा शुरू’ में वह केंद्रीय भूमिका निभा रहे हैं. हेमंतके अनुसार यह फिल्म सभी ढोंगी बाबाओं पर केंद्रित पूरी तरह हास्य व्यंग फिल्म है. फिल्म ऐसे सभी ढोंगी बाबाओं को नंगा करेगी, जिन्होंने धर्म को धंधा बना दिया है और सीधी-सादी जनता उनकी ठगी का शिकार हो रही है.

हिमालयन ड्रीम्स के बैनर तले बन रही इस फिल्म में हेमंत पांडे के अलावा चंद्रचूड़ सिंह, संजय मिश्रा, मनोज पाहवा जैसे कलाकार भी नज़र आएंगे. इस फिल्मके निर्देशक मनोज शर्मा हैं और इसमें प्रवीण भारद्वाज ने संगीत दिया है. बता दें कि निर्देशक मनोज शर्मा इसके पहले भी 2010 में आसाराम पर केंद्रित फिल्म ‘स्वाहा’ बना चुके हैं. यह फिल्म काफी विवादित हुई थी और लंबी कानूनी लड़ाईके बाद रिलीज हो पाई थी. उल्लेखनीय है कि शर्मा के अनुसार फिल्म की शूटिंग 12 नवंबरसे शुरू होगी और मार्च-अप्रैल तक फिल्म रिलीज कर दी जाएगी.

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दिल्ली गैंगरेपमें दोषियों के वकीलों ने केस से नाम वापिस लिया

नर्इ दिल्ली : दिल्ली गैंगरेप के दोषी मुकेश के वकील वी.के.आनंद ने केस से अपना नाम वापस ले  लिया है. इस संबंध में वी.के.आनंद  का कहना है कि वह मुकेश के लिए हाईकोर्ट में पैरवी नहीं करेंगे. इसके अलावा दिल्ली गैंगरेप की पैरवी कर रहे एक और वकील वीवेक शर्मा ने केस से आपना नाम वापिस ले लिया है.

गौरतलब है कि पिछले साल 16 दिसंबर को घटी सामूहिक बलात्कार की घटना के दो दोषियों ने निचली अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने और मौत की सजा सुनाए जाने के फैसले को चुनौती देते हुए  दिल्ली उच्च न्यायालय में अपील की है. दोषियों विनय शर्मा(20) और अक्षय ठाकुर(28) ने वकील ए.पी. सिंह के माध्यमसे एक संयुक्त अपील दाखिल करके निचली अदालत के दोषी ठहराए जाने और क्रमश : 10 तथा 13 सितंबर को सजा सुनाए जाने के फैसले को रद्द करने की मांग की है.

बता दें कि निचली अदालत ने पिछले महीने उक्त दोनों दोषियों के साथ मुकेश (26) और पवन गुप्ता (19)  को 16 दिसंबर,2012 की रात को दक्षिण दिल्ली में एक चलती बस में 28 वर्षीय छात्रा के साथ बलात्कार के मामले में मौत की सजा सुनाई थी. दलील देते हुए वकील ने कहा कि, 'निचली अदालत का दोषी करार देने का फैसला और सजा के आदेश कानूनके हिसाब से अनुचित हैं. निचली अदालत के न्यायाधीश ने मामले के तथ्यों पर कोई गौर नहीं किया और तथ्यों के विपरीत कानून को लागू किया.'

इतना ही नहीं अपील में दावा किया गया है कि विनय 17 साल का है और उस पर किशोर न्यायबोर्ड में मुकदमा चलना चाहिए. अपील के अनुसार मामले में जांच अधिकारी(आईओ) को अपीलकर्ता 1(विनय) की जन्मतिथि का रिकॉर्ड उसके पैतृक गांव सेलाने का निर्देश दिया जाना चाहिए और अपीलकर्ता की हड्डियों की जांच की जानी चाहिए.

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नारायण साईं को लड़कियां लिखतीथीं प्रेम पत्र

नई दिल्‍ली : गुजरात के सूरत में दो बहनों की ओर से आसाराम और उसके पुत्र नारायण साई के खिलाफ बलात्कार की शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने नारायण, उसकी मां और बहन के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है. जानकारी के अनुसार नारायण साईं को 'स्वीटहार्ट भगवान' कहलाना अच्छा लगता था. इसके साथ ही नारायण साईं को लड़कियों के लव लेटर बहुत अच्छे लगते थे. बता दें कि नारायण साईंके नाम लड़कियों के इतने लव लेटर मिले हैं जिसे सुनकर और देखकर आप हैरान रह जाएंगे.

गौरतलब है कि राजस्थान के जयपुर में करधनी थाना क्षेत्र में आसारामके आश्रम में उनके पुत्र नारायण साई को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए कुछ लोगों ने तोडफ़ोड की. पुलिस के अनुसार क्षेत्र के सिरसी रोड इलाकेमें कुछ लोगों ने आश्रम के मुख्य द्वार एवं परिसर में तोडफोड की. यह लोग हालमें सूरत में दर्ज नारायण साईं के खिलाफ यौन शोषण के मामले में उन्हें गिरफ्तार किए जाने की मांग कर रहे थे.

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भाई रणबीर और बहन करीनाने बॉलीवुड में लहराए परचम परिवार की अभिनय परंपरा को बढ़ाया आगे – करिश्मा कपूर

मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : करीना कपूर को हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में किसी पहचानकी जरूरत नहीं है. उन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय से इंडस्ट्री में अपनी अलग ही जगह बनाई है. गौरतलब है कि करीना की बड़ी बहन और बॉलीवुड अदाकारा करिश्मा कपूर को लगता है कि उनके फिल्मोद्योग से बाहर जाने से हुई खाली जगह को उनकी बहन करीना कपूर ने भरदिया. इसके साथ ही उन्होंने करीना के अपने चचेरे भाई रणबीर के साथ परिवार की अभिनय परंपरा को आगे बढ़ाने पर खुशी भी जाहिर की.

आपको बता दें कि साल 2003 में करिश्मा ने शादी के बाद से अभिनय छोड़दिया, हालांकि वह किसी न किसी रूप में इंडस्ट्री से जुड़ी रहीं. करिश्मा ने एक साक्षात्कार के दौरान बताया कि, 'मैं अपने फैसले पर अफसोस नहीं करती. मैं कह सकती हूं कि मेरी खाली जगह को करीना ने भर दिया है. मेरा चचेरा भाई रणबीरभी अच्छा काम कर रहा है. मैं खुश हूं कि परंपरा जारी है.' दिल्ली के उद्योगपति संजय कपूर से शादी करनेवाली करिश्मा ने इसी साल तलाक लिया है.

उल्लेखनीय है कि करिश्मा ने 2012 में 'डेंजरस इश्क' से बॉलीवुड में वापसी की लेकिन फिल्म सफल नहीं हो पाई. करीश्मा कपूर के दो बच्चे समेयरा(8)और कियान(3) उनकी पहली प्राथमिकता है. 'फिजा' और 'जुबैदा' जैसी गैर-व्यवसायिक फिल्में करने वाली करिश्मा कहती हैं कि, 'काम ना करने का फैसला मैंने सोच समझ कर किया था. मैं बच्चों के शुरुआती समय में उनके साथ रहना चाहती थी. अब मैं घर से बाहर जाती हूं लेकिन बच्चे मेरी पहली प्राथमिकता हैं.'

