Monday, January 20, 2014

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2014 के चुनावों से पहले ही कांग्रेस ने हार स्विकार कर ली है?

राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के लिए घोषित न करना बहुत कुछ कह जाता है

चंदन पवार(मुंबई )Email: chandanpawar.pits@gmail.com

दिल्ली में संपन्न हुई एआईसीसी की बैठक में एक महत्वपुर्ण निर्णय लिया गया कि आनेवाले 2014 का चुनावकांग्रेस के युवराज राहुल गांधी के नेतृत्व में लढ़ा जाएगा जिसे पूरा करने के लिए पार्टी को पूरे ताकत से मैदानमें उतरना पड़ेगा परंतु इसमें एक और निर्णय हुआ कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं होंगे, यह घोषणा खुद सोनिया गांधी ने की है.क्या प्रधानमंत्री पदके उम्मीदवार की घोषणा ना कर सोनिया गांधी कहे या कांग्रेस पार्टी, क्या भाजपा केप्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी से डर गई है इसलिए इन्होंनेअपनीहार स्वीकार कर ली है?

इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गरीबों के लिए क्या क्या किया इन सब बातों का रिविजन किया और सभी कांग्रेस वासियों को प्रोत्साहित करने की कोशिश की. इस बैठकमें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी ताली पे ताली दी और कहा कि कांग्रेसही 'भारत निर्माण'कर सकती है. बड़े आश्चर्य की बात है एक देश के प्रधानमंत्री जब चुनाव नजदीक आते हैं तब यह कहते हैं कि कांग्रेस ही भारत निर्माण कर सकती है तो अब तक भारत के लिए कांग्रेसने कुछ भी नहीं किया. यह जो विरोधाभास इस बैठक में चल रहा थावो पूरा देश देख रहा था क्योंकि एक तरफ कांग्रेस अध्यक्षा हमने देश के लिए क्या क्या किया यह कह रही थी और दूसरी तरफ प्रधानमंत्री भारत निर्माण करने की बात कह रहे थे.

अब सवाल यह उठ रहा है कि क्यों राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया होगा? इसमें दो प्रमुख कारण दिख रहे हैं एक तो यह है कि अगर 2014 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस बुरी तरह हार जाती है तो राहुल गांधी बदनामीसे बच जाएंगे और दूसरा अगर इस चुनाव में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पदका उम्मीदवार घोषित करतेथे तो लोगों के मन मेंयह विचार आ सकताथाकि राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद के लिए परिपक्व नेता नहीं है इसलिए जो भी चुनाव में कांग्रेसको वोट्स मिलनवाले हैं वो भी नहीं मिलेंगे? बस यही डर कांग्रेस को सता रहा होगा. इसलिए उन्होंने प्रधानमंत्री पदके लिए राहुल को घोषित नहीं किया होगा. इस पर सोनिया गांधी कहती हैं कि प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार पहले से ही घोषित करना कांग्रेस की परंपरा नहीं है.

अब कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधीके नेतृत्व में चुनाव लढ़ने का सोचा है परंतु यहां पर प्रश्न यह है कि क्या राहुल गांधी के नेतृत्व में लड़ा जानेवाला चुनाव कांग्रेस जीत सकती है? अगर इसका विश्लेषण किया जाए तो अभी अभी कांग्रेस को चार राज्यों में बड़ी हार का सामना करना पड़ा है क्योंकि आम जनता कांग्रेस के भ्रष्टाचार और निती से परेशान हो गई है. इन्होंने सीधे सीधे भाजपा को जीता दिया परंतु अब जब राहुल के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जा रहा है तो भी लोगों में कोई उत्साह देखने को नहीं मिल रहा है. दिल्ली में आम आदमी के चार विधायक भाजपा के रास्ते पर हैं यह कहा जा रहा है परंतु यह भी खबर है कि कांग्रेस के पांच विधायक भी भाजपा के संपर्क में हैं. इसका यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि अब कांग्रेस वाले ही राहुल गांधी को पसंद नहीं कर रहे हैं. इस विषय में हमारी कुछ कांग्रेस नेताओं से बात हुई उन्होंने नाम ना बताने की शर्त पर यह कहा कि, 'कांग्रेस ने अपनी हार पहले ही स्विकार कर ली है. अब बस वह 2014 के चुनावों में औपचारिकता करना चाहती है. राहुल गांधी के नेतृत्व में चुनाव लड़ाना कांग्रेस ने पक्का कर लिया है परंतु जो सीटें मिलती थी अब वह भी मिलनेवाली नहीं हैं. उनका आगे यह भी कहना था कि कांग्रेस में कई वरिष्ठ नेता हैं जिनके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जा सकता था परंतु कांग्रेस के गांधी खानदान को यह मान्य नहीं है क्योंकि ऐसा करना उनको अपमानित होने जैसा है. वह यह क्यों नहीं सोचते कि व्यक्ति से बढ़कर पार्टी होती है.'

