Saturday, August 3, 2013

FeedaMail: Pits News Paper

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'दामिनी' को नहीं मिल रहा इंसाफ?

नई दिल्ली : पिछले वर्ष 16 दिसम्बर को देश की राजधानी में चलती बस में एक पैरा-मेडिकल कीछात्रा  'दामिनी' के साथ बलात्कार और उसकी हत्या के नाबालिग आरोपी के संबंधमें किशोर न्याय बोर्ड तब तक अपना फैसला नहीं सुना पाएगा जब तक वह बाल अपराधीकी पुनर्व्याख्या संबंधी जनता पार्टी प्रमुख सुब्रण्यणम स्वामी की याचिकाका निपटारा नहीं कर देता. इसे देखते हुए लगता है कि एक बार फिर 'दामिनी' को इंसाफ मिलने में काफी समय लग सकता है.

गौरतलब है कि मुख्य न्यायाधीश पी.सदाशिवम की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने स्वामी एवं अन्यकी याचिकाओं की सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार और जनता पार्टी प्रमुखबोर्ड को यह सूचित करने का निर्देश दिया है कि संबंधित याचिका के निपटारेतकनाबालिग आरोपी के संबंध में कोई फैसला न सुनाया जाए.न्यायालय ने मामले की सुनवाई के लिए 14 अगस्त की तारीख तय की है. गौरतलब है कि इससेपहले केंद्र सरकार ने इस मामले में स्वामी की याचिका के औचित्य पर कई सवालखड़े किए. स्वामी ने किशोर अपराध न्याय कानून में बाल अपराधी कीपुनर्व्याख्या करने की मांग करते हुए दलील दी है कि बाल अपराधी से जुड़े मामले की सुनवाई उसकी उम्र के अनुरुप करने के बजाय उसकी मानसिक परिपक्वताको ध्यान में रखकर की जानी चाहिए.

आपको बता दें कि बसंत विहार सामूहिक दष्कुर्म मामले के छठे आरोपी की घटना के दिन उम्र महज 17 वर्ष थी और उसकी सुनवाई किशोर न्याय बोर्ड में की जा रही थी.

अपनी याचिका में स्वामी ने कहा है कि किशोर न्याय(बच्चों कीदेखभाल एवं सुरक्षा) अधिनियम(जेजेए) 'किशोर' शब्द की सीधी व्याख्या करताहै कि 18 वर्ष से कम उम्र का व्यक्ति नाबालिग है और यह इस मुद्दे परयूनाईटेड नेशन्स कन्वेंशन फॉर द राइट्स ऑफ द चाइल्ड(यूएनसीआरसी) और बीजिंगरूल्स का उल्लंघन है. उन्होंने कहा कि यूएनसीआरसी और बीजिंग रूल्स कहता है कि 'अपराध के लिएउम्र' तय करने का कार्य 'मानसिक एवं बौद्धिक परिपक्वता'को ध्यान मेंरखते हुए किया जाए. जेजेए के प्रावधानों के मुताबिक 'किशोर या बच्चे कामतलब है कि उसने 18वर्ष की उम्र पूरी नहीं की है.'

स्वामी ने 16दिसम्बर के मामले मेंकिशोर की कथित भूमिका का भी जिक्र किया है. उनका तर्क है कि 'किशोर' शब्दकी वर्तमान व्याख्या पीड़िता के जीवन के मूलभूत अधिकार को 'खारिज' करतीहै.

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अपने बाप मुलायम को बोले यूपी छोड़कर जाने के लिए – मायावती

लखनऊ : चुनाव के नजदीक आते ही सियासीपार्टियां एक दूसरे पर कीचड़ उछालने का काम शूरू कर देती हैं. यही आजकल भारतीय राजनीति में देखने को मिल रहा है. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा की मुखिया मायावती नेपत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि अखिलेश पहले अपने बाप मुलायम सिंह को यूपी छोड़कर जाने के लिए कहे, तबमुझसे कहना कि यूपी छोड़ दो.

आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले यूपी की बुरी कानून व्यवस्था की मायावती ने आलोचना की थी. तब यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था किजिन्हें यूपी में डर लग रहा है वह राज्य छोड़कर चले जाएं. अखिलेश यादव के इसी बात का पलटवार करते हुए मायावती बोलीं कि अगर अखिलेश को याद हो तो कुछ दिनों पहले उनके बाप मुलायमसिंह यादव ने यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए थे और सीएम को नसीहत दीथी कि वे बिहार के मुख्यमंत्री से सीख लें. तो अगर अखिलेश को राज्य छोड़करजाने के लिए कहना है तो पहले मुलायम सिंह को कहें.

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अमर सिंह और अमिताभ बच्चन होंगे आरोपों से रिहा

नई दिल्ली : बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन और राज्यसभा के सदस्य अमर सिंह के खिलाफ चल रहेफर्जीवाड़े और मनी लांड्रिंग के मामले को जिला प्रशासन ने वापस लेने काफैसला कर लिया है. गौरतलब है कि शासन ने जिलाधिकारी से अमर सिंह और अमिताभ बच्चन के खिलाफ बाबूपुरवा थानेमें दर्ज मुकदमे की वापसी पर 13बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी थी.

आपको बता दे कि जिलाधिकारीने शासन के भेजी रिर्पोट में कहा कि अमिताभ और अमर सिंह के खिलाफ कोई भीआरोप साबित नहीं हो सका है. इस मामले की फाइनल रिपोर्ट भी लगाई जा चुकी है. गौरतलब है कि अमिताभ और अमर सिंह के खिलाफ फर्जीवाड़ा करने, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और प्रोबेशन ऑफ मनी लाड्रिंग के तहत मामला दर्ज हुआ था.

उल्लेखनीय है कि बाबूपुरवा निवासी शिवाकांत त्रिपाठी ने 15अक्तूबर 2009 मेंरिपोर्ट दर्ज कराई थी. उन्होंने आरोप लगाया गया था कि अमर सिंह और उनकेसहयोगियों ने कूट रचित दस्तावेज तैयार कर गलत ढंग से धन अर्जित किया है. इसमें अमिताभ बच्चन का नाम भी शामिल है.

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चुनाव टिकट नहीं दिया तो 'आप' पार्टी छोड़कर भागे

नई दिल्ली : अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी 'आप'को अस्तित्व में आए अभी पूरे एक साल होनेवाले हैं.गौरतलब है कि 'आप' पार्टी के नेता अशोकअरोड़ा की अगुवाई में कार्यकर्ताओं के एक समूह नेपार्टी से अलग होने का फैसला ले लिया और इतना ही नहीं उन्होंने विरोध दिखाते हुए 'भारतीय आम आदमी परिवार' यानि'बाप'पार्टी का निर्माण कर लिया.

इस बारे में 'आप' की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और प्रवक्ता मनीषसिसौदियाने एक न्यूज एजेंसी सेकहा कि,'ऐसासुनने में आया है कि कुछ कार्यकर्ताओं ने मिलकर एक पार्टी बनाई है क्योंकिवेटिकट नहीं मिलने से नाराज थे. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को समझना चाहिए कि 'आप'की स्क्रीनिंगसमिति ने उम्मीदवारों का चयन किया है. जिन्हें योग्य पाया गया उन्हें टिकटदिया गया है.'