बता दें कि करिश्मा ने हाल ही में गर्भावस्था और मातृत्व संबंधी अपनी किताब 'माई यम्मी मम्मी गाइड' का विमोचन किया है.

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जम्मू – कश्मीर विधानसभा स्पीकर ने वी.के.सिंह को भेजा समन

नई दिल्ली : पूर्व सेनाध्यक्ष वी.के.सिंह को समन जारी किया गया है. यह समन जम्मू-कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष ने भेजा है. गौरतलब है कि उनपर विशेषाधिकार हनन का आरोप है. उन्होंने जम्मू कश्मीर के मंत्रियों द्वारा पैसे लेने का विवादास्पद बयान दिया था.

आपको बता दें कि पूर्व सेना प्रमुख जनरल वी.के.सिंह ने सेना की ओर से मंत्रियोंको पैसे दिए जाने की बात कहकर रियासत की सियासत में भूचाल ला दिया था. जनरलके आरोपों पर विधानसभा में तीखी बहस हुई. सत्ताधारी नेशनल कांफ्रेंस ने वी.के.सिंह के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव पेश किया था. सत्तापक्ष और विपक्षके सभी सदस्यों ने मांग की थी कि वी.के.सिंह के मुद्दे पर सदन में चर्चा होनी चाहिए.

इसके बाद गत सोमवार को जनरल के बयान पर जोरदार बहस हुई. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के अनुसार वी.के.सिंह के आरोपों से लोकतंत्र पर उंगली उठी है और जम्मू-कश्मीर के लोगों के जज्बात से खेला गया है. इसके साथ ही सभी राजनीतिक पार्टियों की ईमानदारी पर शक किया जाने लगा है. भारत सरकार को इस पर फैसला लेना होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले पर सदन को एकजुटता दिखानी होगी और देश को बताना होगा कि जम्मू-कश्मीर के लोग बिकाऊ नहीं हैं.

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राहुल देश को चलाने में अयोग्य – अमितशाह (भाजपा)

इलाहाबाद : भाजपा के यूपी प्रभारी और पार्टी के महासचिव अमितशाह ने यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनेगी. शाह के अनुसार भावजपा सरकार बनने से एसपी के भीतर चल रहा अंदरूनी कलह सामने आ जाएगा. इसकलह की वजह से अखिलेश सरकार खुद-ब-खुद गिर जाएगी और मध्यावधि चुनाव होंगे.

आपको बता दें कि शाह ने इलाहाबाद में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक में हिस्सा लिया. पार्टी कार्यकर्ताओं से बसपा और सपा के खिलाफ किसी भी तरह काकड़ा रुख न दिखाने को भी कहा. शाह के अनुसार इस तरह के रुख से मतदाताओं में नाराजगी उत्पन्न हो सकती है. शाह ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को पप्पू की संज्ञा देते हुए कहा कि कांग्रेस इसलिए राहुल को अपना प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित नहीं कर रही क्योंकि वह देश को चलाने में अयोग्य हैं.

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सोनम के ये हॉट अंदाज, GQ के कवर पेज के लिए दिए पोज

मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : फैशन आइकन कही जाने वाली सोनम कपूर अपने स्टाइल, लुक और ड्रेसस्टाइल के लिए जानी जाती है. अपने युनीक ड्रेसिंग सेंस की वजह से वह हमेशा सुर्खियों में रहती हैं. गौरतलब है कि हाल ही में जीक्यू इंडिया मैगजीन में सोनम का बेहद हॉट लुक देखने को मिला. इसके चलते वह एक बार फिर सुर्खियों में आ गई हैं.

आपको बता दें कि जीक्यू इंडिया के अगस्त 2013 के एडिशन में सोनम कपूर इसके कवर पेज परछाई हुई हैं. सोनम कपूर जीक्यू इंडिया मैगजीन में बेहद हॉट एंड सेक्सी अवतार में नजर आ रही हैं. सोनम ने इसी फोटोशूट की एक फोटो सोशल नेटवर्किंगसाइट ट्विटर और फेसबुक पर पोस्ट की है.

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हमेशा से ही सुपरगर्ल का किरदार निभाना चाहती थी – कंगना रनौत

मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री कंगना रनौत अपने अभिनय के लिए जानी जाती हैं. उनका कहना है कि वह हमेशासे ही सुपरगर्ल का किरदार निभाना चाहती थी और अब उनका यह सपना पूरा हो गया.

गौरतलब है कि वर्ष 2006 में प्रदर्शित फिल्म 'गैंग्सटर' से अपने करियर की शुरूआत करनेवाली कंगना ने इसके बाद 'वो लम्हे', 'लाइफ इन ए मेट्रो', 'फैशन', 'तनु वेडस मनु' जैसी फिल्मों में काम किया है. इन फिल्मों में कंगना ने संजीदा अभिनय किया था. आपको बता दें कि कंगनहा ने कहा कि मैं फिल्मों में सुपरगर्ल का किरदार निभाना चाहती थी। मेरा यह सपना अब 'कृष 3′ और 'रिवाल्वर रानी' जैसी फिल्मों से पूरा हो गया है.

उल्लेखनीय है कि 'कृष 3′ में कंगना रनौत ने नेगेटिव भूमिका निभाई है. इस फिल्म में कंगनाने सुपर वुमेन का किरदार निभाया है जबकि 'रिवाल्वर रानी' में उनका किरदार चंबल की एक बाहुबाली नेता का है. दोनों हीं फिल्मों में कंगना ने जोरदार स्टंट किे है. इसी को देखते हुए कंगना का कहना है कि फिल्मों में सुपरगर्ल बनने का उनका सपना अब पूरा हो गया है. हालांकि देखना दिलचस्प होगा कि कंगाना का यह अवतार दर्शकों को कितना लुभा पाता है.

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सोनिया ने रखी एम्स की आधारशिला

रायबरेली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 8 अक्टूबर को अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली में अखिल भारतीय आयु र्विज्ञान संस्थान(एम्स) की आधारशिला रखी. इस मौके पर उनके साथ प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद थीं. मुंशीगंज के पुराने चीनी मिल परिसर में भूमि पूजन कर एम्स की आधारशिला रखी गई.

आधारशिला रखने का पूरा कार्यक्रम बहुत ही साधारण तरीके से संपन्न किया गया. इस समारोह के बाद सोनिया गांधी ने कहा कि, 'करीब एक हजार करोड़ रुपये की इस परियोजना के लिए उत्तर प्रदेश सरकार जमीन उपलब्ध कराएगी. सूत्रों के अनुसार भूमि पूजन के साथ ही एम्स का निर्माण कार्य शुरु हो जाएगा. इस बीच गांधी ने सिटी रिर्सोसेज सेंटर की भी आधारशिला रखी. इसे हुडको की मददसे विकसित किया जाएगा.