इस उलझन में एक बात तोसबको माननी पड़ेगी कि अब लोगों के पास विकल्प आ गया है. पिछले चार राज्यों में 'आप'ने अपने उम्मीद्वार खड़े नहीं किए थे या उनकी पार्टी वहां पर मजबूत नहीं थी इल सिए भाजपा पूरे दमखमसे जीत कर आई परंतु अब 'आप' ने सभी लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करने की सोच ली है तो अब यह कहना भी काफी मुश्किल हो गया है कि आनेवाले समय में कौन सी पार्टी बहुमत से जीतकर आएगी क्योंकि अब कांग्रेस और भाजपा के बीच में 'आप' आ गई है.

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यह लड़ाई आम आदमी और राजकुमार के बीच- कुमार विश्वास

अमेठी : भ्रष्टाचार के विरोध में जनता में व्याप्त आक्रोश के बूते दिल्ली विधानसभा चुनाव में अप्रत्याशित जीत दर्ज कर सत्तारूढ़ हुई आम आदमी पार्टी(आप) नेकांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र में आगामी लोकसभा चुनाव को आम आदमी बनाम राजकुमार बना देने के ऐलान के साथ एक तरह से अपने चुनाव अभियान का शंखनाद कर दिया. आप नेता कुमार विश्वास ने इस संबंध में आयोजित पार्टी की जनविश्वास रैली को संबोधित करते हुए कहा कि यह लड़ाई आम आदमी और राजकुमार के बीच है. मैं अमेठी छोड़कर जाने के लिए नहीं आया हूं. अगले तीन महीने में मैं रहूं या न रहूं कोई भी कार्यकर्ता आम आदमी की टोपी पहनकर मैदान में खड़ा हो जायेगा.

गौरतलब है कि रैली स्थल तक पहुंचने की राह में कई स्थानों पर काले झंडे दिखाए जाने और अंडे पत्थर फेंके जाने की घटनाओं की ओर इशारा करते हुए विश्वास ने कहा कि, 'आखिर ऐसी क्या बेचैनी हो गई कि डंडे फेंक रहे हैं, कुमारविश्वास वापस जाओ के नारे लगा रहे हैं, जहां कहिए अकेले आने को तैयार हूं यदि मुझे मारने से मन शांत हो जाए तो इसके लिए भी तैयार हूं, बस जगह और समय बताइए.' उन्होंने यह भी कहा कि क्या अमेठी देश के बाहर है कि यहां आने के लिए पासपोर्ट जरूरी है  अगर वे(कांग्रेसी) यह समझते हैं कि काले झंडे दिखाने और अंडे फेंकने से मैं अमेठी छोड़ दूंगा  तो वे गलत फहमी का शिकार हैं.

विश्वास के अनुसार लोगों ने बहुत से युवराजों, महाराजाओं और महारानियों को जिताया है, लेकिन अमेठी के लिए उन्होंने क्या किया? वर्षों पहले घोषित विकास परियोजनाएं अधूरी पड़ी हैं, सडकों का बुरा हाल है एक बार सही बटन दबाकर नौकरचुन कर देखिए. वह डरनेवाले नहीं हैं.  राहुल गांधी पर सीधा निशाना साधते हुए आप नेता ने कहा कि, 'दस साल तक उन्होंने लोकसभा में अमेठी के बारे में एक सवाल नहीं उठाया.  2जी घोटाले कोयला आवंटन घोटाले जैसे घोटालों पर खामोश रहे जब देश दर्दमें था वे स्पेन में थे.

उल्लेखनीय है कि उन्होंने राहुल गांधी के आधिपत्य को उखाड़ फेंकने की ललकार के साथ कहा यदि राहुल गांधी इस बार भीजीत गए तो अगले 70 साल तक कोई चुनौती देने वाला खड़ा नही होगा, मैंने अपनी नौकरी, अपना घर छोड़ कर उन्हें चुनौती दी है. विश्वास ने अपनी कविताओं में कही बातों से किसी की भी भावनाओं को लगी ठेसके लिए माफी मांगते हुए कहा, साल भर पहले मुझे कोई गाली नहीं देता था,मुशायरों कवि सम्मेलनों में कांग्रेस भाजपा और सभी दलों के लोग मुझे सुनतेथे. यदि किसी की भावनाओं ठेस लगी हो तो उसके लिए मैं माफी मांगता हूं पर पहले किसी ने कहीं कोई विरोध नहीं किया आज अचानक यह बेचैनी क्यों है?

