| सीबीआई का गठन गैर कानूनी – गुवाहाटी हाई कोर्ट | गुवाहाटी : गुवाहाटी हाईकोर्ट ने केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) को गैरकानूनी ठहरा दिया है. हाईकोर्ट ने जांच एजेंसी की सभी कार्रवाइयों को भी असंवैधानिक करार दिया है. केंद्र सरकार जल्दी ही सुप्रीम कोर्ट में इस फैसले को चुनौती देगी. बता दें कि हाईकोर्ट ने अपने फैसले में उस प्रस्ताव को रद्द कर दिया, जिसके तहत सीबीआई का गठन किया गया था. हाईकोर्ट ने कहा कि सीबीआई जिन केसों की जांचकर रही है, जिन मुकदमों की सुनवाई में शामिल है, सीबीआई ने जो गिरफ्तारियां की हैं, जितने तलाशी अभियान चलाए हैं, सामान जब्त करने की जो कार्रवाई की है, वो सब असंवैधानिक हैं गौरतलब है कि गुवाहाटी हाईकोर्ट का आदेश सीबीआई के लिए बड़ा संकट खड़ा कर सकता है. इस वक्त देश के दर्जनों ऐसे बड़े मामले हैं जिनकी जांच सीबीआई कर रही है. यूपीए सरकार के दौरान ही हुए कोयला घोटाला, 2जी घोटाला, कॉमनवेल्थ घोटाला की जांच सीबीआई कर रही है. वहीं तमाम दंगे, बड़े अपराध सीबीआई को ही जांचके लिए सौंपे जाते हैं. लेकिन गुवाहाटी हाईकोर्ट ने नियमों का पालन ना किए जाने के आधार पर सीबीआई के गठन को ही गलत ठहरा दिया है. उल्लेखनीय है कि गृहमंत्रालय के एक आदेश के बाद 1963 में सीबीआई का गठन किया गया था. हाईकोर्ट ने कहा कि, 'हम 1 अप्रैल, 1963 के उस प्रस्ताव को खारिज करते हैं, जिसके तहत सीबीआई की स्थापना की गई. सीबीआई, दिल्ली स्पेशल पुलिस एस्टैब्लिशमेंट एक्ट(डीएसपीई) का अंग नहीं है. डीएसपीई कानून 1946 के तहत गठित एक पुलिस बल के रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता. ऐसे में इस प्रस्ताव को सिर्फ विभागीय निर्देश ही माना जा सकता है और उसे कानून के रूप में नहीं बदला जा सकता है.' | Read More » घर में कपड़े उतारकर पूल में कूद जाऊंगी – सोफिया | मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : कलर्स चैनल पर आने वाले रिएलिटी शो बिग बॉस के सीजन 7 में नई कंटेस्टेंट ब्रिटिश मॉडल सोफिया हयात ने एंट्री कर ली है. पर घर से जाने से पहले उन्होंने कई विवादस्पद बयान दिए है. बता दें कि सोफिया ने कहा है कि अगर मुझे बिग बॉस के घर में बहुत गुस्सा आया, तो मैं अपने सारे कपड़े उतारकर स्विमिंग पूलमें कूद जाऊंगी. सोफिया को लगता है कि यह नेचरल वॉटर थेरपी उनके टेंपर को काबू में रखेगी. अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में सोफिया ने चीजें शेयर करने के बारे में बोला कि मैं बाथरूम, टॉयलेट जैसी चीजें शेयर कर सकती हूं, लेकिन अगर कोई मेरे साथ बेड पर आया तो 'मैं जोर से फार्ट मारूंगी और इतनी बदबू फैलाऊंगी कि लोग भाग जाएंगे.' इस तरह के कई विवादास्पद बयान बिग बॉस में सेलिब्रिटीज करते हैं. हालांकि यह कह पाना मुश्किल है कि यह टीआरपी का खेल है या हकीकत? | Read More » भारत के सिर सजामिस एशिया पैसिफिक वर्ल्डस 2013 का ताज – सृष्टि राणा ने जीता यह खिताब | मुंबई(पिट्स प्रतिनिधि) : भारतकी सृष्टि राणा ने कोरिया में मिस एशिया पैसिफिक वर्ल्ड 2013 में 49 देशों की सुंदरियों को पीछे छोड़ यह ताज अपने नाम कर लिया. साल 2012 में मिस एशिया पैसिफिक वर्ल्ड की भारत की ही विजेता हिमांगिनी सिंहयादू ने उन्हें ताज पहनाया. प्रतियोगिता के दौरान सृष्टि ने अपने खूबसूरती और बुद्धिमानी से निर्णायक मंडल को प्रभावित किया. प्रतियोगिता के दौरान राष्ट्रीय पक्षी मोर से प्रेरित विशेष ड्रेस पहनने के लिए उन्हें नेशनल कास्ट्यूम अवॉर्ड से भी नवाजा गया. गौरतलब है कि एशिया पैसिफिक वर्ल्ड का ताज जीतने के बाद सृष्टि ने कहा कि, 'यह सपने के सच होने जैसा है. मुझे खुद पर गर्व महसूस हो रहा है. मुझे अब भी यकीन नहीं हो रहा है कि मैं यह ताज जीत चुकी हूं.' आपको बता दें कि सृष्टि से पहले मिस एशिया पैसिफिक वर्ल्ड का ताजदीया मिर्जा और जीनत अमान भी जीत चुकी हैं. यह खिताब जीतने के साथ ही सृष्टि भी इनकी श्रेणी में शामिल हो गई हैं. | Read More » आमिर'धूम-3′ में धूम मचाने को तैयार हैं | मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : 30 अक्टूबर को फिल्म 'धूम-3′ का ट्रेलर रिलीज हो गया है. 'धूम-3′ के पहले ट्रेलर में शानदार एक्शन दिखाया गया है. ट्रेलर में आमिर खान जबरदस्त एक्शन करते दिख रहे हैं और टेक्नोलॉजी का भी भरपूर इस्तेमाल किया गया है. उल्लेखनीय है कि फिल्म पहले दो सीरिज से एक कदम आगे नजर आ रही है जबकि पिछले सीरिज भी लोगों का मन मोहने में कामयाब रही थी. आपको बता दें कि इस फिल्म में आमिर बिल्डिंग पर भी भागते नजर आ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ फिल्म की हिरोइन कैटरीना कैफ एरोबिक्स करती दिख रही हैं. कैटरीनाकी भूमिका काफी चैलिजिंग दिख रही है. वहीं पिछले सीरिज की तरह उदय चोपड़ा बाइक चलाने में माहिर अली की भूमिका में हैं और अभिषेक बच्चन सुपर कॉप जय की भूमिका में हैं. आपको बता दें कि फिल्म का डायरेक्शन विजयकृष्ण आचार्य ने किया है. यह फिल्म 20 दिसंबर को रिलीज हो