आपकोबता दें कि करीब नौ हजार वर्ग मीटर में निर्मित होने वाले इस सेंटर पर हुडको साढ़े बारह करोड़ रुपये खर्च करेगा. इससे पहले राज्य की समाजवादी पार्टी(सपा) सरकारने एम्स के निर्माण के लिए 97.69 एकड जमीन केन्द्र सरकार को स्थानान्तरितकर दी है. पूर्ववर्ती मायावती सरकार से भी एम्स के लिए जमीन मांगी गई थी लेकिन उस सरकार के दौरान जमीन नही मिली थी. रायबरेली शहर से पांच किलोमीटरदूर लखनऊ, इलाहाबाद राजमार्ग पर बनने वाले एम्स से आसपास के कई जिलों के मरीज लाभान्वित होंगे. केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के नाम परजमीन 90 वर्ष के लिए पट्टे पर दी गई है.

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महाराष्ट्र के कुछ मंत्रियों ने दिन दहाड़े किसानों को लुटा

100000000 करोड़ रूपये का शुगर फैक्टरियों का घोटाला?
महाराष्ट्र के कुछ मंत्रियों ने दिन दहाड़े किसानों को लुटा
…..तो शायदबहुत सारे मंत्री जेल में जाएंगे- अण्णा हजारे

मुंबई (चंदन पवार) Email : chandanpawr.pits@gmail.com

कृषिप्रधान देश में महाराष्ट्र के कृषिउद्योग का हिस्सा सबसे ऊंचे पायदान पर आता है. परंतु यहां के किसानों को खून के आंसू रोने पड़ रहेहैं क्योंकि आज महाराष्ट्रमें जो शुगर फैक्टरीज चलरही हैं वह अब किसानों की नहीं रह गई है बल्कि जिनके पास संपत्ति के भंडारलगे हुए हैं उनकी हैं. और उन फैक्टरीज को खरीदने में सबसे आगे हैं महाराष्ट्र की जनता के मालिक समझनेवाले लोकप्रतिनिधि (असल में वह जनता के सेवक हैं, यह भूल गए हैं). 9 अक्टूबर को मुंबई के आजाद मैदान पर 10 हजार करोड़ रूपयों का शुगर फैक्टरीज घोटाले को उजागर करने के लिए जो आंदोलन किया गया है उसमें वरिष्ठ समाज सेवक अण्णा हजारे, मेधा पाटकर, शेतकरी संघठना के सांसद राजू शेट्ठी, पूर्वविधायक माणिकराव जाधव और डॉ.विश्वंभर चौधरी उपस्थित थे.

इस आंदोलन में महाराष्ट्र के कई जिल्हों में से गन्ना उत्पादक, सभासद, किसान, मजदूर और सामान्य लोगों ने भाग लिया. पिछले 8 साल में राज्यों के 40 शुगर फैक्टरीज को कानूनको ताक पर रखते हुए खरीदा गया है. सत्ता में और सत्ता के बाहर बैठे लोकप्रतिनिधियों ने संगतमत से एक दूसरे की मदद करके करोड़ों रूपयों का किसानों को चूना लगाया है. सहकार उद्योग की रीड़ की हड्डी ही इन सभी ने मिलकर तोड़ दी है. इन्होंने जो शूगर फैक्टरीज खरीदी है उसमें सबसेबड़ा घोटाला उस शूगर फैक्टरीज की जमीन काहै जिसकी कीमत आज करोड़ों रूपये में है. इसका लालच इस कदर इन लोगों पर छा गया है कि जिन किसानों की वजह से आज यह बड़े ओहदे पर बैठेहैं उन किसानों को ही इन्होंने दरकिनार करके अपना स्वार्थ साध लिया है. बल्कि यह कह सकते हैं कि किसानों की जमीन और शूगर फैक्टरीजको कौड़ियों के दाम खरीदकर सभासदों के 800 करोड़ रूपये का घपला किया है. इस तरह का आरोप पूर्व विधायक माणिकराव जाधव ने किया है.

उदाहरण के रूप में देखा जाए तो एक शूगर फैक्टरी है जिसकी मशिनरी 32 करोड़ और जमीन का मुल्य 300 करोड़ रूपये हैं परंतु उस फैक्टरी को दिवालिया दिखाकर उसे एक लोकप्रतिनिधि ने जो सरकार में अपना बड़ीछाप बनाए बैठे हैंउन्होंने उसे सिर्फ 27 करोड़ में अपनी ही निजी कंपनी के जरिए खरीद लियाहै. ऐसी कहानी महाराष्ट्र के 27 शूगर फैक्टरीज की है जिनका जानबूझकर दिवाला दिखाकर लोकप्रतिनिधियों ने अपनी दिवाली मनाई है. अगर इस तरह करोड़ों के भ्रष्टाचार को रोका नहीं गया तो भविष्य में ना दूध डेरी, बाजार समिति, खरीदी-विक्री संघ और ना सूत के कारखाने बच पाएंगे. मतलब आज महाराष्ट्र का वैभव जिस सहकार उद्योग पर खड़ा है वह सहकार उद्योग ही लुप्त हो जाएगा और फिर वहां काम करनेवाले मजदूर और किसान, रास्ते पर आ जाएंगे. आज कई शूगर फैक्टरियो के कामगारों के घरों में एक वक्त की रोटी तक जुटाना मुश्किल हो गया है, इसलिए महाराष्ट्र के मसीहा मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और सहकार मंत्री इस गंभीर समस्या के बारे जल्द से जल्द सोचे और किसानों की आत्महत्या बढ़ने से रोके. बस यही हमारा कहना है.

 

किस तरह हुआ गैरव्यवहार :

  • 2005 से सहकारी शूगर फैक्टरीज का दिवाला निकलना शुरू हुआ.
  • 2012 में 202 में से सिर्फ 108 शूगर फैक्टरीज सही ढंग से चल रही थी.
  • संचालक बॉडी के भ्रष्टाचारों से शूगर फैक्टरीज का मुनाफा घटना शुरू हुआ.
  • बैंक और सरकारी मदद मिलने के बाद भी शूगर फैक्टरीज मुनाफे में नहीं.
  • बैंक ने 40 शूगर फैक्टरीज को जब्त करने के बाद पैसा वसूलने के लिए उनकी बिक्री की.
  • करोड़ों रूपयों की कीमत वाली शूगर फैक्टरीज को कौड़ियोंके दाम खरीदा गया.
  • खरीदनेवाली कंपनियां सभी पार्टियों के लोकप्रतिनिधियों की.
  • उनको खरीदने के बाद चमत्कार हुआ शूगर फैक्टरीज तेजी से चलने लगी.
  • शूगर फैक्टरीज की बिक्री होते समय कामगार, सभासद और किसानों को ध्यान में नहीं रखा गया.
  • शूगर फैक्टरीज से लोकप्रतिनिधि मालामाल परंतु बैंक और किसान कंगाल.

 

आंदोलकों की मांग :

  • बंद पड़ी हुई शूगर फैक्टरियों की नए तरीके से जांच करवाई जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले.
  • बंद पड़े फैक्टरीज को नए सिरे से चालु किया जाए.
  • इनकी बिक्री करने की बजाय उसे कॉर्पोरेशन के हवाले कर चलाया जाए.
  • कॉर्पोरेशन में आयएएस दर्जाकेअधिकारी की नियुक्ति की जाए.
  • 20 साल के लिए रेंट पर दिया जानेवालाकानून रद्द किया जाए.
  • फैक्टरीज के शेयर होल्डरोंके पैसों को ब्याज के साथ वापस किया जाए.
  • किसानों के 1200 करोड़     रूपये दिए जाए.
  • बंद पड़े हुए फैक्टरीज के कामगारों को दर माह 3000 रूपये बेकार भत्ता दिया जाए.
  • कामगारों के 800 करोड़ रूपये दिए जाए.
  • 18% वेतन वाढ़ की कड़ी अमल बजावनी की जाए.
  • आगे से रेंट पर शूगर फैक्टरीज चलाने के लिए नहींदी जाए.