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लाईफ स्टाइल – पिंपल्स भगाने के लिए आजमाएं घरेलू उपाय

कई बार हम साधारण सी-बीमारी में भी घबरा जाते हैं लेकिन अगर हमें थोड़ा भीघरेलू नुस्खों के बारे में पता हो तो आसानी से तुरंत इलाज किया जा सकता है. वर्तमान समय में लड़कियां कील-मुहांसों की वजह से काफी परेशान हैं लेकिन त्वचा को कील-मुंहासों और दाग-धब्बों से दूर रखा जा सकता है और इसके आसानसे घरेलू उपाय भी मौजूद हैं. आईए देखते हैं कौन से घरेलू उपायों को अपनाकर आप पिंपल्स की मूसीबत से बच सकती हैं.
1) 25 मिली. ग्लिसरीन और 25 मिली. शुद्ध गुलाब जल में 5 ग्राम सल्फर पाऊडरमिलाएं. इस लेप को रात में चेहरे के दाग-धब्बे, मुंहासे पर लगाकर छोड़ दें, सवेरे पानी से चेहरा धोएं. इस लेप से एक हफ्ते में आप एक्रे की समस्या सेनिजात पा सकती हैं. बेहतरीन रिजल्ट पाने के लिए सप्ताह में तीन बार इसेलगाएं.
2) संतरे के 20 ग्राम सूखे छिलके, 5 ग्राम सूखे नीम के पत्ते लें और इन्हें पीसकर चूर्ण बना लें. इस चूर्ण में पांच ग्राम चंदन चूर्ण और थोड़ा-सा आटा मिलाएं. इस मिश्रण में पांच मिलि. बादाम तेल और इतनी ही मात्रा में तिल का तेल मिलाएं. अब इस उबटन को रात भर चेहरे पर लगाए रखें और सवेरे पानी से धोदें. इस उबटन को हफ्ते में 3-4 बार लगाएं.
3) गुलाब, सेना, नीम, तुलसी और कासनी की तीन ग्राम(प्रत्येक) पत्तियों को उबालें. इस मिश्रण को छानकर इसमें चीनी मिलाएं. इस मिश्रण को हर रात सोनेसे पहले पिएं और आपको 15 दिनों में ही चेहरे पर कोमलता दिखाई देने लगेगी.

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अदालत में चल रहे 1.46 लाख मामले वापस लेगी महाराष्ट्र सरकार

मुंबई(पिट्सप्रतिनिधि) : महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में लोगों के खिलाफ दर्ज लगभग 1.46 लाख छोटेमोटे और पुराने मामलों को वापस लेने का निर्णय लिया है. राज्य के गृह विभागके एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार राज्य सरकार ने 1,46,680 पुराने और अप्रभावी मामलों को वापस लेने का फैसला किया है. इन मामलों को आपराधिक प्रक्रिया संहिता(सीआरपीसी) की धारा 288 और 321 का उपयोग कर वापस लिया जाएगा. ये दोनों धाराएं ऐसा कदम उठाने की अनुमति देती हैं.

गौरतलब है कि विभाग में एक अन्य अधिकारी ने अनुसार इन मामलों में से अधिकतर राजनीतिक और सामाजिक आंदोलनों में भाग लेनेवाले लोगों के खिलाफ आरोपों से जुड़ी हुई हैं. अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में अदालत में लगभग 35 से 40 लाख छोटे मामले विचारधीन हैं. उन्होंने यह भी कहा कि, 'इनमें सजा तीन महीने से ज्यादा नहीं है.' उनका कहना है कि इन मामलों को जल्द नहीं निपटाया गया और इन पर काफी समय लग गया. लिहाजा सरकार ने उचित जांच पड़ताल करने के बाद(1.46 लाख) मामलोंको वापस लेने का निर्णय लिया है. अधिकारी ने कहा कि जिन मामलों को वापसलिया जाना है, उनके लिए जिला और राज्य स्तर की समितियां बनाई गई हैं. इन समितियों में जज, जिला कलेक्टर और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल हैं.

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हेल्थ टिप्स – सर्दी में सेहत पर दें खास ध्यान

सर्दी बढऩे के साथ ही लोग कोल्ड और थ्रोट इंफेक्शन की चपेट में आ जाते हैं. ऐसे में अक्सर परहेज की सलाह दी जाती है, परंतु यदि कोई स्वास्थ्य संबंधी प्रॉब्लम हो ही जाए तो उसका सही समय पर निदान कर लेना ही बेहतर है, क्योंकि देखने में ये बीमारियां भले ही छोटी लगें, परंतु यदि ये ज्यादा दिनों तक सताएं तो समस्या गंभीर भी हो सकती है. अत: डॉक्टरी सलाहके साथ-साथ स्वयं भी इनसे निजात पाने का प्रयास करें.