रही है. | Read More » सरदार पटेल ने 1947 दंगों के दौरान मुस्लिमों को बचाया था – शशि थरूर | नई दिल्ली : नरेंद्र मोदी पर राजनीतिक लाभ के लिए सरदार पटेल के नाम का उपयोग करने का आरोप लगाते हुए केन्द्रीय मंत्री शशि थरूर ने कहा कि पटेल ने वर्ष 1947 दंगों के दौरान हजारों मुस्लिमों की जान बचाई थी. थरूर ने इस टिप्पणी के द्वारा मोदी के शासन में हुए वर्ष 2002 गुजरात दंगों की परोक्ष रूप से तुलनाकी. उन्होंने प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार पर निशाना साधते हुए कहा कि, पटेल गांधीवादी थे और महात्मा के अनन्य भक्त थे. मुझे यह बात सुनकर अफसोस है कि कुछ लोग अपनी राजनीतिक स्वार्थों के लिए जंग के मैदान के तौर पर उनके नाम का उपयोग कर रहे हैं.' गौरतलब है कि थरुर ने कहा कि, 'तथ्य यह है कि सरदार पटेल की धर्मनिरपेक्षता सभी भारतीयों, सभी धर्मों, सभी जातियों के लिए असलीस्वाभाविक गांधीवादी करूणा में निहित थी. यह शर्मकी बात है कि उनका नाम आज विभाजन के लिए प्रयोग हो रहा है जबकि उन्होंने हमारे देश में एकता को बढावा देने के लिए सबसे ज्यादा प्रयास किया.' थरूर के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में वर्ष 1947 में दंगों के दौरान, पटेलने सैकड़ों मुस्लिमों को लालकिले में रखा और वे उनकी रक्षा के लिए पुणे और मद्रास प्रांत से सेना को बुलाकर लाए. इतना ही नहीं पटेल हिन्दू दंगाइयोंको संदेश देने के लिए निजामुददीन में दुआ करने गए थे. वह अमृतसर गए क्योंकि गुस्साए तथा भावुक हिन्दुओं और सिखों को इसबात पर मनाया जा सके कि वे हमारे देश से पाकिस्तान जा रहे शरणार्थियों पर हमले नहीं करें. पटेल की इस तरह की धर्मनिरपेक्षता है. गौरतलब है कि आलोचक मोदी पर आरोप लगाते हैं कि उन्होंने वर्ष 2002 दंगों को रोकने के लिए पर्याप्त प्रयासनहीं किए. इन दंगों में एक हजार से अधिक लोग मारे गए थे जिनमें ज्यादातर मुस्लिम थे. इतना ही नहीं थरूर ने यह भी कहा कि पटेल राष्ट्रीय नेता और एक महान कांग्रेसी नेता थे. इसके साथ ही तथ्य यह है कि भीमराव अंबेडकर को अपवाद स्वरूप छोड़कर ज्यादा तर हिस्सों में हमारे राष्ट्रवाद के हीरो कांग्रेस पार्टी के हैं. वह पार्टी के सांगठनिक कार्य में बहुत सक्रिय थे. | Read More » अब नीतू चंद्रा भी बनेंगी 'उमराव जान' | मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : ऐसी खबर है कि बॉलीवुड अभिनेत्री नीतू चंद्रा 'उमराव जान' का किरदार निभाएंगी, लेकिन वह यह किरदार बड़े पर्दे पर नहीं बल्कि थिएटर में करेंगी. गौरतलब है कि नीतू का कहना है कि उनके लिए एक्टिंग किसी जुनून से कम नहीं है और शायद इसी जूनून को पूरा करने कि कोशिशों में वे लगी हुई हैं. सूत्रों के अनुसार इन दिनों नीतू थिएटर कर रही हैं, जहां वे उमराव जानका रोल करेंगी. इस नाटक का म्यूजिक रेखा भारद्वाज ने दिया है. यही नहीं, उन्होंने नीतू के लिए अपनी आवाज का इस्तेमाल भी किया है. हालांकि अगर बड़े परदे की बात करें तो उमराव जान के किरदार को रेखा और ऐश्वर्या राय निभा चुकी हैं, जिससे इस किरदार से उम्मीदें काफी बढ़ जाती हैं. लेकिन आपको बता दें कि दर्शकों की उम्मीदों पर खरा उतरने और रोल को परफेक्ट बनाने के लिए नीतू कथक सीख रही हैं और उर्दू में भी अपनी जुबान साफ कर रही हैं. वे अपने कैरेक्टर में इस तरह डूबी हुई हैं कि रिहर्सल के दौरान उन्हें उमराव कहकर ही बुलाया जाता है. लेकिन हम तो नीतू से उम्मीद करते हैं कि आपका यह रोल दर्शकों के खूब भाए और आप उमराव के किरदार को एक बार फिर जिंदा कर दें. | Read More » सोनाक्षी रंगी कोलकता के रंग में | मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा की फिल्म 'बुलेट राजा' का एक गाना कोलकता में शूट हुआहै. गाने के बोल हैं – सामने है सवेरा' और यह गाना बहुत ही ज्यादा रोमांटिक है. गौरतलब है कि इस गाने में सोनाक्षी के साथ-साथ सैफ अली खान भी है. आपको बता दें कि फिल्म के एक बड़े हिस्से की शूटिंग इसी शहर में हुई है. सुनने में आया है कि सोनाक्षी पर कोलकता का जैसे जादू सा चल गया है. उन्हें यह शहर इतना पंसद आया कि वह शूटिंग के दौरान हाथ रिक्शा में बैठीं और ट्राम का भी सफर किया. इस संबंध में सोनाक्षी का कहना है कि, 'यह पहला मौका था, जब मैं असली ट्राम में बैठी. इसमें बैठना टाइम मशीन में बैठने जैसे था, 100 साल के सफर जैसा. यह बहुत ही बेहतरीन और रोमांटिक एहसास देती है. यह आपको एक जगह रोक देती है और हर चीज को देखने का मौका देती है. यह ट्राम ख्वाबों के सच होने जैसी है. लेकिन खराब बात यह है कि मेरे पास अभी इस एहसास को बांटने के लिए कोई नहीं है.' | Read More » आसाराम की न्यायिक हिरासत 16 नवंबर तक बढ़ाई गई |