 

किसके पास कितनी शूगर फैक्टरीज हैं

अण्णा हजारे(वरिष्ठ समाज सेवक)
'महाराष्ट्र की सभी शूगर फैक्टरीज के बिक्री की न्यायालयीन जांच होनी चाहिए. सरकार की तरफ से बिठाई गई समितियों के ऊपर हमारा विश्वास नहीं है.वह समिती केवल एक फार्म रहती है. ऐसे कितनी समितियों का अहवाल रद्दी के कागज की तरह पड़े हुए हैं अगर न्यायालयीन जांच होती है तो महाराष्ट्र के कई लोकप्रतिनिधि लालू प्रसाद यादव की तरह जेल में जाएंगे. महाराष्ट्र के सहकार मंत्री ने तो सहकार उद्योग की रिड़ की हड्डी ही तोड़ दी है. ऐसे सहकार मंत्री को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है. शूगर फैक्टरीज बंद करने का रैकेट महाराष्ट्र में कार्यरत है. किसानों के पैसों को दिन दहाड़े लूटने का काम लोकप्रतिनिधियों ने किया है.'
मेधा पाटकर(समाजसेविका)
'पिछले 8 सालों में महाराष्ट्र कि 40 शूगर फैक्टरीज को गैरकानूनी तरीके से बेचा गया है. किसान और कामगारों के 800 करोड़ रूपये डूब गए हैं.यह 10 हजार करोड़ का जो घोटाला है उसकी जांच करवानी बहुत जरूरी है. नहीं तो महाराष्ट्र से सहकार क्षेत्र कब गायब हो जाएगा, पता नहीं चलेगा.
डॉ.विश्वंभर चौधरी(सामाजिक कार्यकर्ता)
महाराष्ट्र के सरकार में भी वही, पुलिस भी वही और चोर भी वही. यह सभी लोगों ने सहकार उद्योग को उजाड़ दिया है. 300 से 400 करोड़ का हर एक शूगर फैक्टरी का यह भ्रष्टाचार है. बैंक भी उनकी और सरकार भी उनकी होने की वजह से दिन दहाड़े लूट मची है. 10 हजार करोड़ का यह घोटाला नजर आता है. इसमें 34 हजार करोड़ की बैंक और सरकार ने गैरंटी ली है मतलब सर्वसामान्य जनता अपना कर भर भर के परेशान हो रही है और यह घोटाले कर रहे हैं. इस घोटाले में सभी पार्टियों के लोकप्रतिनिधि होने की वजह से न्याय मिलना जरा मुश्किल है परंतु नामुमकिन नहीं है. अगर जनता रास्ते पर आएगी और आंदोलन करती रहेगी तो सबको एक दिन घर का रास्ता दिखा सकती है. अब जनता के पास 2014 में आनेवाला चुनाव है. इस आंदोलन में सभी समाजसेवक एक मंच पर साथ आए हैं, यह आंदोलन के लिए महत्वपूर्ण है.

माणिकराव जाधव(पूर्व विधायक) : इस घोटाले में अजित पवार की कंपनियों ने महाराष्ट्र में 6 शूगर फैक्टरीज खरीदी है. यही नहीं छगन भुजबल, जयंत पाटिल, अशोक चव्हाण, अमित देशमुख, नितिन गडकरी, गोपीनाथ मुंडे और फौजिया खान ऐसे कई नेताओं ने शूगर फैक्टरीज को खरीदकर गन्ना किसान सभासद और कामगारों को लूटा है.

शेखर पवार(किसान) : हमारे गिरणा शूगर फैक्टरीज कर्ज 27 करोड़ रूपयों का था. जमीन और मशीनरी मिलके 400 करोड़ संपत्ति है. इस शूगर फैक्टरीज को सिर्फ 27.50 करोड़ में यहां के स्थानीय विधायक ने एक बड़े मंत्री को किसानों को विश्वास में ना रखकर बेच दिया है. आज हम अण्णा हजारे के नेतृत्ववाले आंदोलन में न्याय की मांग करने आए हैं.

प्रा.के.एन.अहिरे(किसान) : अपने फायदे के लिए सरकारी शूगर फैक्टरीज को बंद करवाया जा रहा है. हमारे यहां आर्म स्ट्रॉंग नाम की कंपनी ने गिरणा शूगर फैक्टरी को कौड़ियों के दाम खरीदा है. यह किसान और सभासदों की खुलेआम लूट है. हमारी केस सुप्रीम कोर्ट ने फाईल कर ली है और आनेवाली 26 अक्टूबर को जिन्होंने यह फैक्टरी खरीदी है उनको अपना पक्ष रखने का मौका दिया है. हमारे यहां के विधायक दादा भुसे और पालक मंत्री छगन भुजबल ने मिलकर किसान और सभासदों को लूटा है. इसलिए हमें जब तक न्याय नहीं मिलता है तब तक लड़ते रहेंगे.

विजय शेवाले(किसान) : सत्ता में बैठे और सत्ता के बाहर बैठे लोकप्रतिनिधियों की मिली भगत से शूगर फैक्टरीज को कौड़ियों के दाम खरीदा है. परंतु आज जिनका बाजार मुल्य करोड़ों रूपये है. इन्हें किसानों की प्रगति की नहीं बल्कि शूगर फैक्टरीज की जो करोड़ों की जमीन है उसपर बुरी नजर थी और उसे खरीद करयह मालामाल हो गए हैं और किसान रास्ते पर आ गया है.

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आमिर खान के खिलाफ, धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज

मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान, निर्माणाधीन फिल्म 'पीके' के निर्देशक और अन्य अभिनेताओं के खिलाफ चांदनी चौक इलाके में शूटिंग के दौरान धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई. गौरतलब है कि प्राथमिकी तब दर्जकी गई जब स्थानीय लोगों ने एक दृश्य पर आपत्ति जताई जिसमें भगवान शिव की वेशभूषा धारण किए एक व्यक्ति को रिक्शा खींचते दिखाया गया जिसमें बुरकापहने दो महिलाएं बैठी थीं.

शुरूआत में लोगों ने सोचा कि अभिनेता रामलीला पार्टी के सदस्य हैं लेकिन कैमरे को देखने पर उन्होंने मुद्दे के बारे में जांच-पड़ताल की. भगवान शिवकी तरह वेशभूषा धारण किए व्यक्ति को लोगों ने पकड़ लिया. एक पुलिस अधिकारीने बताया कि गश्त ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी ने मामले के बारे में पूछताछ की और तीनों अभिनेताओं को कोतवाली थाने ले गया. तीनों अभिनेताओं ने पुलिस से कहा कि यह फिल्म का स्वप्न दृश्य था और उनके पास शूटिंग के लिए अनुमति और सभी कानूनी दस्तावेज हैं. हालांकि उग्र भीड़ थाने पहुंच गई थी और उसने यह आरोप लगाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी कि वे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे थे.