इसके अलावा सिसौदिया ने यह भी कहा कि हमारी पार्टी अलग हुए कार्यकर्ताओं की नाराजगी खत्म करने के लिए कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता योगेंद्रयादव को बागी कार्यकर्ताओं से बात करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. 'आप' के वरिष्ठनेता संजय सिंह ने बताया कि नाराज हुए कार्यकर्ताओं कीशिकायतें कई बार सुनी जा चुकी हैं. उन्होंने कहा कि उम्मीदवार चुनने कीप्रक्रिया किसी खास शख्स की मर्जी से नहीं बल्कि पार्टी के कार्यकर्ताओं केसम्मेलन में तय की गई थी. इतना ही नहीं 'आप' के बागीकार्यकर्ताओं ने पार्टी नेतृत्व के विरोध में जंतर-मंतरपर विरोध प्रदर्शनभी किया.

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कैटरीना कैफ नज़र आएंगी प्रतीक बब्बर के साथ

मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : बॉलीवुड की बार्बी गर्ल कैटरीना कैफ अब जल्द ही अभिनेता प्रतीक बब्बर के साथ नज़र आने वाली हैं. हम इन दोनों कलाकारों की आनेवाली फिल्म 'रम पम पो' की बात कर रहे हैं जिसमेंप्रतीक और कैटरीना दोनों ही मजेदार किरदार में नजर आएंगे.

गौरतलब है कि फिल्म 'इसक' के प्रोमोशन के लिए आगरा आए फिल्म अभिनेता एवं कांग्रेससांसद राजबब्बर के पुत्र प्रतीक ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि नवोदितअभिनेत्री अमाइरा के साथ फिल्म 'इसक' में दो परिवारों की नफरतों के बीच भीकैसे प्यार के फूल खिलते हैं यह दर्शाया गया है. वहींफिल्म 'रम पम पो' की बातकरते हुए उन्होंने कहा कियह फिल्म मर्डरमिस्ट्री पर आधारित है. देखना दिलचस्प होगा कि यह दोनों कलाकार साथ में कैसे नज़र आते हैं.

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दुर्गा शक्ति के जाने से खनन माफियाओं की फिर से चांदी

नई दिल्ली : देश में ईमानदार अफसरों की बहुत कमी है जिसकी वजहसेदेश में गैरकानुनी काम बहुत बड़े पैमाने पर चलते हैं. गौरतलब है कि हिंडन और यमुना नदी में अवैध खनन का खेल बड़े पैमाने पर चल रहा है. रेतमाफिया धड़ल्ले से अपना काम कर रहे हैं और हर रोज सरकार को लाखों रुपये चूना लगारहे हैं. गौरतलब है कि खनन माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाईकरके खलबली मचा देने वाली गौतमबुद्ध नगर की एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल केनिलंबन एवं खनन निरीक्षक आशीष कुमार के तबादले के बाद से खनन माफियाओं की बहार हो गई है. वह निर्भय होकर अपने काम को अंजाम दे रहे हैं.

आपको बता दें कि सैकड़ों डंपर, जेसीबी मशीन, पॉपलेन और ट्रैक्टर ट्राली खनन में लगे हैं. यही नहीं वैध तरीके से रेत निकालने का यहगोरखधंधा पिछले कई सांलों से चला आ रहा है. जिस अधिकारी ने भी इसको रोकने केलिए खनन माफिया की गिरेबान में हाथ डालाउसे इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी. यही नहीं कईअधिकारियों पर तो जानलेवा हमले भी हुए. सत्ता के दबाव में पुलिस प्रशासन खननमाफिया के खिलाफ  कोई कार्रवाई नहीं कर पाता है.

उल्लेखनीय है कि खनन का यह खिनौना और काला खेल दिनभर मीडिया की सुर्खियों में रहने के बावजूद उन पर इसका कोईअसर नहीं हुआ है. जून मेंयमुना का जलस्तर बढऩे से बाढ़ की स्थिति बन गई थी औरबाढ़ के पानी के साथबड़ी मात्र में रेत भी आ गया था. जलस्तर घटने के बाद रेत खेतों में जमा रहगयाजिसको निकालने के लिए अब खनन माफियाओं में होड़ लगी हुई है. गौरतलब है कि नियमानुसार33 रुपये प्रति घन मीटर की रॉयल्टी जमा करने के बाद प्रशासन अनुमति प्रदानकरता है.

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नीतीश प्रधानमंत्री मटेरियल हैं – भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा

पटना : जहांभाजपा में नरेंद्र मोदी के उम्मीदवार पद के लिएमजबूत दावेदार माना जा रहा है वहीं भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा अपने एक बयानकी वजह से फिर चर्चा में आगए हैं. गौरतलब है कि शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा था कि सुषमा स्‍वराज, यशवंतसिन्‍हा और जसवंत सिंह जैसे सीनियर नेताओं की पार्टी में अनदेखी हो रही है. वहीं शत्रुघ्न सिन्हाने यह भी कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमारप्रधानमंत्री मटेरियल हैं.

आपको बता दें कि नीतीश की तारीफ करते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि नीतीश देश के चंदमुख्यमंत्रियों में से एक हैं. जेडी(यू) और भाजपा गठबंधन टूटने के लिए नीतीश कोजिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता और नीतीश ने भाजपा के साथ रिश्तों को लेकरजो फैसला किया वो ठीक ही किया था.

वहीं दूसरी ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शत्रुघ्न सिन्हा का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें धन्यवाद किया है. नितीश ने कहा कि सिन्हा ने उनकी प्रशंसा में जो कुछ कहा वह काबिले तारफी है.नीतीश के अनुसार हर बयान पर राजनीति नहीं होनी चाहिएऔरबिहारी बाबू उनके बड़े भाई की तरह हैं. नीतीश ने कहा कि सिन्हा एक अच्छे कलाकार हैंऔर वह उनका काफी सम्मान करते हैं.

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पूनम पाण्डेय का 'नशा' नहीं चढ़ा?

मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : पूनम पाण्डेय की फिल्म 'नशा' पिछले कई दिनों से लोगों की नज़र में थी और यह मोस्ट अवेटिड फिल्म26 जुलाई को देशभर मेंरिलीज हो गई. अमित सक्सेना द्वारा निर्देशित इसफिल्म में दोनोंकलाकारपूनम पाण्डेय और शिवमदोनों ही नए हैं.पूनम पाण्डेय ने सोशल नेटवर्किंग साइट परइस फिल्म को एक कामोत्तेजक फिल्म केरूप में प्रचारित किया है.

आपको बता दें कि इस फिल्म की कहानीएक 17 साल के लड़के के इर्द गिर्द घूमती है जो अपने 30 साल की महिला टीचर से एक तर्फा इश्क कर बैठता है. हालांकि यह तो अब दर्शकों के ऊपर है कि वह इस फिल्म को कितना पसंद करते हैं. इस फिल्म की शूटिंग पंचगनी में की गई है. फिल्म के गाने भी ज्यादा दमदार नहीं है. फिल्म के बैकग्राउंड में गाना तेरा नशा चलता है जो सुननेमें कुछ बेहतर लगता है. हालांकि थिएटर से बाहर आने के बाद एक भी गाना याद नहीं रह पाता.

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मज़ाक उड़ाती वेबसाइट्स में मोदी और राहुल के बाद अब कपिल सिब्बल की बारी

नई दिल्ली : नरेंद्रमोदी और राहुलगांधी का मजाक उड़ानेवाली वेबसाइट्स के बाद अबकांग्रेस नेता और यूपीए के मंत्री कपिल सिब्बल की भी खिल्लीउड़ानेवाली वेबसाइट बनाने की तैयारीकी जा रही है. गौरतलब है कि इसकी तैयारी में मुंबई की एक हाउस वाइफ विद्युत जुटी है.