जोधपुर : सीबीआई ने यौन उत्पीडऩ मामले में आसाराम बापू के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है. इसके साथ ही न्यायिक हिरासत 16 नवंबर तक बढ़ाई गई. गौरतलब है कि नाबालिग छात्रा के साथ यौनशोषण के मामले में आसाराम सहित पांच लोगों के खिलाफ आरोप पत्र अदालत मेंपेश कर दिए गए है. जिला एवं सत्र न्यायालय(ग्रामीण) के न्यायाधीश मनोज कुमार व्यास की अदालत में आसाराम, उसके सेवादार शिवा, मध्यप्रदेश के ठिंदवाडा गुरकुल की वार्डन शिल्पी एवं शरदचन्द्र तथा आसाराम के रसोईया प्रकाश को पेश किया गया, जहां उन्हें आरोप पत्र सुनाया गया. आपको बता दें कि आसाराम को दंड संहिता की धारा 376-2, 370-4, 354 ए-342, 506-120 बी-509/34 एवं जेजे 23 एवं 26 तथा पोक्सो की 5 से आठ और 17 के तहत आरोप पत्र सुनाया गया. इसी तरह मामले के शेष आरोपियों को भी अलग अलग धाराओं के तहत आरोप पत्रसुनाए गए. उल्लेखनीय है कि नाबालिग छात्रा के साथ यौन शोषण करने के आरोपमें आसाराम सहित ये पांचों आरोपी जोधपुर जेल में बंद हैं. | Read More » विराट कोहलीकी विराट पारी | नई दिल्ली :भारतीय उपकप्तान विराट कोहली ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ सात मैचों की सीरीजमें दो शतकों के अपने जबर्दस्त प्रदर्शन की बदौलत अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की ताजा वनडे रैंकिंग में दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज का खिताब हासिल कर लिया है. भारत और आस्ट्रेलिया के बीच गत शनिवार को बेंगलूर में समाप्त हुई सीरीज के बाद जारी ताजा आईसीसी रैंकिंग में विराट तीन स्थान की छलांग के साथ दक्षिण अफ्रीका के हाशिम अमला को अपदस्थ कर नंबर एक बल्लेबाज बन गए हैं. विराट इससीरीज से पहले 819 रेटिंग अंकों के साथ चौथे स्थान पर थे. सीरीज की समाप्ति के बाद विराट के खाते में 857 रेटिंग अंक हो गए हैं. आपको बता दें कि विराट ने सीरीज के छठे वनडे में अपनी मैच विजयी शतकीय पारी के साथ 869 अंकों की अपनी सर्वश्रेठ रेटिंग हासिल कर ली थी लेकिन आखिरी मैच में शून्यपर रन आउट होने के कारण वह 857 अंकों पर आ गए. विराट ने इस सीरीज में दोशतकों और दो अर्ध शतकों सहित कुल 344 रन बनाए और सर्वाधिक रन बनाने में वह तीसरे स्थान पर रहे. वहीं दूसरी ओर सातवें वनडे में दोहरा शतक बनाने की उपलब्धि अपने नाम करने वाले और सीरीजमें सर्वाधिक 491 रन बनाने वाले रोहित शर्मा 25 स्थान की गगनचुंबी छलांग के साथ अपने करियर की सर्वश्रेठ 15वीं रैंकिंग पर पहुंच गए हैं. सीरीज से पहले रोहित 40 वें स्थान पर थे लेकिन बेंगलूर में बनाए गए आतिशी दोहरे शतकने उन्हें एक झटके में 15 वें नंबर पर पहुंचा दिया. उनके खाते में 655 रेटिंग अंक हो गए हैं. | Read More » 'मंगलयान' ने भरी ऊंची उड़ान | इसरो ने लॉन्च किया मार्स ऑर्बिटर मिशन नई दिल्ली : भारत ने लगभग सभी क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया है और अब एक बार फिर भारतने अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में लंबी छलांग लगाते हुए आंध्रप्रदेश के श्री हरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 5 नवंबर को दोपहर बाद 2 बजकर 38 मिनट पर अपना ‘मंगलयान’ प्रक्षेपित किया. मंगलयान के प्रक्षेपण के साथ ही भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(इसरो) ‘मंगलयान’ लांच करनेवाली दुनिया की चौथी एजेंसी बन गया है. आपको बता दें कि इससे पहले अमेरिका, रूस, जापान, चीन और यूरोपीय संघ ने ही दूसरे ग्रहों पर यान भेजा है. प्रक्षेपण यान पीएसएलवी-सी25 ने जैसे ही लांच पैड से उडानभरी, नियंत्रण केंद्र में मौजूद सभी वैज्ञानिकों के चेहरे खिल उठे. चालीस मिनट की उड़ान के बाद यान को धरती की कक्षा में स्थापित कर दिया गया, जहां 01 दिसंबर तक चक्कर लगाने के बाद इसे मंगल की ओर रवाना किया जाएगा. यानपर पांच उपकरण लगाए गए हैं जो अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा मंगलयान की आरंभिक यात्रा की निगरानी में इसरो की मदद करेगा. बाद में इसरो का डीपस्पेस नेटवर्क स्टेशन(आईडीएसएन) यान की आगे की यात्रा को पूरी तरह नियंत्रित करेगा. तीन सौ दिन की यात्रा के बाद मंगलयान 24 सितंबर 2014 को मंगल की कक्षा में प्रवेश करेगा. मंगलयान के साथ भेजे जा रहे पांच उपकरण मंगल पर मीथेन और ड्यूटेरियम के अलावा जीवन और पानी के निशान की भी खोज करेंगे. गौरतलब है कि मिशन के लिए PSLV-C25 का इस्तेमाल किया गया है यानी ये PSLV का 25 वां मिशनहै. PSLV-C25 की ऊंचाई 45 मीटर है, जिस उपग्रह को मंगल की कक्षा में स्थापित किया जाएगा उसका नाम है मार्स ऑर्बिटर. 1337 किलो वजन वाले मार्सऑबिटर सैटेलाइट को लेकर PSLV- C-25 अंतरिक्ष में गया है.रॉकेट नैनो कार 6 के बराबर के इस ’मंगलयान’ को अंतरिक्ष में छोड़ा गया. बता दें कि वैज्ञानिकों के पास इस अभियान की तैयारी के लिए सिर्फ 15 महीने का वक्त थाक्यों कि अगला मौका 780 दिन के बाद जनवरी 2016 में ही मिल सकता था. इसरो के अध्यक्ष के. राधाकृष्णन के मुताबिक मंगल को रहने योग्य माना जाता है. कई प्रकार से यह धरती जैसा ही है. उन्होंने बताया कि धरती के लगभग समान मंगल भी अपनी धुरी पर 24 घंटे 37 मिनट में एक घुर्णन लगाती है. हालांकि धरती जहां 365 दिन में सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करती है, वहीं मंगल को इसमें 687 दिन लगते हैं. गौरतलब है कि इसरो के इस अभियान पर 450 करोड़रुपये खर्च हो रहे हैं. ऑर्बिटर को मंगल की कक्षा में पहुंचने में नौ महीने लगेंगे. अब तक चलाए गए 51 मंगल अभियानों में 21 ही सफल रहे हैं. अंतरिक्ष कार्यक्रम 1960 से ही इसरो के अभियानों का हिस्सा रहा है. उल्लेखनीय है कि चंद्रयान-1 अभियान में ही पहली बार चांद पर पानी का पता चला था. अभी ऑर्बिटर धरती की कक्षा में ही चक्कर लगाएगा और एक दिसंबर को इसे अंतरिक्ष में मंगल की ओर बढ़ाया जाएगा. 