एक पुलिस अधिकारी के अनुसार उन्होंने अभिनेताओं के खिलाफ आईपीसी की 'धारा 295 ए:किसी वर्ग की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने' की मंशा से पूजा स्थल को अपवित्र करने और 153 ए(विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को प्रोत्साहन देने)को लेकर प्राथमिकी दर्ज की. एक पुलिस सूत्र ने बताया कि आमिर खान और फिल्म के निर्देशक राजकुमार हिरानी को प्राथमिकी में नामजद किया गया है.

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लाईफ स्टाइल – नज़र आएं कुछ हटकर

व्यक्ति एक ही तरह के कपड़े और रहन सहन से बोर हो जाता है. इसी तरह वह एक तरहके बैग या एक्सैसरीज से भी बोरियतहोती ही है. इसलिए जरूरी है कि आपके पास इन चीजों की भी वैरायटी हो. यदि आप हर चीज मे वैरायटी रखेंगी तो इस बोरियत से आपको आसानी से निजात मिल जाएगी. वहीं इन चीजों का आपको खास तौरपर ध्यान देना पड़ता है जब आप ऑफिस जाती है. आप काम करने की जगह ज्यादा कलरफुल कपड़े नहीं पहन सकती और डल लुक के साथकाम में मन भी नहीं लगता. इसलिए आपको इससे बचने के लिए देना होगा कुछ खास बातों पर ध्यान.

आपको ध्यान में रखकर कुछ ऐसेतरीके अपनाने पड़ेंगे जिससे आप अपने पूरे लुक को स्पाइसी बना सकती हैं औरएक्सैसरीज के जरिए आप अपना लुक भी बदल सकती हैं.

पर्स और बैग बनाए खास: महिलाएं को लिए उनका बैग बहुत जरूरी होता है. वह अपनी सभी जरूरत की चीजें उसमें समेटकर चलती हैं. इसलिए लैपटॉपबैग उनके लिए छोटे मेकअप बैग या बुक होल्डर के तौर पर काम कर सकता है. आपऐसा बैग चुनें जो स्लीक और कांपैक्ट हो, इसमें मेकअप, सेलफोन और पावरकॉड्र्स की जगह होनी चाहिए. बता दें कि आकर्षक बैग भी आपको खास लुक देने में काफी मददकरते हैं.

गौरतलब है इन दिनों मार्केट में फ्लोरल,स्नेक्स स्किन, एनिमल प्रिंट, चेक, लाइनिंगएवं पोलका डॉट्स  के अलावा आकर्षक रंगों में भी पर्स एवं बैग उपलब्ध हैं, जिन्हें आप किसी भी प्रकार की पोशाक के साथ कैरी कर सकती हैं.

लैपटॉप बैग हो कुछ हटके: आम तौर पर देखा जाता है कि लोग लैपटॉप के लिए सादे काले रंग के बैग काइस्तेमाल करते हैं. यह बहुत कम लोग जानते हैं कि लैपटॉप बैग्सरंग-बिरंगे भी मिलते हैं. ऐसे में आप अपनी पोशाक से मेल खाता बैग खरीदसकती हैं. मार्केट में पॉलीस्टर फैब्रिक में भी यह बैग उपलब्ध हैं. आप अपनी पसंद केडिजाइन चुन सकती हैं और इसे बेहद आकर्षक लुक दे सकती हैं. वहीं बैग लेते समय इस बात काध्यान रखें कि इसमें पावर कॉडर्स के लिए पॉकेट होनी चाहिए.

इनमें आप अपनी पसंद से नेट वर्क, पैच वर्क या फिर एम्ब्रायडर और पेंटिंग भीकरवा सकती हैं, जिससे कि यह आपको दूसरों से हट कर पहचान तो देगा ही, साथही आपको आकर्षण का केंद्र भी बनाएगा.

मोबाइल कवर न रखें सिंपल: मोबाइल के  साथ आकर्षक मोबाइल पाऊच से भी आप अपनी लुक को बेहद खास बना सकतीहैं. बेहद कम दामों और आकर्षक डिजाइनों में ये मोबाइल कवर आपको आसानी सेकिसी भी बाजार में मिल जाएंगे.

आप फैब्रिक, रैक्सीन, लैदर एवं क्रोशिया वर्कके अलावा ट्रांसपेरैंट लुक में भीमार्केट से मोबाइल कवर खरीद सकती हैं. इन परबॉर्बी डॉल, फ्लावर या अन्य आकृतियों के अलावा बीड्स वर्क, पैच वर्क एवंएम्ब्रायडरी भी की होती है. इसके अलावा ये फर में सॉफ्ट ट्वॉयज की शेप मेंभी लिए जा सकते हैं.

फैशन स्टेटमैंट के साथ कंफर्ट लेवल को न करें नज़रअंदाज: लड़किया ही नहीं बल्कि लड़के भी अपने लुक्स और एक्सैसरीज को लेकर काफी सतर्क रहते हैं. खासतौर पर बैग्स की शॉपिंग तो दोनों ही बहुत ध्यान सेकरते हैं. लड़कियां जहां फैशन के साथ स्टाइल और कलर्स को महत्व देती हैं, वही आमतौर पर लड़के ऐसे बैग्स लेते हैं जिसमें उनका सारा सामान आसके और जो कैरी करने में भी आसान हो.

ब्रीफकेस भी है ट्रेंड में: ब्रीफकेस हमेशा से ही ट्रैंड में रहें हैं और आगे भी इनका क्रेज बना ही रहेगा. ऐसा नहीं है कि यह केवल ऑफिस जाने वालों के लिए ही है बल्किइस ऑप्शन को आप हर ओकेजन पर कैरी कर सकते हैं.

वाटरप्रूफ बैग्सको बनाएं पहली पसंद: पर्स एवं बैग्स की अधिकांश कलेक्शन कॉलेज जानेवाली लड़कियों के पास देखी जाती है इसलिए मार्केट में भी उनके अनुसार ही डिजाइन उतारे जाते हैं. यही वजह है कि पीठ पर टांगे जानेवाले कॉलेज बैग के अलावा छोटे ट्रांसपेरेंट, कार्टून कैरेक्टर, फ्लोरल एवं डिजीटल प्रिंट से सजे बैग्स या फिर सिंपलहैंडबैग्स देखे जा सकते हैं.

ध्यान दें इन बातों पर भी:

  • बैग भले ही किसी भी मैटीरियलका लें, उसकी उचित देखभाल जरूरी है. फट जाने या फिर जिप खराब होने पर उसे तुरंत ठीक करवाएं.
  • यदि बैग फैब्रिक का है तो उसे सर्फ के घोल में मुलायम हाथों से धोएं तथा सुखा लें ताकि उसकी चमक लंबे समय तक बरकरार रह सके.
  • लैदर के बैग को अलसी के तेल से कॉटन के साथ साफ करें तथा फफूंद लगने से बचाएं.
  • यदि आपके पास कई प्रकार के बैग्स हैं तो उन्हें भी रखने का उचित स्थान बनाएं क्योंकि यूं ही कहीं भी रख देने से वे खराब होकर अपनी चमक खो देंगे.
  • जरी के काम वाले सिल्क के पर्स जो रूटीन में यूज नहीं होते,  मुलायम कपड़े अथवा फोम के बैग में संभाल कर रखें ताकि उनकी जरी खराब न हो.