आपको बता दें कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का मजाक उड़ाने वाली वेबसाइट narendramodiplans.com बंद होने के बाद फिर से शुरू हो गई है. इस बार इस वेबसाइट को वेबडिजाइनर एलेग्जेंडर ग्राउंडर और ब्लॉगर विद्युत ने शुरू किया है. वेबसाइटबनानेवालों ने वेबसाइट पर ही अपने ट्विटर का पता दिया है. इस काम के लिएएलेग्जेंडर को गालियां सुननी पड़ रही हैं. हालांकि वह न केवल साइट को जारीरखे हुए हैंबल्कि ऐसे ई-मेल्स का मजाक भी उड़ा रहे हैं.

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राज कुमार संतोषी के लिए सलमान है लकी

मुबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : सलमान खान को बॉलीवुडमें बहुत सारे लोगों के लिए लकी माना जाता है और ऐसा भी कहा जाता है कि सलमान दोस्तों के दोस्त है और सभी की मदद करते हैं. इसी तर्ज पर बॉलीवुड के जानेमाने फिल्मकार राज कुमार संतोषी ने कहना है कि यदिउनकी फिल्म 'फटा पोस्टर निकला हीरो' सुपरहिट हो गई तो वह सलमान को अपनालकी मैसकॉट कहना शुरू कर देगें.

गौरतलब है कि सलमानखान, संतोषी की आने वाली फिल्म 'फटा पोस्टर निकला हीरो' में कैमियोंकर रहे है. इसके पहले भी सलमान ने संतोषी की फिल्म 'अजब प्रेम की गजबकहानी' में कैमियों किया था. संतोषी के अनुसार सलमान का उनकी फिल्मों मे काम करना महज एक संयोग है. वहऐसा नहीं मानते है कि सलमान उनके लकी मैसकॉट है. उनका कहना है कि, 'अजबप्रेम की गजब कहानी फिल्म में कैटरीना कैफ सलमान की प्रशंसक बनी थी और अब  'फटापोस्टर निकला हीरो ' में शाहिद कपूरसलमान के फैन बने है. यह स्क्रिप्टकी डिमांड है.

आपको बता दें कि राजकुमार संतोषी निर्देशित और रमेश तौरानी निर्मित 'फटापोस्टर निकला हीरो' में शाहिद कपूर,इलियाना डिक्रूज और पदमिनी कोल्हापुरीकी मुख्य भूमिका है. इस फिल्म में रॉकस्टार गर्ल नरगिस फाखरी भी एक आयटम नंबरकर रही हैं.

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लालू पगला बाबा के कहने पर नरेंद्र मोदी का समर्थन कर रहे हैं – संजय झा

पटना : इन दिनों लालू गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री पद के लिए समर्थनकरते हुए नज़र आ रहे हैं. इस पर जद(यू) का कहना है कि लालू ने धार्मिक गुरू पगला बाबा के कहने के बाद सेमोदी की प्रशंसा करनी शुरू कर दी है.

आपको बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले जद(यू) के नेतासंजय झा के अनुसार मिर्जापुर में धार्मिक गुरू पगला बाबा के राजदसुप्रीमो लालू प्रसाद से प्रधानमंत्री पद के लिए गुजरात के मुख्यमंत्रीनरेंद्र मोदी का समर्थन करने को कहे जाने के बाद से लालू ने मोदी कीप्रशंसा करनी शुरू कर दी है.झा ने कहा कि अब इसमें कोई शंका नहीं कि वर्ष 2014के चुनाव में लालूप्रसाद नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद पर आसीन होने में अपना समर्थन देंगे. गौरतलब है कि चारा घोटाला मामले में लालू की पैरवी कर रहे मशहूर वकील राम जेठमलानी ने भी लालू से मोदी का समर्थन करने को कहा था.

उल्लेखनीय है कि भाजपा द्वारा नरेंद्र मोदी को पार्टी चुनाव अभियान समिति का प्रमुख बनाएजाने के बाद से भाजपा से नाता तोड़ लेने वाली जदयू के नेता झा ने यह भी कहा कि अब भाजपा ने लालू के रूप में नया साथी तलाश लिया है. देखना दिलचस्प होगा कि जद(यू) की बात कहां तक सही साबित होती है.

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लोकतंत्र के चौथे खम्भे को दीमक लगा – अण्णा हजारे

वाराणसी : भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़नेवाले अण्णा हजारे ने ऐलान किया है कि जनलोकपाल बिल को लेकर केंद्र सरकार द्वारा किए गए वादे को पूरा नकिए जाने के विरोध में वह संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन से नईदिल्ली के रामलीला मैदान में धरने पर बैठेंगे. अण्णा ने मीडिया पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि लोकतंत्र के चौथे खम्भेको भी थोड़ा दीमक लग गया है क्योंकि गुजरात केमुख्यमंत्रीनरेंद्र मोदी के मामले में दिए गए उनके बयान को मीडिया ने तोड़ मरोड़ कर पेश किया है.

गौरतलब है कि अण्णा नेकाशी पत्रकार संघ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रेस सेबातचीत के दौरान कहा कि, 'प्रधानमंत्री के लिखित आश्वासन के बावजूद सरकार ने जन लोकपालबिल में देश के साथ धोखा किया और दो साल बीतने के बावजूद जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप जनलोकपाल बिल नहीं लाया गयाइसलिए मैं वाराणसी से घोषितकरता हूं कि संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन से नई दिल्ली के रामलीलामैदान बैठूंगा.' न्यूयार्क में आगामी 18अगस्त को प्रस्तावित इंडिया डे परेड में शामिल होनेके लिए मिले न्यौते पर अण्णा ने कहा कि, 'हां, मुझे उस परेड में शामिल होनेके लिए आमंत्रण मिला है और मैं उसमें शामिल होने के लिए अमेरिका जाऊंगा.'

आपको बता दें कि टीम अन्ना के पूर्वसदस्य अरविंद केजरीवाल के पार्टी को समर्थन देने के सवाल पर हजारे ने कहा कि वह किसी पार्टी केलिए वोट नहीं मांगेंगे. उनका सिर्फ एक ही अभियान है कि चारित्रिक सुधारकरने वाले को वोट दियाजाए और संसद में चरित्रवान लोग चुनकर जाएंतभीभ्रष्टाचार का खात्मा होगा.

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लोकतंत्र के नाम पर राजनेता नचा रहे हैं IAS

देश में सरकारी अधिकारियों की बली कब तक दी जाएगी?
'लोकतंत्र' के नाम पर राजनेता नचा रहे हैं IAS, IPSअफसरों को कौन रोकेगा?

मुबंई(चंदन पवार):Email:chandanpawar.pits@gmail.com

हमारे लोकतंत्र को सही दिशा में चलाना है तो हमें कई लोगों की सहायता कीजरूरत होती है. सरकार के अच्छे फैसलों को लोगों में अमल लाने के लिए और कानून व्यवस्था को सही ढंग से चलाने के लिए हमें देश में आयएएस और आयपीएसअधिकारियों की बहुतमदद होती है. अगर यह अधिकारी अपना कर्तव्य पूरी ईमानदारी से निभाते हैंतो इन्हें सरकार की तरफ से इनाम मिलना चाहिएपरंतु भारत देश में और हमारे महाराष्ट्र में आयएएस और आयपीएस अधिकारीअगर ईमानदारी से अपनी ड्युटी निभाते हैं तो उनको इनाम के रूप में उनका तबादला,निलंबन और मनघड़ंत आरोपों में फंसाकर बली का बकरा बनाया जाता है. इस दुर्भाग्य का अंतकब और कौन करेगा, यह सवाल जनता के मन में उभर उभर के आरहा है.