'मंगलयान' के सफल प्रक्षेपण के लिए भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिक बधाई के पात्र हैं. लालग्रह के नाम से मशहूर मंगल ग्रह अपनी सतह पर सैंकड़ों – हजारों रहस्य छुपाए हुए है जिन्हें जानने के लिए दुनिया वर्षों से सचेष्ट है. यह पृथ्वी केव्यास का लगभग आधा है तथा वहां एक वर्ष पृथ्वी के 687 दिनों के बराबर है. मंगल ग्रह के रहस्य जानने के लिए विभिन्न देशों द्वारा अब तक 51 यान भेजे गए हैं जिनमें से दो तिहाई विफल रहे हैं. मंगल अभियान में सफल रहने वालोंमें अमरीका, रूस और यूरोपीय संघ का ही नाम है. इनके अलावा चीन और जापान नेभी मंगल पर यान भेजे थे लेकिन वे असफल रहे. आपको बता दें कि भारत ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा की शुरूआत 1975 में एक रूसी प्रक्षेपण यान के जरिए आर्यभट्ट के प्रक्षेपण के साथ की थी और अब तक हमने 100 से अधिक अंतरिक्ष मिशन पूरे कर लिए हैं. इस अभियान को 15 अगस्त 2012को देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 'मंगलयान' का नाम दिया था. साढ़े चार अरब रुपए का भारत का यह अभियान अब तक का सबसे सस्ता मंगलअभियान है. | Read More » हेल्थ टिप्स – मुस्कराएं ऐसे कि सभी हो जाएं फिदा |
कई लोग सिर्फ इसलिए मुस्कुराने से डरते हैं क्योंकि वह अपने दांतों से असंतुष्ट होते हैं इसलिए वह लोगों के सामने हंसते या मुस्कराते समय असहज महसूस करते हैं. कई लोगों के दांत धब्बेयुक्त, टेढ़े, दूर-दूर, सडऩ युक्त और कुछेक दांत टूटे भी होते हैं. इस वजह से आपकी मुस्कराहट आर्कषित नहीं लगती है. लेकिन इस वजह से आपको बहुत ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है. सिर्फ थोड़ा ध्यान देने की जरूरत है जिससे आपकी मुस्कुराहट खिल सके. कई लोग यह भी सोचते हैं कि इस समस्या से जूझनेवाले वह अकेले व्यक्ति हैं लेकिन आप को बता दें कि लगभग 75% लोग तस्वीर खिंचवाते समय मुस्कराते हुए सहज नहीं होते जबकि 99.7 प्रतिशत व्यस्क मानते हैं कि मुस्कराहट एकमहत्वपूर्ण सामाजिक सम्पदा है और 74 प्रतिशत महसूस करते हैं कि अनाकर्षक मुस्कराहट करियर में सफलता की संभावनाओं को क्षति पहुंचा सकती है. हालाकिं इस समस्या से छुटकारे के लिए उपाय मौजूद है. इस समस्या से छुटकारे की विधि को 'स्माइल मेकओवर' के नाम से भी जाना जाता है. इन विधियों के तहत मुस्कराहट में सुधार के लिए एक या अधिक कॉस्मैटिक, डैंटल या फेशियल कायाकल्प करने वालीविधियों का इस्तेमाल किया जाता है. किसी एक व्यक्ति को दिया गया 'स्माइल मेकओवर' किसी दूसरे के लिए बिल्कुल अलग हो सकता है जिसका चुनाव हर व्यक्तिकी निजी पसंद पर निर्भर करता है. उदाहरण के लिए कुछ लोग एकदम चमचमाती हॉलीवुड स्माइल मेकओवर चाहते होंगे या वे सैलीब्रिटीज जैसी मोतियों रूपीचमक वाले व्हाइट पोर्सलिन विनीर चाहते होंगे जबकि अन्य अपने दांतों में केवल हल्का-सा सुधार करवाने की इच्छा रखते होंगे जैसे कि दांतों में लगवाई धातु की फिलिंग को दांत के रंग के कम्पोजिट से बदलवाना या दांतों की सफेदीको निखारना इत्यादि. आईए बताते हैं दांतों की आम समस्याएं और उनके उपचार पीले या धब्बे युक्त दांत: चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक, रैड वाइन तथा हल्दी और मसालों से भरपूर हमारेभारतीय भोजन के लम्बे समय तक सेवन की वजह से कई लोगों के दांत पीले पड़जाते हैं या उन पर दाग-धब्बे पडऩे लगते हैं. इसके अलावा धूम्रपान करने वाले जान लेंकि नियमित धूम्रपान से दांतों के इनैमल (दांत की ऊपरी परत) पर दाग पड़ जातेहैं और मसूढ़ों को भी क्षति पहुंचती है, यदि आप सफेद दांत चाहते हैं तोआपके पास कई विकल्प हैं. दांतों को सफेद करने वाले तत्वों से भरपूर टूथपेस्ट, जैल एवं हल्केएप्लीकेटर सरलता से उपलब्ध हैं. लेकिन आप अधिक सुधार चाहते हैं तो अपनेडैंटिंस्ट से ट्रीटमैंट ले सकते हैं. मसूढ़ों तथादांतों की संवेदनशीलता को सरलता से गाढ़े पैरोक्साइड जैल, पोटाशियमनाइट्रेट तथा फ्लोराइड डीसैंसिटाइजर के इस्तेमाल से नियंत्रित किया जा सकताहै. वहीं यदि आपके दांतों की रंगत कुदरती रूप से खराब है तो आपके लिए बढिय़ाउपाय बांड़िंग रेसिन्स तथा टूथ विनीर्स हैं. कैविटीजतथा खंडित दांत: कई लोगों के दांतों मेंकैविटीजहो जाती हैं जिनका उपचारभी करवाया जाता है. मुंह में मौजूद बैक्टीरिया दांतों की सतह पर एक परततैयार करते रहते हैं, यही परत प्लाक बन जाती है जो शूगर को एसिड में बदलदेती है. इससे इनैमल को क्षति पहुंचती है और दांतों में कैविटीज बन जातीहैं. दांतों