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ज्वाला गुट्टा पर लग सकती है आजीवन पाबंदी?

नई दिल्ली : बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा पर आजीवन बैनलग सकता है क्योंकि उन पर आजीवन पाबंदी लगाने की सिफारिश की गई है. गौरतलब है कि यह सिफारिश किसी और ने नहीं बल्कि खुद बैडमिंटन एसोसिएशन ने की है. ज्वाला परपाबंदी की सिफारिश आईबीएल विवाद के चलते की गई है.

आपको बता दें कि आगामी इंडियंन बैडमिंटन लीग(आईबीएल) को लेकर कुछ खिलाड़ियोंद्वारा की गई आलोचनाओं के बाद भारतीय बैडमिंटन संघ और लीग के आयोजकों ने खिलाड़ियों और अधिकारियों को मीडिया से बातचीत करने पर पाबंदी लगा दी है. इननियमों को अनुबंधों में शामिल किया गया है.

उल्लेखनीय है कि यह पूरा विवाद ज्वाला गुट्‌टा और अश्विनी पोनप्पा द्वारा आईबीएल की नीलामीमें उनका आधार मूल्य घटाने पर की गई आलोचनाओं के बाद उठा था. इसके बाद पुरुष युगल विशेषज्ञ रूपेश कुमार और सनावे थॉमस ने भी उनका आधार मूल्य कमरखे जाने को लेकर आलोचना की थी.

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घर परिवार – अनुशासन की आवश्यकता

प्रश्न: मन के छल को किस प्रकार रोका जा सकता है? इसके लिए क्या करना चाहिए?

उत्तर: योग का दूसरा नाम ही अनुशासन है. अथयोगानुशासनम् यह सबसे पहला योगसूत्र है. मन बड़ा छलनेवाला है. मन एक अच्छा सेवक है परंतु एक बुरा मालिक. हम मन के आधार पर आगे नहीं जा सकते. हमारे लिए हमारे जीवन के लिए, उन्नति के लिए, सुसंवादिता के लिए, सबके फायदे के लिए, घर में, घर के बाहर-यम नियमों का पालन एक अत्यावश्यक शर्त है. रास्ते के पार चलने के लिए भी नियम है. हम रास्ते के बीच में नहीं चल सकते. हमारे मन की स्वच्छंदता से जीना बड़ा मुश्किल काम होगा. जीवन का विकास स्वच्छंदता से रूक जाएगा. नदी के प्रवाह को भी बांध के रखनेवाले दो किनारे होते हैं जिसके प्रवाह व्यवस्थित रूप से बहता है और अंत में सागर को मिलता है.

प्रश्न: योग याने आसन करना, इसमें नीति नियमों की क्या आवश्यकता है?

उत्तर: योग याने सिर्फ आसन धारण गलत है. योग के पहले दो चरण है-यम और नियम. दोनों को भूल के सिर्फ आस नकरने से योग नहीं बनता. बिना नियम के सिर्फ आसन करने से मन को स्थिरता नहीं मिलती. वह सिर्फ बाहरी दिखावा बन जाता है. इससे हमें कोई लाभ नहीं होता. मनकी स्थिति को सही रखके किया गया काम हमें जल्दी से आराम देता है. हमारा प्रयत्न हमारी आंतरिक शांति को प्राप्त करने में होना चाहिए.

प्रश्न: कई प्रयत्न करने पर भी मन शांत नहीं रहता तो क्या करना चाहिए?

उत्तर: यदि हमारी खुशी का आधार हमारे बाहर होगा तो हम कभी खुश नहीं रह सकते. बाहरी चीज या बाहरी परिस्थिति पर सुखका आधार नहीं होना चाहिए. क्योंकि इससे हमारी परेशानी अधिक बढ़ जाएगी. आपने  वहगाना सुना होगा हंसने की चाह ने कितना मुझे रूलाय है. आपको वह विनोद याद होगा कि एक बार एक बाप बेटे में संवाद हो रहा था. बेटा जोर शोर से कुछ मांग रहा था. बाप ने कहा, अशोक तू चुप रह. अशोक, मुस्सा बहुत है वगैरह, वगैरह. एक सलोनी यह देख रही थी. उसने देखा कि बेटा चुप हो गया तो उसने बधाई दी कि अशोक तो अच्छा लड़का है. उस बाप ने स्पष्टीकरण दिया मेरा नाम अशोक है, मेरे बेटे का नहीं. मैं स्वंय को शांत रहने के लिए कह रहा था.

अपने में सुधार लाने के लिए दृढनिश्चयी बनो. जब परेशान हो तब मुंह बंद रखो, नहीं तो लिख डालो कि आप क्या करना चाहते हो. क्योंकि प्रतिक्रिया देना, मर्यादा का भान रखना बहुत जरूरी है. एक सीमा निश्चित करो. उसके बाहर मत जाओ. जीवन में शिस्त लाओ. वही जरूरी है जिससे हमारा आंतरिक विकास हो सकता है.

प्रश्न: यदि जीवन में सिर्फ नीति नियमों के आधार पर ही चलें, क्या जीवन नीरस नहीं होता?

उत्तर: नहीं-यह कभी नहीं हो सकता. यदि आपको कुछ चीज अच्छी गती है तो उसके लिए भी दिन, समय तय करो. सप्ताह में कितने दिन, कितना समय या कितने घंटों आप अपनी पसंद का कार्य या टीवी देखना पसंद करोगे. उसके लिए भी समय पत्रक बनाओ और उसके पालन पर डटे रहो. आपको जो चीज अच्छी लग रही है वह चीज आपके स्वास्थ के लिए अच्छी ही होगी, यह जरूरी नहीं है. योग तो जीवन के हर पहलू में शिस्त लाने का मार्ग दिखाता है. यदि एक दिन आपको टीवी कार्यक्रम अच्छा लगा और आप रात को बड़ी देर तक जागे तो दूसरे दिन का कार्यक्रम बिगड़ जाएगा. पूरी दिनचर्या बिगड़ जाएगी. योग तो हर एक बात में संयम की बात करता है. कम बोलो, जरूरत से ज्यादा कभी मत बोलो.

प्रश्न: अनुशासित लोग बोरिंग नहीं बनते क्या?

उत्तर: अनुशासित लोग तब नीरस बनते हैं जब वे खुद कितने अच्छे है और कितना अनुशासन जीवन में अपनाते हैं, उसके बखान करते रहते हैं और अपनी शेखी बघारते हैं. आप अपने मुंह पर काबू लाओ, शांत रहो, आपके अह मकी पूर्ति के लिए आप दूसरों से कितने अच्छे हैं उसकी बातें न करो तो ही अच्छा है.

प्रश्न: परिवार के या तो बाहर, ऐसे अधिकारी के नाते कहां तक अनुशासन लाना संभव है?