अभी अभी यूपी में रेत माफियों के खिलाफ सख्त कदम उठानेवाली ड्युप्टी कलेक्टर दुर्गा नागपाल को अपने पद से निलंबित कर दिया हैऔर यह साहस का काम अखिलेश यादव के सरकार ने किया है. उत्तर प्रदेशके मुख्य सचिव राजीव कुमार ने इनके निलंबन के आदेश दिए हैं. इस घटनापर यूपी के मुखिया बतानेवाले अखिलेश यादवने यहसरकारी कार्यवाई है इस तरह का बयान दिया है. अखिलेश शायद यह कहना भूल गए हैंकि रेत माफियों में वह लोग हैं जो इनकीपार्टी के लिए चंदा देते हैं?उनको बचाने केलिएआयएएस दुर्गा का बली इन्होंने लिया है. अबदुर्गा नागपाल को लखनऊ केरेवेन्यु बोर्ड में नया पदभार दिया गया है. मतलब उनका प्रमोशन नहीं बल्कि डिमोशन किया गया है. इसके पहले भी हरियाना के आयएएस अधिकारी अशोक खेमका पिछले वर्ष तब सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और रियल इस्टेट कंपनी डीएलएफ के बीच करोड़ों रूपयों के एक विवादित भूमि सौदे में जमीन का म्यूटेशन(उपयोग ध्येय) रद्द कर दिया था. इस ईमानदारी की सजा हरियाना सरकार ने उनका तबादला कर दी. 43 बार तबादला हो चुके अशोक खेमका एक ईमानदार अधिकारी हैं. उन्होंनेजब सत्ता की मस्ती में चूर और देश के ठेकेदार समझनेवालों के खिलाफ जब आवाज उठाई तब इनको डरना चाहिए था परंतु यह नीडर होकर इनके खिलाफ डटे रहे इसलिए आजतक अशोक खेमका अपने ईमानदारी की सजा के रूप में दरबदर भटकरहे हैं.

क्या देश में ईमानदारी की सजा तबादला और निलंबन के रूप में मिलेगी? लोगों के सामने ईमानदार सरकार चलाने की वकालत करनेवाले देश को दीमक की तरफ चाट रहे हैं अगर इनको रोकना है तो जनता के पास सिर्फ अपने वोट का सहारा है. अगरजनता इसका इस्तेमाल सही ढंग से करेगीतो इस तरह की मानवीय मूसीबतों से देश को बचाया जाएगा. वर्ना ईमादार अफसरों को ऐसे ही बली का बकरा बनते जनता को देखना पड़ेगा.

महाराष्ट्र में भी ऐसे कई अधिकारी हैं जिनको अपना कर्तव्य ईमानदारी से निभाने के लिए तबादला और निलंबन की कार्यवाई से झूझना पड़ा हैऔर आज भी कई अधिकारी इन राजनेताओं की गुलामी स्वीकार नकरने पर निलंबित है या तबादला कर दिया गया है. इसमें हैं-

इशूसिंधु- पुलिस अधिक्षक,जलगांव

विजय पांढारे- मुख्य अभियंता, नाशिक

श्रीकर परदेशी- आयुक्त,पिंपरी चिंचवड

वसंत ढोबले- एसीपी, मुंबई

श्रावण हर्डीकर- जिल्हाधिकारी, यवतमाल

सुधीर राऊत- आयुक्त, मालेगांवमहानगरपालिका

डॉ.प्रवीण गेडाम- जिल्हाधिकारी,उस्मानाबाद

ऋषीराज सिंह- सहसंचालक सीबीआय(पश्चिम विभाग)

सुनीलकेन्द्रेकर- जिल्हाधिकारी, बीड

रविंद्र सेनगांवकर- डीजीपी, ठाणे

संजीव कोकील- वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, मुंबई

क्या इन अधिकारियों ने लोगों की सेवा कर और अपनी ड्युटी ईमानदारी से निभाकर कोई गुनाह किया है?इसलिएयह सब दर बदरभटक रहे हैं. नेताओं को सिर्फ अपनी जी हुजुरी करनेवाले और अपनी गुलामी करनेवाले अधिकारी ही पसंद हैं. जो इनके खिलाफ जनता की आवाज बनकर खड़ा रहेगाबस उनका यही हस्र होगा.यह इन नेताओं ने दिखा दिया है. क्या लोकतंत्र पूरी तरह इन लोगों के हाथ में चला गया है? क्योंकि इनके दबाव के चलते आज ऐसे कई काम हो रहे हैं जिनको रोकना शायद अब महाराष्ट्र के मुखिया के बस में नहीं रह गया है?क्योंकि कोईगैर कानूनी तरह से शिक्षण संस्थाएं चला रहे हैं, कोई गरीबों की जमीन हथिया ले रहे हैं. सरकारी खजानाखालीकरवाया जा रहा है,जिसे जो हाथ लग रहाहैवह बटोर रहा है. जिस डिपार्टमेंट में देखो उधर भ्रष्टाचार के अलावा कुछ दिखाईनहीं दे रहा है. इस तरह जो अफरा तफरी का माहौल महाराष्ट्र में बना हुआ है कब इन सबका अंत होगा? और कौन रोकेगा? क्योंकि आज जनता के मन में यही धारणा बन गई है कि सब चोर हैंतो ऐसा कौन है जो ईमानदारी फिर से बहाल करेगा? आज केराजनेताओं में से कौन है जो महाराष्ट्र में फिर से गरीबों के चेहरे पर खुशियां लौटाएगा?उनके दुख दर्द को बाटेगा क्योंकि दरअसल जनता पूरी तरह से निराश हो गई है. वह खुशियों भरा सवेरा उगते हुए देखना चाहती है. और ईमानदारी से अपना कर्तव्य निभानेवालों को सर पर बिठाना चाहती है. इनकी खोज कौन और कब खत्म करेगा? इसकी आस लगाए जनता बैठी हैकौन इनकी मदद करेगा?

सवाल

१ जब कोई भी घोटाला सामने आता है तब उसकी जांच में पहले ही सरकारी अधिकारी क्यों आते हैं?

२ उस विभाग के मंत्री की जांच के आदेश क्यों नहीं दिए जाते हैं?

३ जब एक अधिकारी अपना कर्तव्य इमानदारी से निभाकर उस विभाग में चल रहे भ्रष्टाचार को बाहर लाता है तब रातोंरात उसका तबादला क्यों कर दिया जाता है?

४ किसी काम का ठेका लेनेवाली कंपनियों के ऊपर जांच करने का निर्णय तुरंत क्यों नहीं लिया जाता है?

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एक खानदान ने देश को भिखारी बनाकर रख दिया है – रामदेव बाबा

नई दिल्ली : योगगुरु रामदेव बाबा समय समय पर अपनी भड़ास कांग्रेसपर निकालते रहते हैं और काग्रेस पार्टी की जमकर आलोचना करते हैं. एक निजीचैनल से बात करते हुए रामदेव ने कहा कि, 'एकखानदान ने देश को भिखारी बनाकर रख दिया है. लोग कांग्रेस से नफरत करने लगेहैं. सोनिया गांधी ने लोकतंत्र को बंधक बना दिया है.'