को और नुक्सान पहुंचने से बचाने के लिए डैंटिंस्ट प्लाक को हटादेते हैं और कैविटी वाली जगह पर फिलिंग कर देते हैं. पहले अधिकतर डैंटिस्ट्स चांदी यासोने को फिलिंग के लिए इस्तेमाल किया करते थे. धातु की इन फिलिंग्स का एकनुक्सान है कि ये सफेद दांतों के बीच साफ दिखाई देते हैं. लेकिन अब कम्पोजिट, सैरेमिक तथा एक्रेलिक फिलिंग मैटीरियल आने लगे हैं जो देखनेमें अच्छे लगते हैं. वहीं क्राऊन्स उन दांतों के लिए जरूरी हैं जिन्हें गम्भीर क्षति पहुंची हो. टेढ़े-मेढ़े एवं अंतर वाले दांत: बढ़ती उम्र के साथ दांत अपनी जगह सेहिलने लगते हैं. दांत टेढ़े-मेढ़े हों या उनमें अंतर होने से मुस्कराहटअच्छी नहीं लगती. ऐसे दांतों के इलाज में बांड़िंग का इस्तेमाल करके खालीजगह को भरा जा सकता है या असमान दांतों को एक समान बना कर मुस्कराहट कोसुंदर बनाया जा सकता है. इसके लिए पोर्सलिन विनीर का भी प्रयोग किया जाताहै. कई लोग उभरे दांतों को सीधा करने के लिए ब्रेसस लगवाते थे. पुराने ब्रेससआज भी आर्थोडोंटिस्ट्स एवं डैटिंस्ट्स के पास मिल जाते हैं परन्तु अब यहीब्रेसिस कई तरह के रंगों तथा पारदर्शी भी आते हैं. रखें इन बातों का भी ध्यान: यदि हम अपने दांतों की सफाई तथा नियमित रूप से डैंटल चैकअप न करवाएं तोहमारी स्वस्थ मुस्कराहट हमेशा खतरे में रहती हैं. मुंह की सेहत आपके समग्रस्वास्थ्य को प्रभावित करती है. दांतों में होने वाले किसी भी तरह के दर्दको नजरअंदाज न करें. दांतों का ध्यान रखें तथा अपने डैंटिस्ट द्वारा बताईअवधि पर उनसे चैकअप करवाते रहें. अपनी मुस्कराहट का ध्यान रखें. | Read More » लाईफ स्टाइल – डाइट स्टाइल से बढ़ती है हाइट | हर किसी को लंबेकद की तमन्ना रहती है और वह इसके लिएबहुत मेहनत भी करते हैं. हालांकि लंबे कद की चाहत रखनेवालों को बहुत ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं है बस कुछआवश्यक बातों पर ध्यान देने की जरूरत है. कुछ लोग अपना कद बढ़ाने केलिए बाजार में मिलने वाली दवाई और पाऊडर का भी सेवन करने लगते हैं जिसकेसाइड इफैक्ट्स भी हो सकते हैं. हालांकि आप डाइट, एक्सरसाइज और ड्रैस सेंस से आप लंबी औरपतली होने का सपना पूरा कर सकती हैं. आपको बता दें कि कद बढ़ाने के लिए दौडऩे की अपेक्षा योगा, ब्रिस्क वॉकिंग, एरोबिक, डांस औरस्ट्रैचिंग फायदेमंद हैं. हाई इंटेंसिटी वाली एक्सरसाइज मांसपेशियों औरजोड़ों में अंदरूनी चोट पहुंचाती हैं. कुछ सालों के बाद घुटनों में दर्द कीपरेशानी हो सकती है. इसलिए हम आपको बताते हैं कुछ खास टिप्स जिससे आप अपनी हाइट बढ़ा सकती हैं. करें कूल एक्सरसाइज: जोलड़के और लड़कियां सामान्य वजन के हैं, वे अपने फेफड़े एवं दिल कीमजबूती के लिए सिर्फ 3 मिनट के लिए दौड़ें, फिर तीन मिनट आराम करें. ऐसापांच बार कर सकते हैं. 23-24 साल की उम्र में लड़के और लड़कियां दोनों जिममें वजन उठाने वाली एक्सरसाइज कर सकते हैं.ऐसा नहीं है कि इससे लड़कियोंकी बॉडी लड़कों की तरह मजबूत और गठीली दिखने लगेगी और उनकी बॉडी की नजाकतकहीं खो जाएगी. लंबा दिखने के लिए पूरी बॉडी की एक्सरसाइज जरूरी है. कैल्शियम खाने से सिर्फ हड्डियां ही मजबूत नहीं होतीं बल्कि हाइट भी अच्छीबनती है. रखें इन बातों का खासध्यान: - भोजन में प्रोटीन, कैल्शियम, वसा और आयरन लें, इसके अलावा खूब सारी सब्जियां और फलों का भी सेवन करें. - शरीर में ग्रोथ हार्मोन बढ़ाने के लिए आपको दिन में 3बार के अलावा 6 बार थोड़ा-थोड़ा भोजन करना चाहिए. - ठीक से सोएं क्योंकि सोते समय आपकी मांसपेशियां और शरीर फैलता है तो ठीक प्रकार से नींद लेनी अनिवार्य है. - अपनी गर्दन और सिर को हमेशा सीधा और तान कर रखें.यदि आप हमेशा अपने सिरको झुका कर रखेंगे, तो आपकी रीढ़ दब जाएगी और पूरा शरीर छोटा लगेगा. - अपने वजन को नियंत्रित करेंक्योंकि अगर आपका वजन कम है तो आपकी हाइट ठीक से नहीं बढ़ेगी. -खूब पानी और दूध पिएं. यह व्यायाम करें, इससे फायदा होगा: - रोज लटकने वाला व्यायाम करें,इससे रीढ़ की हड्डी लचीली बनेगी और आपकी लंबाई बढ़ेगी. - भुजंग आसन करने से सीने और पेट की मांसपेशियों में खिंचाव होगा. इसकोरोजाना करने से लंबाई बढ़ाई जा सकती है. इसको करते समय जितना पीछे हो सकें, उतना हों. इसी पोजीशन में करीब 20 सेकेंड तक रहें और कम से कम 3-4 बार ऐसा ही करें. स्टाइल पर भी दें कुछ ध्यान: - ड्रेसिंग,हेयर एवं फुटवेयर स्टाइल पर भी ध्यान दें जिससे आप अपनी हाइट से कुछ लंबी और स्लिम दिखें. - जैकेट,ड्रेसेज और ट्राऊजर्स स्ट्रेट कट की पहनें, इससे आप लंबी और स्लिम नजर आएंगी. - एंपायर कट की ड्रैस में चौड़ी कमर छिपेगी और स्लिम लुक आएगी. - ए-लाइन फिटेड स्कर्ट से भी आप लंबी और स्लिम नजर आएंगी.कूल्हा भारी है तो भी ए-लाइन ड्रेस ही पहनें, ये आपको थोड़ी पतली लुक देगी. - स्लीवलैस से बांहें लंबी नजर आती हैं, जिससे कि आप ओवरऑल लंबी नजर आएंगी. - फ्रिलवाली ड्रेस और टॉप पहनने से भले ही आपकी उम्र कम नजर आए किंतु आप गोल-मटोल भी तो नजर आती हैं, उसलिए इसेटालने की कोशिश करें. - कैप्री की अपेक्षा फुल लैंथ ट्राऊजर्स एवं जींस में आप लंबी नजर आएंगी.