उत्तर: आपकी भूमिका एक दादागिरी करनेवाले ऊपरी अधिकारी की नहीं होनी चाहिए, कहीं पर भी आप अपनी शिस्त के कारण सब पर दमन  नकरें, मगर एक सहानुभूति के साथ उनको मदद कररें तो अच्छा होगा. आप अपनी भूमिका निभाएं और बाकी का उन पर छोड़ें. सब कोई अपने अनुभव से सीखते हैं. इसलिए सामने से मदद करने मत दीजिए. समता और शांति से काम लें तो अच्छा रहेगा.

हमारा पूरा ध्यान दूसरोंको क्या करना चाहिए, इसके पर नहीं मगर खुद को कैसे सुधारें इसके ऊपर होना चाहिए. इसलिए हमें हमारे में- खुद में 100% प्रामाणिकता, सत्यप्रियता और समर्पण की ओर खुलापन लाना जरूरी है.

दांपत्य जीवन में दोनों का महत्व है पुरूष की बौद्धिकता और स्त्री की भावनाएं. दोनों का स्थान इतना ही मजबूत है. दोनों ध्रुवों की जरूर तहै, दोनों अपने आप में सत्य है.

प्रश्न: यदि रूटीन कम नीर सबन जाएगा, उदाहरण खाना पकाना तो क्या चाहिए?

उत्तर: खाना पकाना नीरस है तो क्या आप भोजन खाना छोड़ देंगे? उसमें भी नवीनता ला सकते हैं. बदलाव ल सकते हैं. ऋतु के बदलाव के साथ खाना बदल सकते हैं. तबियत के बदलाव के साथ भी खाना बदलना पड़ता है.

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हेल्थ टिप्स – गालस्टोन्स की समस्या से बचें

कभी कभी आपको ऐसी समस्याएं हो जाती हैं जिन्हें आपको समझने में वक्त लगता है जिससे आपकी समस्याएं बढ़ जाती हैं.गौरतलब है कि यदिआपका पेशाब चाय के रंग जैसा हो और आपकी त्वचा या आंखें पीली हो गई हों और आपको भरा-भरा महसूस हो रहा हो तो यह गालस्टोन्स की समस्या का संकेत हो सकता है. यदि इसका इलाज न किया जाए तो इसके कारण लिवर फेल हो सकता है,  पैंक्रियाटाइटिस हो सकता है या गाल ब्लैडर भी फट  सकता है. इन लक्षणों के अन्य कारणों में क्षतिग्रस्त लाल रक्त को शिकाएं तथा लिवर संबंधी बीमारियाहो सकती हैं जिनमें है पेटाइटिस तथा कैंसर इत्यादि शामिल हैं.

आपको बता दें कि चाय के रंग वाला पेशाब तब होता है जब इसमें अत्यधिक बिलीरुबिन प्रकट होता है. बिलीरुबिन की प्रोसेसिंग आमतौर पर लिवर में होती है और बाद में यह बाइल (पित्त) में चला जाता है. पित्त गाल ब्लेडर में स्टोर होता है. यह एकट्यूब में से प्रवाहित होकर आंतडिय़ों में चला जाता है ताकि फैट को पचानेमें सहायता मिल सके. यदि गाल ब्लैडर में गालस्टोन्स पैदा हों और पित्त नली में प्रवेश पा जाएंतो वे अक्सर आंतडिय़ों को पित्त का प्रवाह बाधित कर देते हैं. इस प्रकारपित्त वापस लिवर में आ जाएगा जिस कारण सूजन पैदा होगी. इसकी वजह से उबकाई का आभास होगा और आपको भरा-भरा महसूस होगा. पित्त के वापस आने के परिणाम स्वरूप रक्त में बिलीरुबिन एकत्रित हो जाता है. यह पीला तत्व आपकीत्वचा तथा आंखों को पीला कर देता है और आपके पेशाब का रंग चाय के रंग जैसाहो जाता है.

बता दें कि जब गालस्टोन पित्त नली के माध्यम से आंतडिय़ों की ओर गुजरता है तो पेशाब आता है परन्तु यदि गाल ब्लैडर से एक अन्य स्टोन पित्त नली में अटक जाए तो यह संकेत तथा लक्षण दोबारा सामने आते हैं. यदि ऐसा होता रहे तो इस कारण लिवरस्थायी रूप से क्षतिग्रस्त हो सकता है,साथ ही पित्त नली की रुकावट गालब्लैडर की सूजन पैदा करती है. इसके परिणामस्वरूप पेट में जहरीले तत्वप्रवाहित होने लगते हैं.

इसके अलावा कोई रोग या किसी दवा का साइड इफैक्ट जो लाल रक्त को शिकाओं को तोड़ता होउसके कारण भी रक्त में बिलीरुबिन एकत्रित हो जाता है. यदि आपका पेशाब चायके रंग जैसा हो या आपकी त्वचा और आंखें पीली हो गई हों तो आपको डाक्टरीउपचार की तुरन्त आवश्यकता है.

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भाजपा लोकसभा चुनाव सुराज और विकास केएजेंडे पर लड़ेगी – राजनाथ सिंह

नई दिल्ली : भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है और वह सबसे ज्यादा सांप्रदायिक पार्टी हैं. राजनाथ सिंह के अनुसार भाजपा लोकसभा चुनाव सुराज और विकास के एजेंडे पर लड़ेगी.

राजनाथ सिंहने कहा कि हम जनता के बीच सुराज के दावे के साथ जाएंगे. इसके विपरीत कांग्रेस लोगों को मुद्दों से भटकाना चाहती है. सिंह ने कहा कि, 'हमें पूरा भरोसा है कि हम छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में हैट्रिक बनाएंगे.  इसके अलावा भाजपा राजस्थान और दिल्ली में भी जीत हासिल करेगी.'

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फ्री ब्रेस्ट इन्लार्जमेंट पर यू.एस.बंदी का असर

नई दिल्ली : अमेरिका में हर सेक्टर पर बंदी का असर दिखाई दे रहा है. इस का खामियाजा अब महिलाओं को भी भुगतना पड़ेगा क्योंकि इसका असर महिलाओं के ब्रेस्ट सर्जरी करवाने की चाह पर भी पड़ा है. अब यहां महिलाओं को नेशनल हेल्थ सर्विस(एनएचएस) के तहत फ्री ब्रेस्ट का साइज बढ़वाने पर बैन लगा दिया गया है. जानकारी के अनुसार इस एक सर्जरी के लिए 10 हजार पाउंड का नुकसान झेलना पड़ता है जिसका असर करदाताओं पर पड़ता हैं.

हेल्थ सेक्रेटरी जेरेमी हंट के साथ काम करने वाले स्वास्थ्य सलाहकारने कहा कि महिलाओं को अपनी ब्रेस्ट का साइज बढ़वाने के लिए अब मुफ्तमें (करदाआताओं के पैसे पर) मेडिकल सेवाएं नहीं दी जाएंगी. आपको बता दें कि अमेरिका में जो महिलाएं ये क्लेम करती थीं कि वे अपनी ब्रेस्ट के साइज के चलते डिप्रेशन में हैं, उन्हें फ्री में ब्रेस्ट इन्लार्जमेंट का विकल्प दिया जाता था. ऐसी सेवाएं लेने वाली महिलाओं  की बढ़ रही संख्या से सिस्टम बिगड़ रहा था.