बाब के अनुसार कांग्रेस नेमुसलमानों के लिए कुछ भी नहीं किया. वह इस देश के एक जिम्मेदार नागरिकहैंइसलिए वह मुद्दों के लिए लड़ रहे हैं ना कि मोदी के लिए.बाबा ने कहा कि, 'मुझे मेरे काम नेबनाया है. हमारा मकसद देश को बचाना है और देश मेरे लिए पहला है.

कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए बाबा ने कहा कि सत्ता में बने रहने केलिए कांग्रेस एक्सपर्ट है. उन्होंने कहा कि, 'पार्टी होशियार हुई लेकिन भोंदू औरपप्पू वैसे के वैसे ही है।. उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहाकि भोंदू बाबा औप पप्पू बस अपने से मतलब रखते है, खाते पिते हैं और अपनीगर्लफ्रेंड से बात करने में मस्त रहते है. राहुल गांधी किसी भी मुद्दे पर बोलनहीं पाते हैं. उन्होंने कहा कि भगवान ने कांग्रेस पार्टी का नाश करने के लिएकाल के रूप में राहुलकाल पैदा कर दिया है. बाबा के अनुसार कांग्रेस इस समयसबसे ज्यादा कमजोर स्थिती मे है.

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लाईफ स्टाइल – कार्टून्स का इस्तेमाल फैशन की दुनिया में

फैशन को हम किसी निश्चित परिभाषा में नहीं बांध सकते. जो भी ट्रेंड में आता है वह फैशन बन जाताहै और लोग उसे ही अपनाकर चलने लगते हैं. वर्तमान समय में कार्टून कैरेक्टर्स युवाओं को खूब आकर्षित कर रहे हैं और युवाओं ने इन्हें ट्रेंड बना दिया है. कॉमिक्स, कार्टून्स और एनिमेशन कैरेक्टर्स अब फैशन वर्ल्ड में छा गए हैं. जहां यह कैरेक्टर्स आकर्षित करते हैं वहीं यह आपको फंकी लुक भी देते हैं और दूसरी ओर आप में आपका बचपन सहेजेरखते हैं.

वो वक्त अब बीत गया जब लोग कार्टून कैरेक्टर्स को सिर्फ बच्चों से जोड़कर देखते थे लेकिन वर्तमान समय में फैशन जगत पर कार्टून कैरेक्टर्स का जादू चल रहा है. अब कार्टून कैरेक्टर्स बच्चों के फैशन तक ही सीमित नहीं रह गया हैबल्कि इनदिनों ऐसी चीजें बड़े भी ज्यादा खरीद रहे हैं. ज्यादातर 14 से 35 साल तक के उम्र के पुरुष और महिलाओं को फैशन का यह अंदाज अधिक लुभाने लगा है. कॉलेज जानेवाले युवा हों या फिर किसी कॉर्पोरेट ऑफिस में काम करने वाले ऑफिसर यह भी कार्टून कैरेक्टर्स के दीवाने नज़र आ रहे हैं. कॉलेज, ऑफिस, ईवनिंग पार्टी, डिस्कोथैक या मार्केट आप कहीं भी जाएं, कार्टून्स वाली ड्रैसे, टी-शर्टस, लॉकेट या फिर हैंडबैग से सजे लोग आपको आसानी से नजर आ जाएंगे.

आपको बता दें कि सबसे ज्यादा लोग कार्टून कैरेक्टर मिकी माऊसवाली प्रीमियम टी-शट्र्स को पसंद करते हैं. जापान में डिकनी प्रोडक्ट्स के 60 प्रतिशत कंज्यूमर्स एडल्ट हैं. इसी ट्रैंड की वजह से कई  बड़ी कंपनियांमिकी,मिनी और दूसरे  फेमस कार्टून कैरेक्टर्स वाले हाई-फैशन ब्रांडेडकपड़े बड़े लोगों के लिए ला रही हैं. गौरतलब है कि लैक्मे फैशन वीक के समर-रिसॉर्ट 2012 एडिशन में शिल्पा चव्हान और नितिन  चव्हान द्वारा मिकी और मिनी माऊस सेइंस्पायर्ड कपड़े और एक्सैसरीज की खूबसूरत रेंज पेश की गई थी. इसमें बहुत से ब्रैंड और प्रोडक्ट आपको मार्केट में मिल जाएंगे.

टी शर्टस: कार्टून कैरेक्टर वाली टी-शर्ट यदि आप किसी युवा को पहने देखें तो हैरान न हों, टी-शर्टस में कार्टून प्रिंट टी-शर्टस युवाओं द्वारा भी खूब पसंद की जा रही है. इसके अलावा आप चाहें तो अपनी पसंद का कार्टून कैरेक्टर अपनीमनपसंद टी-शर्ट पर प्रिंट भी करवा सकती हैं. वैसे युवाओं के लिए पोफेय, जू-जू, पिंकी, मिक्की माऊस, मिनी माऊस, डोनल्ड डक और मार्वल सुपरहीरोजैसे आयरन मैन, स्पाइडर मैन, द अवेंजर्स व हल्क जैसे कैरेक्टर्स से प्रेरितऔर बार्बी कार्टून क्रिएशन वाली टी-शर्टस की बढिय़ा व खूबसूरत कलैक्शनमार्कीट में उपलब्ध है.

पैंट्स: अब कार्टून कैरेक्टर्स सिर्फ मनोरंजन का ही जरिया नहीं हैं, इससे आप खूबसूरत भी खूब नज़र आते हैं. वहीं डिजाइनर्स ने भी इस ट्रैंड को अपनेक्रिएशंस में बखूबी इस्तेमाल किया है. कार्टून्स से सजी पैंट्स और कैप्रीकाको युवा कूल मानते हैं. उनका मानना है कि रोज रोज एक ही तरह की प्ले पैंट या जींस पहन कर बह बोर हो जाते हैं. ऐसे में अनेक रंगों मेंअपने पसंदीदा कार्टून्स के डिजाइन वाली पैंट्स, पाजामे और कैप्रीका नया लुकदेती हैं और मूड को खुशनुमा बनाए रखती हैं.

स्कार्फ: ड्रैस को परफैक्ट लुक देने में स्कार्फ खूब काम आता है. आपको मार्कट में अलग अलग डिजाइन, पैटर्न और कलर्स के स्टाइलिश और फैंसी स्कार्फ मिल जाएंगे. इन दिनों कॉटन फैब्रिक में कार्टून प्रिंट के स्कार्फट्रैंड में हैंजो आपको अट्रैक्टिव लुक देंगे. खासतौर पर गर्ल्स तो इसकीदीवानी हैंक्योंकि बिना किसी खास एफर्ट के इससे आसानी से स्टाइलिश लुकपाया जा सकता है. इन दिनों कई सैलिब्रिटीज को खास मौकों पर स्कार्फ पहनेदेखा जा सकता है.

एक्सैसरीका: फैशन एक्सैसरीज का टेस्ट भी काफी हद तक चेंज हो गया है. एक्सैसरीका में भीकार्टून कैरेक्टर्स का प्रयोग नई ताजगी देता है. डिकनी कैरेक्टर्स वालीज्यूलरी युवाओं को बेहद भा रही है. डोनल्ड डक, मिकी माऊस, टॉम एंड जैरी औरऐसे ही कई कार्टून करैक्टर्स के ईयररिंग्स, पेंडेंट और ब्रेसलेट युवाओं कोआकर्षित कर रहे हैं. यही नहीं, टैटू द्वारा इन कार्टून्स को आप अपने शरीरपर भी सजा सकते हैं. कार्टून्स से सजे बड़े बैग्स तो लड़कियों द्वारा सबसेज्यादा पसंद किए जा रहे हैं.