जब खिचखिच से हों परेशान : इस मौसम में जरा-सा कुछ उल्टा-सीधा खाया नहीं कि गला तुरंत इंफेक्शन की चपेट में आ जाता है. कई बारतो यह इंफेक्शन इतनी ज्यादा हो जाती है कि फिरन तो आप कुछ बोल पाती हैं और न ही कुछ खाया-पिया जाता है, यहां तक कि पानी पीने से भी दर्द होता है. हर समय गले में दर्द की वजह से न तो दिनमें कोई काम होता है और न ही खांसीके कारण रात को नींद आती है.

पिएं गुनगुना पानी : इससे राहत पाने के लिए ठंडे से परहेज करें, यहां तक कि नॉर्मल पानी की अपेक्षा थोड़ी-थोड़ी देर में गुनगुना पानी या चाय-कॉफी लें. इससे आपके गलेकी सिंकाई तो होगी ही, साथ ही आपको आराम भी मिलेगा. इसका एक लाभ यह भी होगा किइससे गले में जमा होने वाला बैक्टीरिया भी इकट्ठा नहीं होगा. थ्रोटइंफेक्शन होने पर यदि आप एक गिलास गर्म पानी में थोड़ा लाईम जूस एवं शहद मिला कर पीएंगी तो आपको काफी राहत महसूस होगी.

स्टीम से खुले बंद नाक : ठंडसे हुई इंफेक्शन से बंद नाक की भी शिकायत रहती है. ऐसे में स्टीम लेनेसे ब्लॉक हुई नाक तो खुलती ही है, साथ ही सांस लेने में भी आसानी होती है. बेहतर और जल्दी परिणाम पाने के लिए स्टीम लेते समय पानी में थोड़ा यूकेलिप्टिस का तेल भी मिला सकती हैं.

गरारे से मिले राहत : गले काइंफेक्शन होने पर नमक मिले गर्म पानी से गरारे करें. ये गले में इंफेक्शनकी वजह से आई सूजन को कम करते हैं और राहत पहुंचाते हैं अत: हर तीन घंटेमें गरारे करें.

सेहत का रखें खास ख्याल : विंटर एक ऐसा मौसम है, जिसमें शरीर को प्राकृतिक रूप से पौष्टिक तत्वभरपूर मात्रा में मिलते हैं और इसी मौसम में बॉडी की एनर्जी में बढ़ौतरीभी होती है अर्थात स्वस्थ रहने के लिए हमें अतिरिक्त प्रयास नहीं करने पड़ते. इस सीजन में हमारे शरीरको मिलने वाले विटामिन्स और पौष्टिक तत्वसाल भर शरीर को स्वस्थ बनाए रखते हैं, फिर भी सर्दी-जुकाम जैसी परेशानियां आम तौर पर हमें घेरे रहती हैं. सेहत को कायम रखने के लिए हमें चंद छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखना पड़ेगा ताकि इस मौसम के बीतने पर भी हम फिटरहें.

सर्दियों में वजन कम करना बेहद मुश्किल लगता होता है, इसके लिए परेशान नहों, क्योंकि यदि वजन घटा नहीं पा रहीं तो इस बात की कोशिश अवश्य करें किवजन बढऩे भी न पाए. इस मौसम में प्यास कम लगती है, लेकिन बॉडी कोहाइड्रेट करने के लिए थोड़ा-थोड़ा पानी पीती रहें. सर्दियों में मौसम रूखाभी होता है, इसमें स्किन की स्वाभाविक नमी कम हो जाती है, जिसे पानी सेही संतुलित किया जासकता है.

भूख लगी हो तो कम मात्रा में ड्राई फ्रूट्स खा सकती हैं. अखरोट सेलेनियमका अच्छा स्रोत है, जो मानसिक स्वास्थ के लिए अच्छा होता है, साथ ही अवसाद से भी बचाता है. इसलिए इस मौसम में अखरोट का सेवन करें. विंटर में कब्ज या भारीपन से बचने के लिए फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ अवश्यलें. सलादमें अलग-अलग सब्जियों और फलों को शामिल करें और इसमें कुछ नए प्रयोग करके इन्हें टेस्टी बनाएं. फैटी सलाद ड्रैसिंग न करें, क्योंकि इससे सलादके पौष्टिक तत्वों में कमी आ जाती है.

दिन में कम मात्रा मेंतीन समय खाना खाएं, परंतु खाना टेस्टी होने के साथही ताजा भी होना चाहिए क्योंकि अक्सर लोग सर्दी के कारण ज्यादा मात्रामें सब्जियां बना लेते हैं, जिनमें साग इत्यादि विशेष रूप से उल्लेखनीय है. सर्दियों में फलों एवंसब्जियों की भरमार होती है. इनके सेवन से आपको भरपूर विटामिन ए, बी एवं सीमिलते हैं, जो स्वास्थ्य के साथ सुंदरता बरकरार रखने में भी मदद करते हैं.