यही नहीं, लो वेस्ट की अपेक्षा हाई वेस्ट ट्राई करें. - डार्क कलर्स जैसे ब्लैक, नेवी ब्ल्यू, पर्पल और ब्राऊन में बॉडी का कर्वनजर नहीं आता और आप स्लिम नजर आती हैं.एक ही कलर की ड्रेस पहनना भी अच्छाऑप्शन है. यदि दो कलर की ड्रेस पहननी है तो लोअर डार्क और अपर लाइट पहनें. - ट्यूनिक या वी नेक वाली ड्रेस में गर्दन लंबी नजर आती है. गोल गले मेंगर्दन भारी और हाइट छोटी नजर आती है. चौड़े नेक वाली ड्रेस पहनने से कंधेचौड़े और हाइट कम नजर आती है. | Read More » बीएमसी अधिकारी कर रहे हैं अपनी मनमानी | मुंबई(पिट्स प्रतिनिधि) : बीएमसीमें सभी अपने अपने मन की कर रहे हैं, इसके लिए वह कानून को भी नजरअंदाजकर रहे हैं. गौरतलब है कि बीएमसी ने मुंबई की पुरानीहो चुकी बिल्डिंग्स के ऑडिट करने का फरमान जारी किया है और यहां भी अधिकारियों ने अपने खास लोगों की सूची बना डाली. बीएमसी निजी बिल्डिंग निवासियोंको ‘चुनिंदा’ कंसल्टेंट से स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने को मजबूर कर रही है. वहींये ‘चुनिंदा’ कंसल्टेंट निवासियों से मनचाही फीस वसूल रहे हैं. गत बुधवार को यह मुद्दा स्थायी समिति की बैठक में सामने आया. आपको बता दें कि कांग्रेस नगरसेवक प्रवीण छेड़ा ने कहा कि बिल्डिंग का स्ट्रक्चरल ऑडिट किसी भी रजिस्टर्ड कंसल्टेंट से कराया जा सकता है. हालांकि, बीएमसी अधिकारी निजी बिल्डिंग निवासियों को 12 ‘चुनिंदा’ कंसल्टेंट से ही ऑडिट कराने को बाध्यकर रहे हैं. छेड़ा के अनुसार यही नहीं यदि ये लोग उन कंसल्टैंट से ऑडिट नहीं कराते हैं तो बीएमसी उनपर जुर्माना लगाती है. इसके अलावा ऑडिट के बदलेये कंसल्टेंट बेहद अधिक फीस वसूल रहे हैं. छेड़ा ने उदाहरण के तौर पर बताया कि घाटकोपर में एक मंजिला बिल्डिंग के ऑडिट के लिए 40,000 रुपये फीस वसूला किया. मुंबई में 1500 से अधिक लाइसेंसधारी स्ट्रक्चरल इंजिनियर हैं. ऐसे में सवाल उठता हैकि बीएमसी कुछ चुनिंदा कंसल्टेंट को ही क्यों नियुक्त करने पर जोर दे रही है? गत बुधवार को स्थायी समिति में 16 स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट के अलावा 12 नए लोगोंकी नियुक्ति का प्रस्ताव आया. हालांकि, आश्चर्य की बात यह है कि इस सूचीमें वीजेटीआई और आईआईटी जैसी नामचीन संस्थाओं के एक भी इंजिनियर शामिल नहीं है. आपको बता दें कि इस साल लगातार कई बिल्डिंग गिरने के हादसे के बादबीएमसी ने 30 साल से अधिक पुरानी बिल्डिंग्स का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने का आदेश दिया था. उल्लेखनीय है कि ऑडिट कराने के बाद यह रिपोर्ट बीएमसी के पास जमा करना होता है. भाजपा नगरसेवक मनोज कोटक ने कहा कि बीएमसी ने जर्जर बिल्डिंग्स के मरम्मत के लिए एक करोड़ रुपये का प्रावधान किया है लेकिन अब तक उसका इस्तेमाल नहीं किया गया. उधर, अडिशनल म्यूनिसिपल कमिश्नर मोहन अड़तानी के अनुसार निजी बिल्डिंग के निवासी किसी भी लाइसेंसधारी स्ट्रक्चरल इंजिनियरसे ऑडिट करा सकते हैं. उन्होंने कहा कि बीएमसी ने 1562 कसंल्टेंट को लाइसेंस जारी किया है. | Read More » सचिनके लिए क्रिकेट सबसे पहले | मैच के लिए ठुकराई सीएबीकी डिनर पार्टी कोलकाता : सचिन तेंदुलकरको क्रिकेट का भगवान माना जाता है और सचिन ने भी अपने क्रिकेट की शानदार पारी से सबका मन मोह लिया है. सचिन के लिए क्रिकेट सबसे पहले हैं इसलिए तो उन्होंने बंगाल क्रिकेट संघ(सीएबी) के रात्रि भोज प्रस्ताव को ठुकरा दिया. गौरतलब है कि भारत और वेस्टइंडीज के बीच छह से 10 नवंबर तक कोलकाता के ईडन गार्डन में दो टेस्टों की सीरीज का पहला मुकाबला खेला गया. यह मैच सचिन के करियर का 199 वां टेस्ट है और इसे और यादगार बनाने में जुटे कैब ने सचिन के सम्मान में मैच की पूर्व संध्या पर शानदार रात्रि भोज का कार्यक्रम रखा था लेकिन अपने करियर के अंतिम पड़ाव पर भी सचिन दर्शकों को पूरा रोमांच देना था. इस लिए उन्होंने मैच पर ध्यान देने को महत्व देते हुए कैब के इस रात्रि भोजमें आने से इनकार कर दिया. आपको बता दें कि कैब के संयुक्त सचिव सुबीर गांगुली ने कहा कि जब हमने सचिन को रात्रि भोज के लिए आमंत्रित किया तो उन्होंने कहा कि वह अपने मैच पर ध्यान देना चाहते हैं और इसी लिए वह डिनर में नहीं आ पाएंगे. गांगुली के अनुसार वह सचिन के इस निर्णय का पूरा सम्मान करते हैं. | Read More » रील की नहीं रियल लाईफ की हिट जोड़ियां | बॉलीवुड के हिट कपल्स
मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : वर्तमान समय में लोगों के पास खुद के लिए भी समय नहीं होता. रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के पीछे लोग अपनी जिंदगी के बारे में सोचना ही भूल जाते हैं लेकिन प्यार एक ऐसा एहसास है जो लोगों को हो ही जाता है. हालांकि इस व्यस्त जीवन में वह अपने प्यार को भी समय देना भूल जाते हैं लेकिन लोग हमारे बॉलीवुड स्टार से प्रेरणा ले सकते हैं. जी हां, हमारेबी टाऊन में ऐसी कई हिट जोड़ियां हैं जिन्होंने ना केवल बड़े पर्दे पर अपने प्यार को पाने की कोशिश की बल्कि असल जिंदगी में भी अपने सच्चे प्यार के लिए जी-जान लगा दी. आपको बता दें कि प्यार- मुहब्बत और इश्क़ की दुनिया को कायम रखने वाले हमारे बॉलीवुड स्टार ने लोगों के सामने प्यार की एक मिसाल कायम की है. वह अपने प्यार के लिए ना केवल बिजी शेड्युल में से वक्त निकालते हैं बल्कि आजतक अपने प्यार को बरकरार भी रखा है. आपको बता दें कि बॉलीवुड की आन बान और शान किंग खानकी दुनिया तो बस गौरी खान ही हैं. गौरतलब है कि शाहरुख एक मुस्लिम मिडिल क्लास फैमिली से रिश्ता रखते हैं और गौरीका एक पंजाबी परिवार के एक अमीरफैमली से ताल्लुक है. शाहरुख, गौरी कि पहली मुलाकात 1984 में हुई, उसके बाद से ही उनके प्यार कि कहानियों का सिलसिला शुरू हो गया और आज इतने सालों बाद भी ये लोविंग कपल, एक साथ है. इनके प्यार कि निशानी हैं इनके 3 बच्चेजो कि आर्यन, सुहाना और अब्राम हैं. बॉलीवुड के बेस्ट डांसर और एक्टर ऋतिक रोशन की ज़िंदगी का सफर भी उनकी गर्लफ्रेंड, जो अब उनकी पत्नी भी हैं, उनके साथ आज भी कायम है. आमिर खान के भांजे इमरान खान, जिनकी किस्मत के सितारे चमकने सेपहले ही उनकी जिंदगी में अवंतिका मलिक आ गई और दोनों शादी के बंधन में बंध गए. कामयाब होने के बाद भीइमरान की जिंदगी में अवंतिका कि उतनी ही आवश्यकता है जितनी कि पहले थी. इनके साथ ही मल्टी टैलेंटेड आयुष्मान खुराना का इश्क़ भी कुछ इसी तरह का है. ताहिरा कश्यप और उन का रिलेशन तो बचपन से ही एक साथ चला. दोनों एक साथ बड़े हुए और एक साथ ज़िन्दगी भी गुज़ार रहे हैं. यूं तो हर रिश्ते में उतार चढ़ाव आता है लेकिन बॉलीवुड के यह कपल हर मुश्किल में एक साथ रहे और अपने रिश्ते को खूबसूरती के साथ निभा रहे हैं. | Read More » एक सॉरी से बन सकती है बात | किसी ने कहा है कि 'गलती करनेवाला गलती सहनेवाले से कहीं ज्यादा तकलीफ में होता है' इसलिए इंसानगलती करने के बाद अक्सर तकलीफ में होता है. यह जिंदगी का सच है और हम सभी कभी न कभी इस अनुभव से गुजरते हैं. लेकिन दूसरी ओर हम अपनी गलती और तकलीफ को सहजता से स्वीकार नहीं कर पाते. हम इस बात को मानने से इंकार करत हैं कि हमारी किसी भूल से किसी दूसरे या हमें स्वयं कितनी ठेस पहुंची है. यदि इंसान अपनी अपनी गलती को मानले तो वह होने वाले तकलीफ से बच जाता है. यदि इंसान इस बात को मान ले कि उससे भूल हुई है और वह अपनी भूल को सुधार ले तो सभी चीजें अपनेआप सही हो जाती हैं. लेकिन इंसान अपनीभूल को असानी से स्वीकार नहीं करता और यह साबित करने के लिए अड़ा रहता है कि गलती सामनेवाले की है. जिससे वह निरंतर तकलीफ में रहता है. बड़े बड़े योद्धा अपनी गलती को नहीं मानने की वजह से और अहंकार में रहने की वजह से बर्बाद हो गए. जिसमें रावण का नाम सबसे ऊपर आता है. हम अक्सर बच्चों को उनकी गलती के लिए डांटते भी हैं और उनके द्वारा माफी नमांगे जाने पर झल्लाते भी हैं पर वास्तव में देखा जाए तो उनके सामने कभी हमने स्वयं गलती करने के बाद स्वीकार किया ही नहीं और सहजता से दूसरों कोसॉरी बोला ही नहीं तो उन्हें कैसे पता चलेगा कि अपनी भूल स्वीकार कर माफी मांगना कितना बड़ा गुण है. घर हो या ऑफिस, बस हो या मॉल, सामने वाले की छोटी-सी गलती भी सहज पकड़ में आजाती है और स्वयं की बड़ी भूल को भी यदि कोई बताने का प्रयास करे तो उसेहम अपने व्यक्तित्व पर उंगली उठाना मान लेते हैं और अपने कद को ऊंचा साबितकरने के लिए उनसे घंटों बहस या झगड़ा तो कर सकते हैं परंतु सॉरी नहीं बोल सकते. यदि किसी ने सॉरी बोलने को कह दिया तो इसे अपना सिर झुकना मान कर उसकी सलाह को दर किनार करने में हम एक पल नहीं लगाते. पहले माफी मांग लेना इतना मुश्किल है कि हम यहां तक कहने से नहीं हिचकते किगलती तो हर किसी से होती है, यदि हमने कर दी तो कौन-सी बड़ी बात हो गई. कौन दूध का धुला है या उसने कब किसी से माफी मांगी जो हमारेलिए जरूरी ही है. यही अहंकार इंसान को विनाश की ओर लेजाता है. हम जिंदगी में छोटी छोटी बातों को नजर अंदाज कर देते हैं लेकिन जिंदगी के नियम बहुत आसान है जिसे हम मुश्किल बना लेते हैं. दरअसल हमसे जब भी भूल होती है, हमारा अंतर्मन जानता है और सॉरी कहने पर वह जितना हल्का महसूस करता है, वहीं गलती न मानने पर भीतर ही भीतर छटपटाता भी रहता है. लेकिन यह हमारा अहंकार ही होता है जो हमें अपनी गलती स्वीकार करने से इंकार करता है. हम गलती करने पर उसे मानते नहीं बल्कि झुठी बातों और अपनी तारीफ के नकाब से उसे ढक देते हैं. धीरे-धीरे हमें इसकी आदत हो जाती है और हम अपनों से दूर होने लगते हैं. ऐसे में तनाव और अवसाद के बादल छाने लगते हैं. इसलिए दो में से कोई एक इंसान भी माफी मांग ले तो दूसरा भी अपनी गलती स्वयं ही स्वीकार कर लेगा परंतु पहले वह, पहले वह के चक्कर में तो देर ही हो जाती है. एक बार आपने माफी मांग ली तो गलतियां दोहराने का तो सवाल ही नहीं उठता और भूल करनेकी कड़ी वहीं टूट जाती है क्योंकि गलती स्वीकार करोगे तो स्वयं को सुधरनेका मौका भी दोगे. इलसिए गलती होने पर शर्म