हालांकि इस बैन से नई योजना के लिए पैसा बचाया जा सकेगा क्योंकि यदि प्राइवेट अस्पताल में ऐसी सेवा ली जाती है तो कम से कम 10  हजार पाउंड का खर्च आता है. उल्लेखनीय है कि अब केवल उन्हीं महिलाओं को एनएचएस सेवाएं मिल पाएंगी, जो यह साबित कर देंगी कि वह सच में ब्रेस्ट साइज की वजह से अवसाद (डिप्रेशन) की शिकार हो रही हैं. वहीं ब्रेस्ट कैंसर के इलाज को इस दायरे से बाहर रखागया है.

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सचिन तेंडुलकर को भारत रत्न मिले – राजीव शुक्ला

मुंबई(पिट्स प्रतिनिधि) : सचिनतेंडुलकर को 100 वीं इंटरनेशनल सेंचुरी की बधाई देते हुए बीसीसीआईउपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि उन्हें देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मानभारत रत्न दिया जाना चाहिए. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि वह इसकी सिफारिश खेल मंत्रालय से करने के लिए बिसीसीआई अध्यक्ष को पत्र लिखेंगे. गौरतलब है कि तेंडुलकर नेटेस्ट क्रिकेट से सन्यास लेने की घोषणा कर दी है.वेस्टइंडीज के खिलाफ अगले महीने उनका 200वां टेस्ट करियरका आखिरी टेस्ट मैच होगा.

शुक्ला ने राज्यसभा चुनाव के लिएकांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भरने के बाद विधान भवन में कहा, 'अभीसचिन में काफी क्रिकेट बाकी है. उन्हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिलनाचाहिए. सचिन अभी और सेंचुरी बनाएंगे.' राजीव शुक्ला ने कहा कि भारत युवाओं का देश है और देश केकरोड़ोंयुवा सचिन से प्रेरणा लेते हैं. अब जब उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा  करदी हैतो सरकार को खुद पहल करते हुए उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजना चाहिए.सचिन सही मायने में भारत रत्न के हकदार हैं और उन्हें यह सम्मान देने में देर नहीं की जानी चाहिए.'

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शरीर पर बने तिल क्या संकेत देते हैं?

इंसान को उसके शरीर के तिल बहुत लुभाते हैं और उन्हें आकर्षक भी दिखाते हैं, खासकर जब यह होंठें के ऊपर हो. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि इन तिलों का क्या मतलब होता है? क्योंकि अलग अलग व्यक्तियों के शरीर पर अलग अलग जगह तिल होते हैं. तो आईए आज जानते हैं, इन तिलों का मतलब.

ठोड़ी पर तिल : ठोड़ी पर तिल हो तो ऐसा व्यक्ति बहुत मिलनसार नहीं होता. उसके गिने-चुने हीघनिष्ठ होते हैं. वह आत्मिक संबंध हर किसी से नहीं रखता. ऐसे व्यक्ति अक्सरअंतर्मुखी ही होते हैं.

पेट पर तिल : पेट पर तिल हो तो व्यक्ति खाने का शौकीन होता है. ऐसे व्यक्ति को स्वादिष्टखाद्य पदार्थों की बिक्री के स्थान पता होते हैं. यह अधिकतर मिष्ठान-प्रेमीहोते हैंऔरऐसे लोग अपने मित्रों को भी खूब खिलाने-पिलाने के शौकीन होतेहैं. ये लोग छोटी-छोटी उपलब्धि पर भी पार्टी देते हैं.

भुजा पर तिल : दाहिनी भुजा का तिलव्यक्ति को प्रतिष्ठित व बुद्धिमान बनाता है. लोग ऐसे व्यक्ति का सम्मान करते हैं. वहीं बाईं भुजा पर तिल हो तो व्यक्ति झगड़ालु होता है. उसकानिरादर हो सकता है और उसकी संगत बिगड़ सकती है.

कंधे पर तिल : दाएं कंधे पर तिल व्यक्ति को जिम्मेदार बनाता है. ऐसा व्यक्ति जो भी निर्णयले लेता है उसे पूर्ण करके ही दम लेता है. वहीं बाएं कंधे पर तिल वालाव्यक्ति छोटी-छोटी बातों का क्रोध करने लगता है और वह खुशी के साथ अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाता.

पैर का तिल : पैरों पर तिल हो तो जीवन में भटकाव रहता है. हालांकि ऐसा व्यक्ति यात्राओं का शौकीन होताहै. दाएं पैर पर तिल हो तो यात्राएं सोद्देश्य और बाएं पैर पर हो तोनिरुद्देश्य होती है. दाएं घुटने पर तिल होने से गृहस्थ जीवन सुखमय और बाएंपैर पर होने से दांपत्य जीवन दुखमय
होता है.

गले का तिल : गले में तिल वालाव्यक्ति आरामतलब होता है. गले पर सामने की ओर तिल हो तो व्यक्तिके घर मित्रों का जमावड़ा लगा रहता है. हालांकि उसके मित्र सच्चे होते हैं. गले केपृष्ठ भाग पर होने पर व्यक्ति कर्मठ होता है.

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शीला की जमानत जब्त करा दूंगा – अरविंद केजरीवाल

नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी(आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने एक न्यूज चैनल सेबातचीत के दौरान दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित पर निशाना साधते हुए कहा किमैं शीला दीक्षित की जमानत जब्त करा दूंगा. गौरतलब है कि केजरीवाल ने डंके की चोट पर कहा कि वह शीला दीक्षित के खिलाफ गोल मार्केट विधानसभा से चुनाव लड़ेगे. इतना ही नहीं केजरीवालके अनुसार 'आप' पार्टी त्रिशंकु विधानसभा की हालत में किसी को समर्थननहीं देगी.

गौरतलब है कि दिल्ली में विधानसाभा चुनाव 2013का ऐलान होतेही चुनावी माहौल गर्म हो गया है और सभी पार्टियां जीत का झंडा लहराने की कोशिश में जुट गई हैं.आपको बता दें कि कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों में एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिलाशुरू हो चुका है. 4 दिसम्बर को होने वाले चुनावों में कड़ी टक्कर देनेका वादा करने वाली 'आप 'पार्टी ने कहा कि अगर वह सत्ता में आती हैतो जनलोकपाल विधेयक को अपनाने के लिए 29दिसम्बर को रामलीला मैदान मेंविधानसभा के विशेष सत्र का आयोजन करेगी.

आपको बता दें कि विधानसभा चुनावों के लिए निर्वाचन आयोग की तरफ से मतदान तिथियों की घोषणाके एक दिन बाद शीला दीक्षित,भाजपा अध्यक्ष विजय गोयल और 'आप' के अरविंदकेजरीवालने अलग-अलग संवाददाता सम्मेलन किए. इन सम्मेलनों में उन्होंने एक तरफ भ्रष्टाचार के मुद्दे उठाए तो दूसरी ओर कई मुद्दों पर एक-दूसरे पर प्रहार किए. उल्लेखनीय है कि इससे पहले दीक्षित ने भाजपा और आपको चुनौती देते हुए अपने आरोपों के समर्थन में सबूत देनेकी बात की थी औरकहा कि दोनों दल विधानसभा चुनाव जीतने के लिए लोगों को भ्रमित कर रहे हैं.

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