दिल का रखें ख्याल : सर्दियों के मौसम में व्याया मकर आप दिल के दौरे के खतरे को कम कर सकती हैं, इसलिए इस मौसम में भी रूटीनमें व्यायाम करें. कोलेस्ट्रॉल की नियमितजांच कराएं. स्वस्थ आहार का चयनकरें एवं कम वसा वाला खाना खाएं. ज्यादा वजनवालों को सजग रहना चाहिए क्योंकि अतिरिक्त वजन आपके दिल तथा धमनियोंपर दबाव डालता है. अपने रक्तके दबाव को नियंत्रित करें तथा खाने में नमककी मात्रा कम करें.

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कर्क राशि के लिए कैसा रहेगा नया साल

आने वाला नया साल आपके लिए और आपके परिवार के लिए कैसा होगा यह जानने की उत्सुकता प्रत्येक व्यक्ति को होती है। चन्द्र राशि के आधार पर आपको यह बताने की कोशिश कर रहा है कि आने वाला साल आपके लिए कैसा होगा। आमतौर पर राशि की गणना सूर्य और चन्द्र राशि के आधार पर होती है लेकिन भारतीय पराशर ज्योतिष में चन्द्र राशि को ही मान्यता है और जातक का नाम भी चन्द्र राशि के आधार पर ही तय होता है। यदि आपका नाम हि, हु, हे, हो, डा, डी, ड, डे, डो से शुरू होता है तो आपकी चन्द्र राशि कर्क है। कर्क राशि के लिए आने वाला साल कुछ ऐसा रहेगा।

जनवरी
शनि की ढैय्या होने से वृथा मानसिक तनाव एवं घरेलू उलझनें रहेंगी। मन अशांत एवं असंतुष्ट रहेगा। परिवार में कुछ मन मुटाव, धन संबंधी  परेशानी एवं घनागम के साधनों में अड़चनें पैदा होंगी। 14 जनवरी से सूर्य की मैत्री दृष्टि होने से अड़चनों के बावजूद आय के साधन बनते रहेंगे।

फरवरी
संघर्षमयी परिस्थितियों के बावजूद धन की प्राप्ति होगी। मानसिक चिंताएं एवं फिजूलखर्ची बढ़ेगी। भागदौड़ अधिक होगी व्यापार नौकरी में तनाव रहेगा। परिवार की तरफ से शुभ समाचार प्राप्त होगा। मासान्त में विशेष परिश्रम और भागदौड़ से अभिष्ट कार्य में सफलता के योग हैं।

मार्च
शनि की ढैय्या एवं 14 मार्च तक सूर्य अष्टम ( कुम्भ ) में होगा। जिससे कठिन परिस्थितियों के बावजूद धन प्राप्ति के योग बनेंगे परंतु कुछ सोची योजनाओं में विघ्नों का सामना रहेगा। 15 मार्च से धनेश सूर्य भाग्यस्थान पर होने से आकस्मिक लाभ, भाई बंधुओं का सहयोग मिलेगा। शुभ कार्यों पर धन का खर्च अधिक होगा।

अप्रैल
मासारम्भ में विशेष परिश्रम एवं प्रयास करने पर धन लाभ के अवसर पहले से बेहतर होंगे। किसी नवीन कार्य क्षेत्र में रूझान बढ़ेगा। कुछ बिगड़े काम भी बनेंगे। 14 अप्रैल से धनेश सूर्य उच्चराशि में होने से उच्चप्रतिष्ठित लोगों से संपर्क बनेंगे। नौकरी में उन्नतिके योग हैं। किंतु शनि की ढैय्या के कारण मन अशांत एवं असंतुष्ट रहेगा।

मई
मासारम्भ में उच्चप्रतिष्ठित लोगों से संपर्क अधिक रहेंगे। आय के साधनों में वृद्धी होगी परंतु शनि की दृष्टि के कारण वृथा मानसिक तनाव, बनते कामों में विध्न और गुप्त चिंता बनी रहेगी। शनि की ढैय्या के प्रभाव से स्वास्थ्य ढीला, चोटादि का भय रहेगा।

जून
अत्यंत संघर्ष के बाद गुजारे योग्य धन लाभ होगा। विलासादि कार्यों में धन खर्च होगा। घर परिवार की तरफ से चिन्ता उत्पन्न होगी। शनि की दृष्टी के कारण स्वास्थ्य परेशानी और खर्चों में वृद्धी होगी। अपने भी परायों जैसा व्यवहार करेंगे। 19 जून से गुरू कर्क (उच्च) में होने से मान सम्मान में वृद्धी होगी।

जुलाई
इस मास में मिला जुला प्रभाव होगा। गुरू की स्थिति होने से धर्म कर्म आय कम  और खर्च अधिक होगा। वृथा भागदौड़ एवं खर्चों की अधिकता से मन परेशान होगा। 16 जुलाई से सूर्य का संचार इस राशि पर होने से स्वास्थ्य संबंधी क्रोध अधिक परेशानी पेट विकार तथा निकट बंधुओं से विरोध एवं खर्च बढ़ेंगे।