फुटवियर: समर फुटवियर्स में कार्टून कैरेक्टर थीम सबसे पॉपुलर हो रही है. कार्टूनकैरेक्टर्स से सजे कई तरह के फुटवियर्स मार्केट में उपलब्ध हैं. छोटे बच्चों पर कार्टून कैरेक्टर के डिजाइन वाले फुटवियर बहुतसुंदर नज़र आते हैं. ब्राइट कलर के फुटवियर्स में बैनटैन, पोकीमॉन, शिनचैन, स्पाइडरमैन और पॉवररेंजर सबसे ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं. इसके अलावा बच्चों मेंडब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ. के कलाकारों के प्रिंट्स भी प्रचलित हैं.

अंब्रेला: एक इंसान को अंब्रेला की जरूरत हमेशा पड़ती हैं चाहे वो कड़कते धूप से बचने के लिए हो या बारिश से, छाता हमेशा काम आता है. ऐसे में अगर आपके पास ट्रेंडी छाता होगा तो सोने पर सुहागा. इन दिनों कार्टूनकरैक्टर्स और एनिमल प्रिंट्स वाले अंब्रेला ट्रैंड में हैं. इसकेअलावापोलका डॉट्स, फ्रिल, डिजिटल प्रिंट्स, चैक्स, ट्राइबल प्रिंट्स वगैरह वालेछाते भी सावन को और कलरफुल बना देंगे.

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हेल्थ टिप्स – बीपी कम होने पर रखें खाने का ध्यान

यदि आप खाने पीने में ध्यान नहीं देतीं तो आप कई स्वास्थ संबंधी समस्याओं से घिर सकती हैं. यह समस्याएं हार्ट डीज़ीज़, ब्लड प्रेशर, कैंसर, डायबिटीज जैसी  बीमारियों का रूप लेती हैं. वहीं ब्लड प्रैशर को नियमित करने केलिए पॉष्टिक और बैलेंस्ड डाइट की बहुत जरूरत होती है. लो ब्लड प्रेशर कोअधिकतर लोग कोई बीमारी नहीं मानते इसीलिए बी.पी. लो होने पर खान-पान को लेकर कोई खास परहेज भी नहीं बरतते.

गौरतलब है कि ब्लड प्रेशर का कम होना भी खतरनाक हो सकता है इसलिए बी.पी. कम होने पर क्या खाएं और किस चीज से परहेज करें, इस बात को जानना भी बेहद जरूरी है. किसी भी बीमारी की रोकथाम में डाइट का खासा योगदान रहता है. हाई ब्लड प्रैशर होने पर ऐसी डाइट लेनी चाहिए जिसमें नमक और सोडियम की मात्रा कम हो. जिन लोगों का बी.पी. कम होता हो उन्हें हेल्दी चीजें खानी चाहिए. वहीं हर दो-तीन घंटे में कुछ हल्का-फुल्का खाते रहने से उनको फायदा मिलता है और इसके साथ ही ऐसा करने से बी.पी. में बहुत उतार-चढ़ाव नहीं होता. दिन में तीन मील्स(ब्रेकफास्ट, लंच, डिनर) के अलावा दो बारस्नैक्स लेने चाहिएं. खाने की क्वालिटी के साथ क्वांटिटी भी अच्छी हो यानी भरपूर खाएं. कम खाने से बी.पी. और लो हो सकता है. जिन्हें लो बी.पी. है वह ध्यान दें इन बातों पर-

1)      अगर बी.पी. एकदम लो हो गया है तो कॉफी या चाय पी लें, इससे आपको तुरंत राहत मिलती है. इसका कारण है कि  चाय-कॉफी में मौजूद टैनिन व निकोटीन बी.पी. को बढ़ा देता है हालांकि लंबे समय में इसका कोई फायदा नहीं होगा. नॉर्मल बैलेंस डाइट लें.

2)      खाने में नियमित रूप से ताजे फलों और सीजनल हरी सब्जियों का सेवन ज्यादा करना चाहिए. पालक, गोभी, बथुआ जैसी हरी सब्जियों का सेवन करने से ब्लड प्रैशर सामान्य रहता है.

3)      स्प्राऊट्स, दालें, काला चना, केसर, खजूर, केला, दालचीनी और काली मिर्च भी डाइट में शामिल करें.

4)      दिन में 10-12 गिलास पानी जरूर पीएं.

5)      बादाम, स्किम्ड मिल्क, छाछ, सोयाबीन का तेल, गाय का घी, गुड़, चीनी, शहद, मुरब्बा आदि का सेवन कर सकते हैं.

अगर बी.पी से ग्रस्त व्यक्ति के अंदर सोडियम लेवल कम है तो डॉक्टर डाइट में नमक की मात्रा बढ़ाने को कहते हैं.

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आरबीआई ने कहा कि सीआरआर और रेपो रेट में नहीं होगा कोई बदलाव

मुंबई(पिट्स प्रतिनिधि) : भारतीय रिजर्व बैंक ने रुपए की कमजोरी को ध्यान में रखते हुए नीतिगत दरोंमें किसी प्रकार का बदलाव नहीं करते हुए चालू वित्त वर्ष के लिए सकल घरेलूउत्पाद(जीडीपी) और महंगाई के अनुमार को घटाकर क्रमश: 5.5 प्रतिशत और 5.0प्रतिशत कर दिया है.

गौरतलब है कि रिजर्व बैंक के गवर्नर डी.सुब्बाराव ने चालू वित्त वर्ष की ऋण एवंमौद्रिक नीति की पहली तिमाही समीक्षा की घोषणा करते हुए कहा किरुपए को थामने के लिए हाल ही में किए गए मौद्रिक उपायों को विनिमय बाजारमें स्थिरता आने के बाद वापस ले लिया जाएगा. उन्होंने वैश्विक अर्थव्यवस्थाका हवाला देते हुए कहा कि चालू वित्त वर्ष में देश की विकास दर के अनुमान को पहले के 5.7प्रतिशत से कम कर 5.5प्रतिशत कर दिया गया है.

उनका कहना है कि चालू मानसून सीजन में अब तक अच्छी बारिश होने से कृषिपैदावार बढ़ने की उम्मीद है. जिसको ध्यान में रखते हुए थोक मूल्य सूचकांक पर आधारितमुद्रास्फीति के अनुमान को 5.5 प्रतिशत से कम कर 5.0 प्रतिशत कर दिया गयाहै.