ना करें और सॉरी बोलना सीखें. गलती करना भले ही बड़ी बात न होऔर हर इंसान करता हो किंतु उसे स्वीकार करनेवाले लोग ही बड़े होते हैं औरउनकी गिनती कम में होती है क्योंकि अपनी ही नहीं, वे दूसरों की नजरों में भी महान बनते हैं. यदि उदाहरण बनना हो तो सॉरी कहने की आदत सीखनी होगी औरवह भी औपचारिकता से नहीं बल्कि पूरे मन से. ऐसा करने पर आप अपनी नजरों में भी उंचे उठ जाते हैं. तो देर किस बात की है अगर आपने किसी अपने का दिल दुखाया है तो उसे जल्द से जल्द सॉरी कह दें. | Read More » इस्टर्न सबर्ब में फैलेगा कंक्रीट की सड़कों का जाल | मुंबई(पिट्स प्रतिनिधि) : मुंबई में यूं तो हर तरफ सड़के ही सड़के हैं. लेकिन पूर्वी उपनगर की बदहाल सड़कों को सीमेंट का रूप देने के लिए मुंबई महानगर पालिका 73 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है. इनमें प्रमुख रूप से कुर्ला, देवनार, गोवंडी, और मुलुंड की सड़कें होंगी. गौरतलब है कि आने वाले दिनों में मुंबई की अन्य सड़कों को सीमेंट की बनाने की योजना बीएमसी ने बनाई है. बीएमसी मुंबई के पूर्वी उपनगर की सड़कों में सुधार की कोशिश कर रही है. इससे पहले उस क्षेत्र की सड़कों में सुधार के लिए 170 करोड़ रुपये खर्च करने वाली थी. इसकी निविदा भी मंगाई थी, जो ठेकेदार के विवाद के कारण अधर में लटक गई. आपको बता दें कि मुंबई की सड़कों का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है. इसी बीच उसी क्षेत्र की सड़कों में सुधार के लिए बीएमसी ने हाल में ही नई निविदा मंगाई है. सूत्रों के अनुसार इस निविदा में पारदर्शिता नहीं बरती गई तो यह मसला भी कोर्ट में जा सकता है. हालांकि अधिकारी वर्ग इस तरह की खबरों से यह कहते हुए इनकार कर रहे हैं कि नई निविदा प्रक्रिया बेहद ही पारदर्शी है. इसके विवाद में आने की कोई संभावना नहीं है. बता दें कि इस काम से कम से कम कुर्ला, देवनार, मानखुर्द, मंडाला और मुलुंड के लोगों को फायदा होगा. वैसे भी कुर्ला, मानखुर्द और देवनार की सड़कों की बदहाली के बाबत स्थानीय स्तर पर कई बार आवाज उठाई गई है. कुर्ला की कई सड़कों की हालत बहुत ही खराब है जिसमें सुधार की बहुत ज्यादा संभावनाएं है. बीएमसी के इस कदमसे कम से कम स्थानीय लोगों को इस बात का भरोसा है कि इस बार उनके क्षेत्रकी सड़कों में सुधार होगा और चंद वर्ष तक यहां की सड़के ठीक रहेगी. पुर्वी उपनगर की बदहाल सड़कों के संबंध में स्थानीय कार्यकर्ता भवरसिंह राजपुरोहित का कहना हैं कि इस मामूली रकम से देवनार, मानखुद की सड़कों में सुधार नहीं होगा. बीएमसी की हम लोगों से इतनी गुजारिश है कि जो भी नई सड़क बनाए वह मजबूत और टिकाऊ हो ताकि जल्द खराब न हो. यह बात बहुत हदतक सही भी है क्योंकि सड़के बनकर तैयार होती नहीं हैं कि उसमें खड्डे पड़ने लगते हैं. इस लिए अब सरकार को जो भी करना होगा, सोच समझकर करना होगा, नहीं तो नुकसान जनता और सरकार दोनों का होगा. | Read More » मुंबई में कचरे का ढेर | बायोमैट्रिक कार्ड से हल होगी समस्या? मुंबई(पिट्स प्रतिनिधि) : मुंबई अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है, चारों तरफ खूबसूरती ही खूबसूरती है लेकिन इन दिनों कचरा नहीं उठाने से जगह-जगह कचरे के ढेर दिखाई दे रहे हैं, जो मुंबई के खूबसूरती पर धब्बे की तरह है. पिछले कुछ महीनों से मुंबई के सभी हिस्सों में समय पर कचरा नहीं उठाए जाने की शिकायतें आ रही हैं. इस समस्या से निपटने के लिए बीएमसी अब अपने सफाई कर्मचारियों को बायोमैट्रिककार्ड देगी. यही नहीं, सफाई कर्मचारियों की चौकी में सीसीटीवी कैमरा लगाया जाने पर भी विचार किया जा रहा है. आपको बता दें कि इस संबध में स्थायी समिति की बैठक हुई जिसमें भाजपा ग्रुप लीडर दिलीप पटेल ने अंधेरी पूर्व व पश्चिम, विलेपार्लेमें बीते कई दिनों से कचरा नहीं उठाए जाने की शिकायत की. पटेल ने बताया कि मैं अपने क्षेत्र में जब समस्या के बारे में अधिकारियों से पता करने गयातो, चौंकानेवाले तथ्य सामने आए. रजिस्टर पर 59 लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी लेकिन इलाके में निरीक्षण के दौरान एक भी कर्मचारी नहीं दिखाई दिया. पटेल ने यह भी कहा कि ज्यादातर कर्मचारी उपस्थिति दर्ज कराके दूसरी जगह काम करने चले जाते हैं. इसी तरह की समस्या तकरीबन सभी नगरसेवकोंने की. कांग्रेस के आसिफ जकेरिया, शीतल म्हात्रे ने अपने इलाके में कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे गोलमाल की शिकायत की. पटेल ने इस लापरवाही और कामचोरी पर रोक लगाने के लिए कर्मचारियों को बायोमैट्रिक कार्ड देने कीमांग की. इतना ही नहीं निगरानी के लिहाज से सीसीटीवी कैमरा लगाए जाने की भी मांग की गई. इसके अलावा बीएमसी के कई महत्वपूर्णपद खाली हैं, जिनका खामियाजा मुंबईकरों को उठाना पड़ रहा है. वॉर्ड स्तर पर काम करनेवाले असिस्टेंट इंजिनियर और एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर के पद पचास फीसदी खाली हैं. | Read More » | |
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