अगस्त
इस मास शनि की अशुभ दृष्टि होने से बनते कामों में विघ्न, घरेलू एवं आर्थिक उलझनें बढ़ेंगी। परिवार में मन मुटाव रहेगा। स्वास्थ्य संबंधी चिंता परंतु गुरू का संचार होने से अकस्मात धन लाभ की संभावनाएं होंगी। परिवार में शुभ सूचना एवं विदेशी संपर्क सूत्र बनेंगे।

सितम्बर
पूर्वाद्ध भाग के कार्य क्षेत्र में विभिन्न यो़जनाओं पर विचार होगा। धन लाभ के अवसर मिलेंगे। शनि की ढैय्या के कारण मन अशांत रहेगा। धर्म कर्म में रूझान रहेगा। 24 सितम्बर के पश्चात परिवार में शुभ मंगल कार्य एवं भाग्यवश खुशी के अवसर मिलेंगे परंतु स्वास्थ्य कुछ ढिला रहेगा।

अक्तूबर
भाग्येश गुरू उच्चराशिगत संचार करने से उत्साह व पराक्रम में वृद्धी होगी। मान सम्मान में वृद्धी एवं धर्म कर्म में रूझान बढ़ेगा। 20 अक्तूबर के पश्चात व्यवसाय में विभिन्न परेशानियों का सामना रहेगा। भूमि संबंधी कार्यों एवं सांझेदारी के कामों में हानि होगी। स्वास्थ्य कुछ ढिला रहेगा।

नवम्बर
मंगल की नीच दृष्टि होने से कार्यव्यवसाय में विशेष संघर्ष का सामना करना पड़ेगा। आय कम व खर्च अधिक होंगे। मासान्त में आर्थिक उलझनों के कारण मन परेशान रहेगा परंतु निर्वाह योग्य आय के साधन बनते रहेंगे। श्री दुर्गा कवच का पाठ करना शुभ होगा।

दिसम्बर
इस राशि पर मंगल की नीच दृष्टि एवं गुरू की शुभ दृष्टि होने से निर्वाह योग्य आय के साधन बनते रहेंगे। घरेलू कार्यों पर खर्च होगा परंतु सरकारी कार्यों में विघ्नों का सामना करना पड़ेगा। मासान्त में कार्य व्यवसाएं में व्यस्तताएं बढ़ेंगी। भूमि वाहन संबंधी परेशानियां उत्पन्न होंगी।

सिंहराशि का पूरे साल का राशिफल अगले हफ्ते दिया जाएगा.

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प्रियंका चोपड़ा बनी 2013 की फेवरट इंडियन ब्यूटी

मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : मल्टी टैलेंटेड देसी गर्ल यानि प्रियंका चोपड़ा साल 2013 की इंटरनेशनल फेवरेट इंडियन ब्यूटीज में से एक मानी गई हैं. गौरतलब है कि इंटरनेशनल ब्यूटीज की लिस्ट में प्रियंका ही एक ऐसी इंडियन फैब है जो कि इस लिस्ट में शामिल है.

31 वर्षीय अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा की खूबसूरती के तो सब कायल है. सोलो सांग एक्जॉटिक करने के बाद पी.सी. ने इंटरनेशनल गायकी में भी खूब नाम कमाया और आज प्रियंका को किसे से कम नहीं माना जाता क्योंकि वह आज एक इंटरनेशनल फेमस सितारा बन चुकी हैं.

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जानिए हस्ताक्षर ज्योतिष- भाग- 6

कलम(पेन)से जानें अपना भविष्य

आप सोच भी नहीं सकते कि आपके पेन आपके भविष्य की जानकारी देते हैं जैसे कि आपको किस क्षेत्र में जाना चाहिए. आप किस स्वभाव के हैं. शोध के द्वारा पता चला है कि कोई भी व्यक्ति जिस प्रकार की कलम का अधिक उपयोग करता है उसका भविष्य भी वैसा देखा गया है. आपको इस खण्ड में आपके तथा आपके जाननेवालों के कलम में छिपा भविष्य व व्यक्तित्व की जानकारी दे रहे हैं. कलम, पेन 5 प्रकार के होते हैं-

1)      निबवाली

2)      बॉलपेन बिना कैप वाली

3)      किसी विशेष प्रकार की पेन का प्रयोग न करनेवाले

4)      कलमोंका संग्रह करनेवाले

5)      कलमका बारबार खोना य बदलना

 