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घर परिवार – गर्भावस्था- भाग 2

दमदारपोषकतत्व : पेट के बढ़ते बच्चे के लिए कुछ पोषकतत्व ज्यादा महत्व के हैं. खुद के लिए एवं बच्चे के सही स्वस्थ के लिए पोषकतत्व की मात्रा खुद के खानेपीने में बढ़ानी जरुरी है.
गर्भवस्थाकेसमयआहारपरविशेषध्यानदेनेकीआवश्यकताहैक्योंकिजोआपखानाखातेहैंआपकावबच्चेदोनोंकाआहारहोताहै. भोजनाऐसाहोनाचाहिएजिससेआवश्यकतत्वउचितमात्रामेंआपकोमिलसके. गर्भस्थमहिलाको 2000-3000 केलरीप्रतिदिनकीआवश्यकताहैऔरवजन 20 से 25 पॉंड बढ़ना चाहिए. भोजन में प्रोटीन, विटामिन, कैल्शियम, लोहतत्व का होना दांतों व हड्डियों की मजबूती के लिए आवश्यक है. प्रोटीन हमें बटर, बीन्स, बादाम, पनीर, दूध व दही से प्राप्त हो सकता है.
कैल्शियमपनीर, दूध, दही, हरी सब्जियों में पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है.
लोहतत्वहमेंअनाज, दालें व सूखे मेवे से मिल सकता है.
प्रोटीनवदूध,दही दिन में तीन से चार बार लेना चाहिए.

प्रश्न: गर्भवती स्त्री को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर: गर्भवतीको निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- जंक भोजन जैसे पीजा, ब्रेड, बासी भोजन, तला भोजन, मिर्च मसाले, मैदा, आलू चिप्स, बिस्कुट, केक आदि से दूर रहें.
- अधिक मात्रा में नमक एंव कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए
- धुम्रपान से बच्चे के गिरने की संभावना रहती है अथवा बच्चे के मस्तिष्क का विकास रूक जाता है
- 2-10 सप्ताह तक एक्स रे का प्रयोग नहीं करें
- टब द्वारा गर्म पानी का सेक करने से होनेवाले बच्चे की नाड़ियों का विकास रूक जाता है.
- मुहांसे रोकने के लिए दवाईयों के सेवन से होनेवाले बच्चे की शारीरिक विकृति

प्रसव और प्यार
कुछ महत्वपूर्ण जानकारी:
1) बताई गई तारीख पर ही बच्चा पैदा होना जरूरी नहीं है
2) शुरू के चिन्ह हैदर्द जो कमर से पेट की ओर बढ़ता है. यह हर घंटे पर आ सकता है व पेट की गड़बड़ी के समान ही महसूस होता है
3) जब खिचाव हर बीस मिनट में आता है व 1 मिनट तक रहता है तो प्रसव का चिन्ह है. अब डॉक्टर के यहां जाने का समय हो गया. थोड़ा घुमिए और मधुर संगीत सुनिए. ॐ का उच्चारण करिए. इस समय खाना-पीना बहुत ही हल्का रखे.
4) अब आप अपने बच्चे को बाहरआने में सहायता करिए. यह 30 से 60 मिनट की क्रिया है.
5) बच्चा बाहर आता है तो योनिद्वार पर जोर पड़ता है. कभी-कभी डॉक्टर एक छोटा सा चिरा भी देते है. जिससे बच्चा आसानी से बाहर आ जाता है व उसके सिर पर दबाव नहीं पड़ता. भगवान की अनमोल देन आपका बच्चा आपसे पास है.

सांस लेने का योगिक तरीका:
खासतौर से लेबर के समय आराम देता है. सही तरीके से सांस लेने से हमारे हर कोष को सही शक्ति मिलती है. इसिलए हर मां को सांस लेने की सही प्रक्रिया का ज्ञान होना चाहिए. उस सांस पर नियंत्रण करना आना चाहिए. आपने देखा होगा जब व्यक्ति बहुत उत्साहित होता है तो उसकी सांस बहुत तेज चलती है और तो शांत होता है उसकी सांस गहरी और धीमी होती है. इससे हम पता लगा सकते कि हमारे मन और सांस में क्या संबंध है. बच्चे को जन्म के समय योगिक तरीके से सांस लेने की प्रक्रिया का फायदा हम ले सकते है.
गर्भावस्था के समय कसरत करते वक्त क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए:
1) खुद को ज्यादा तकलीफ न दें. जितनी हो सके उतनी ही कसरत करें.
2) कई विशेष दिनों में बच्चे के स्थान पर अगर कसरत करते समय तकलीफ होती हो, तो कसरत न करें.
3) आसन नियमित तौर पर करें. आसन करने पर अधिक थकावट नहीं आनी चाहिए पर आलस न करें.
4) आसन किसी हवादार कमरें में करने चाहिए.
5) आसन आराम से करने चाहिए. आसन स्थिर और सुखमय अवस्था में करना चाहिए, जिससे एक संतुलित स्थिति प्राप्त हो सके.
6) आसन लयात्मक होने चाहिए. जल्दबाजी से आसन नहीं करने चाहिए.
7) अपने एक तरफ करवट लेकर सोने के बाद उठना चाहिए.
8) आसन जमीन पर करने चाहिए, एक चटाई लेकर. किसी कम्बल या बिस्तर पर भी कर सकते हैं.
9) आसन भोजन के दो घंटों के बाद करने चाहिए. अपने आसन प्रयोग को आप पूरे दिन में बांट सकते हैं. शिथिल मुद्रा दिन के बीच में कर सकते हैं. चिंतन मुद्रा सुबह में कर सकते हैं और गतिशील जो मुद्रा है वह जब दिन में वक्त मिले तब कर सकते हैं.
10) हर आसन को सही तरके से करना चाहिए पर दु:खी न हों, अगर आप पूर्णरूप से उसे ना कर सकें.
11) कोई आसन जिसमें पेट दबता हो, वह नहीं करने चाहिए, जन्मपूर्व अवस्था में. जैसे मक्रासन, भुजगासन, योगमुद्रा, पश्चिमोत्तासन.
12) अलाटी-पलाटी वाले आसन ज्यादा करने चाहिए, जैसे सुखासन, अर्धपद्मासन, पर्वतासन.
13) घुटने मुड़ते हैं ऐसे आसन करने चाहिए जैसे उत्कटासन
14) जिन असान में सिर नीच रखने की जरूरत होती है, वह न करें.
15) फैलनेवाले आसन सांस अंदर लेते हुए करने चाहिए.

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चीनी लोग सेक्स ताकत बढ़ाने के लिए पीते हैंबेबी सूप

बीजिंग : देश और दुनिया में अजीब प्रथाएं चलती हैं, कुछ लोग तो ऐसी प्रथाओं का अनुसरण करते हैं जिसेसुनने में भी आश्चर्य होता है. ऐसी ही कुछ बातों का खुलासा हुआ है जिसे सुनकर शायद आपका दिल दहल जाए. आपने सुना होगा कि लोग सेक्स ताकत बढ़ाने के लिए तरह-चरह के तरीके अपनाते हैंलेकिन हाल हीमें चीन में सेक्स ताकत बढ़ाने के जिस तरीके का खुलासा हुआ हैंवह बेहदखौफनाक और हैरान करने वाला हैं. गौरतलब है कि चीन में सेक्स ताकत बढ़ाने के लिए 'बेबी सूप'पीने औरखाने का प्रचलन है.

इस खबर के बाहर आने से चीन की काफी किरकिरी हो रही है. सोशल नेटवर्किंग साइट पर भी इसकी आलोचना की जा रही है. अखबार और वेबसाइट पर छपी तस्वीरों ने तो लोगों का गुस्सा और बढ़ा दिया हैं.आपको बता दें कि इन तस्वीरों में लोगों को बड़े ही चाव से 'बेबी सूप'पीते हुए दिखाया गयाहै. चीन के दक्षिण गुआंगडोंग प्रांत के एक कस्बे में बरसों से बेबी सूपपीने का चलन है. यहां के लोगों का मानना हैं कि इस सूप को पीने से शरीर मेंसेक्स ताकत कई गुना बढ़ जाती है.