1)    निब वाली

जो व्यक्ति निबवाली पेन का अधिक प्रयोग करते हैं ऐसे व्यक्ति सामाजिक होते हैं. समाज के नियमों को पालन करनेवाले, अपने काम के प्रति जिममेदार. सफलता अपने बल से अर्जित करके उन्नति करनेवाले. परिवार का बिना सहयोग लिए आगे बढ़ते हैं. दूसरों के लिए काम करते हैं, नौकरी आदि की तरफ ज्यादा झुकाव. अपने कठिन परिश्रम से सफलता. अपने सिद्धांतों पर चलनेवाले. इस कारण ऐसे व्यक्ति को कभी कभी नुकसान उठाना पड़ता है. दूसरों के लिए गारंटी लेना या जोखिम भरा काम हानिकारक होता है. जुए, लॉटरी तथा सट्टे से दूर रहें. ऐसे व्यक्ति कभी कभी समाज में अचानक सफलता पाते हैं किंतु बहुत कम. समय का सदुपयोग करना जानते हैं. स्वतंत्र काम, व्यवसाय में पूरी सफलता कम. पिता के धन और कामों की तरफ से कम लाभ. उनसे हटकर काम करनेवाले स्वंय से धन अर्जित करनेवाले. भाई-बहनों से सामान्य लाभ बनता है. एक भाई या बहन का पारिवारिक या शारीरिक बाधा अर्थात बिछोह बनता है. मकान, गाड़ी का लाभ, सरकारी, कंपनी या दूसरों के द्वारा प्राप्त करते हैं, अपने बल से केवल सामान्य लाभ ही मिलता है. शिक्षा और संतान में बाधा का सामना करना पड़ता है. आपकी संतान आपके कहने में नहीं रहती, बीमार रहे  दूरी बनी रहे अथवा कुछ न कुछ चिंताएं बनी रहेंगी. आप खाने, कपड़ों से लगाव रखनेवाले. ह्रदय, हड्डी, पेट और आंख से परेशानी या ऑपरेशन का भय. पत्नी की तरफ से सामान्य लाभ, कुछ न कुछ विचारों में तनाव या एक बाधा  बनतीहै. पत्नी/पति धन बढ़ाने वाले. मुकदमों और विवादों से बचे. साझे में कोई काम करें. यात्रा का लाभ परंतु दूसरों के धन से अधिक. शासन से लाभ. धर्म कर्म में आस्था सामान्य.

20-25 वर्ष के बीच अपने पैरों पर खड़े होते पाए गए हैं. ऐसे व्यक्ति बुढ़ापे के लिए अच्छा धन संग्रह करते हैं. भविष्य के लिए जागरूक. आयु के 32-35 वर्ष के बीच अच्छा परिवर्तन जीवन में. 36-38 में कुछ उतार-चढ़ाव. पारिवारिक एवं शारीरिक परेशानियां. 39-56 का समय काफी अच्छा. बचपन सामान्य. जवानी अपने परिश्रम से आगे जानेवाली. बुढ़ापा सामान्य, संतान पक्ष और स्वास्थ से कुछ चिंताएं. अपनी जिम्मेदारी पुर्ण करनेवाले. 56-80 के बीच आयु. जीवन संतोष जनक. कोई विशेष उतार-चढ़ाव नहीं देखना पड़ता. ऐसे व्यक्ति को समाज में सामान्य सफलता बनती है.

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करिश्मा करेंगी अक्षय की फिल्म में आइटम नंबर

मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : इन दिनों बॉलीवुड के प्रत्येक फिल्म में आइटम नंबर का तड़का होता है और अब आइटम नंबर करनेवालों की लिस्ट में बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री करिश्मा कपूर का नाम भी शामिल हो सकता है. गौरतलब है कि बॉलीवुड के जाने-माने निर्माता संजय लीला भंसाली, अक्षय कुमार को लेकर गब्बर नामक एक फिल्म बना रहे हैं. यह फिल्म तमिल फिल्म रामना की रिमेक है जिसका निर्देशन दक्षिण भारतीय फिल्मों के मशहूर निर्देशक क्रिश कर रहे हैं.

बॉलीवुड में चर्चा है कि गब्बर में एक आइटम गाने के लिए करिश्मा कपूरका चयन किया गया है. यह पहला अवसर होगा जब करिश्मा किसी फिल्म में आइटम नंबर पर थिरकती नजर आएंगी. इस बात की  हालांकि अभी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है.

बतादें कि वर्ष 2002 में तमिल की सुपरहिट फिल्म 'रामना' का निर्देशन ए.आर.मुर्गदास ने किया था. रामना में विजयकांत और सिमरन ने मुख्य भूमिका निभाई थी. इसके बाद रामना तेलुगु और  कन्नड़ में भी बनाई गई. तेलुगु भाषा में बनी फिल्म टैगोर में चिरंजवी जबकि कन्नड़ भाषा में बनी विष्णुसेना में विष्णुवद्र्धन ने मुख्य भूमिका निभाई है.

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कुमार विश्वास का अपने ही पार्टी में हो रहा विरोध

नई दिल्ली : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अमेठी से चुनाव लडऩे की चुनौती देनेवाले आम आदमी पार्टी(आप) के वरिष्ठ नेता और कुमार विश्वास का अब उनकी ही पार्टी में विरोध होने लगा है. गौरतलब है कि हाल ही में 'आप'में शामिल होने वाली मल्लिका साराभाई ने उनसे सवाल पूछा है कि उन्होंने शिवजी से मोदी की तुलनाकी, क्या पैसे लेकर की थी?

मशहूर नृत्यांगना मल्लिका साराभाई ने विश्वास की पुरानी विवादित क्लिप देखकर यह भी कहा कि विश्वास के महिलाओं, समलैंगिकता और अल्पसंख्यकों को लेकर जो विचार हैं, वह बर्दाश्त नहीं किए जा सकते हैं. साराभाई के हमले से अलावा कुमार विश्वास अमेठी में सुनीता कोरी नाम की एक दलित महिला के घरजाने को लेकर भी विवादों में घिर गए. यह वही महिला है, जिसके घर राहुल गांधी 2008 में गए थे. उस वक्त राहुल गांधी ने उनकी समस्याएं सुनी थीं और उन्हें पूरी मदद का भरोसा भी दिलाया था. महत्वपूर्ण बात यह भी है कि जिस वक्त विश्वास उस महिला से मिल रहे थे, वहां पर कैमरे भी थे.

वहीं दूसरी ओर कुमार विश्वास ने मल्लिका साराभाई के बयान पर कहा कि वह नहीं जानते कि मल्लिका साराभाई कौन हैं और ये भी नहीं जानते कि ये कब आई हैं. विश्वासने कहा कि एक करोड़ लोगों को हमें पार्टी में लाना है इसलिए वह भी उसमें सेवो भी एक होंगी, जिनकी पार्टी में शामिल होने के लिए कॉल आई होगी. उनका पार्टी में स्वागत है.

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अब ट्रेन में महिलाओं से हो रही छेड़छाड़ को रोकेगा 'निर्भया कार्ड'

कानपुर : ट्रेनों में अकेली महिलाओं से छेड़छाड़ की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए और इस तरह की घटना पर तुरंत सहायता पहुंचाने के लिए सभी महिला हेल्प लाइन नंबरों वाला 'निर्भया कार्ड' उत्तर मध्य रेलवे ने महिला रेल यात्रियों के लिए जारी किया है. गौरतलब है कि कानपुर सेन्ट्रल रेलवे स्टेशन पर जीआरपी के सर्किल आफिसर डीएसपी सुरेन्द्र तिवारी ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि 'आप की हिम्मत लोगोंके लिए सबक' स्लोगन लिखे उत्तर मध्य रेलवे द्वारा जारी किए गए इस निर्भयाकार्ड को ट्रेनों में महिलाओं को निशुल्क दिया जा रहा है.

बता दें कि इस कार्ड में रेलवे की महिला हेल्प लाइन का नंबर 18001805315 तथा प्रदेश की महिला हेल्पलाइन का नंबर 1090 दर्ज है. इसके अलावा जीआरपी पुलिसकंट्रोल रूम का नंबर, जीआरपी लखनऊ का कंट्रोल रूम नंबर, और उत्तर मध्यरेलवे के अन्तर्गत पडऩे वाले सभी सात पुलिस स्टेशनों के टेलीफोन नंबर भी दर्ज है. उन्होंने बताया कि चूंकि यह कार्ड एटीएम या पैन कार्ड की तरह छोटा है इसलिए इसे महिलाए अपने पर्स में आसानी से रख सकती हैं. जीआरपी के डीएसपी तिवारी के अनुसार हेल्पलाइन पर किसी भी महिला की शिकायत आने पर अगले स्टेशन पर जीआरपी की टीम उस कोच में पहुंच कर महिलाके साथ छेड़छाड़ या बदतमीजी करने वाले को पकड़ लेगी. यही नही अगर चलती ट्रेनमें महिला के साथ कोई बदतमीजी होती है तो ट्रेन में मौजूद जीआरपीके पुलिसकर्मियों को जानकारी देकर ट्रेन में महिला के कोच में तुरंत पुलिस पहुंच जाएगी.

महिला यात्रियों में इस कार्ड को लेकर काफी उत्सुकता है. उन्होंने बताया कि दिल्ली में निर्भया गैंग रेप कांड के कारण इस कार्ड का नाम निर्भया कार्ड रखा गया है ताकि सभी महिला यात्री उस बहादुर लड़कीसे प्रेरणा लें और किसी भी ज्यादती के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने में संकोच नहीं करें. इसलिए कार्ड का लोगो ''आप की हिम्मत लोगो के लिए सबक'' रखा गया है.

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