उल्लेखनीय है कि चीन में जन्म के करीब और नेचुरल मृत नवजात बच्चों की कीमत दो हजार युआन(करीब बीस हजार रुपए)हैं. वहींगर्भ में गिराए भ्रूण की कीमत कुछ सौ युआन लगाई जाती है. ऐसा कहा जा रहा हैं कि चीन सरकार की एक बच्चा पॉलिसी के कारण ऐसाहो रहा हैं. हांगकांग में भी अब 'बेबी सूप' का प्रचलन बढ़ रहा हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार ब्यूटी औषधि के लिए बच्चे की नाल के अलावा गर्भपातहोने वाले भ्रूण की भी काफी मांग है. लोग इसे पीने में कोई शर्म और घृणामहसूस नहीं करते. चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी के अमानवीय व्यवहार औरमानवाधिकार उल्लघंन के कारण चीनी समाज में नरभक्षण की मान्यताओं ने जन्म लेलिया है जोकाफीआश्चर्यचकित करदेनेवाली बात है.

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शत्रुघ्न सिन्हा को बना दिया लापता

पटना : भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा को 'लापता' बना दिया गया है. यह हम नहीं बल्कि पटना शहर में लगे पोस्टर कह रहे हैं. गौरतलब है कि शुत्रुघ्न सिन्हा के पोस्टर पटना में लगाए गए हैं जिस पर लिखा है 'लापता माननीय सांसद की खोज.'

सूत्रों के अनुसार यह करतूत उनकी ही पार्टी कार्यकर्ताओं काहै. आपको बता दें कि पिछले दिनों शत्रुघ्न सिन्हा ने बिहार केमुख्यमंत्री नीतीश की तारीफकरते हुए उन्हें प्रधानमंत्री पद का उचित उम्मीदवार बताया था. जिससेनाराज कार्यकर्ताओं नेयह पोस्टर लगाकर अपनी नाराजगी जाह रकी है. ऐसा बयान देने के बाद सिन्हा अपनी ही पार्टी की आंख की किरकरी बन गए थे.

सिन्हा के इस बयान के बाद तिलमिलाई भाजपा ने कड़ा रूख अपनाया था. इतना ही नहीं भाजपा केदिग्गज नेता मुरली मनोहर जोशी ने तो शत्रुघ्न सिन्हा पर सख्त कार्रवाई करनेकी मांग भी की थी. हालांकि इस विवाद पर शत्रुघ्न सिन्हा ने सफाई भी दीथी.

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बीसीसीआई की जांच कमेटी अवैध और असंवैधानिक – बॉम्बेउच्च न्यायालय

मुंबई(पिट्स प्रतिनिधि) : बॉम्बेउच्च न्यायालय ने आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी के आरोपों की जांच के लिए गठित दो सदस्यीय जांच पैनल को 'अवैध और असंवैधानिक' बताया जिससे बीसीसीआई और एन.श्रीनिवासन को करारा झटका लगा है. गौरतलब है किउच्चन्यायालय का आदेश जांच समिति द्वारा 28जुलाई को रिपोर्ट जमा किए जाने केदो दिन के भीतर आया.

आपको बता दें कि पैनल ने रिपोर्ट में श्रीनिवासन,उनके दामाद और चेन्नई सुपरकिंग्स टीम के मालिक गुरुनाथ मयप्पन और राजस्थान रॉयल्स के मालिक राजकुंद्रा को क्लीन चिट दी थी. यह फैसला न्यायमूर्ति एस.जे. वजीफदार और एम.एस.सोनक कीखंडपीठ ने बिहार क्रिकेट संघ और इसके सचिव आदित्य वर्मा की जनहित याचिका परसुनवाई के दौरान सुनाया. याचिका में बीसीसीआई और आईपीएल संचालनपरिषद द्वारा दो सदस्यीय पैनल के गठन को चुनौती दी गई थी.

पीठ ने याचिका को स्वीकार करते हुए कहा कि जांच पैनल का गठनअवैध औरअसंवैधानिक है. याचिकाकर्ता की ओर से सीनियर वकीलों वीरेंद्रतुलजापुरकर और बीरेंद्र सराफ के साथ पैरवी करने वाले एडवोकेट अमित नाईक नेकहा ,''हम कामयाब हुए हैं और अदालत ने हमारी दलील स्वीकार कर ली.अबबीसीसीआई को तय करना है कि आगे क्या करना है.' याचिका में बीसीसीआई केपूर्व अध्यक्ष श्रीनिवासन पर भी निशाना साधा गया हैक्योंकिवह चेन्नई सुपरकिंग्स टीम की मालिक इंडिया सीमेंट्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक औरउपाध्यक्ष हैं और उन्होंने ही जांच पैनल का गठन किया था.

आपको बता दें कि इस याचिका में अदालतसे आग्रह किया गया है कि वह बीसीसीआई को जांचपैनल गठित करने का आदेश वापस लेने का निर्देश दें और अदालत खुद सेवानिवृतन्यायाधीशों की पैनल बनाए जो मयप्पन के खिलाफ जांच करने के लिए उपयुक्त हो. वहीं दूसरी ओर बीसीसीआई और श्रीनिवासन ने अपने जवाबी हलफनामे में इस याचिका को निजीस्वार्थों से प्रेरित बताया.

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प्यार में सबकुछ चलता है

मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि) : कहते हैं 'प्यार में सब कुछ जायज है'और इस कथन को कई बार लोगों ने साबित किया है. दुनिया से भले ही हजारों विरोध का सामना करना पड़ा हो लेकिन प्यार करनेवालों ने हार नहीं मानी. कई दीवाने तो ऐसे भी हैं जिन्होंने समाज की सभी बंदिशों को तोड़कर अपने प्यार को पाया है. कहते हैं प्यार में उम्र की भीकोई सीमा नहीं होती है. उम्रछोटी हो या बड़ी, सब चलता है. उम्र के मसले को बॉलीवुडमें प्यार करनेवालों ने कई बार सच कर दिखाया है. कई अभिनेत्रियां ऐसी हैं जिन्होंने कम उम्रवाले हिरो से शादी रचाई और उन्हे अपना दुल्हा बनाया.

इस तर्ज पर सुनील दत्त और नरगिस दत्तकी जोड़ी बेमिसाल है. सुनील दत्त नरगिस से उम्र में एक साल छोटे थे. हालांकि जब दोनों में प्यार हुआ तो उन्होंने उम्र को अपने प्यार के बीच में नहीं आने दिया. वहीं जानी मानी कोरियोग्राफर फराह खान अपने पति शिशिर से करीब 8 साल बड़ी हैं.

हाल ही में सैफ अली खान ने करीना कपूर से शादी की, जहां करीना सैफ से उम्र में काफी छोटी हैं वहीं सैफ की पहलीशादी जिनसे हुई थी, यानी अमृता सिंह, उनकी उम्र सैफ से12 साल ज्यादा थी. वहीं दूसरी ओर सैफ की बहन अभिनेत्री सोहा अली खानऔर कुणाल खेमू भी रिश्ते में हैं. हालांकि उनकीअभी शादी तो नहीं हुई है लेकिन जल्द ही दोनों शादी के बंधन में बंधनेवाले हैं. गौरतलब है कि सोहा, कुणाल से 4 साल बड़ी हैं.

मिस वर्ल्ड रह चुकी और बॉलीवुड की जानी मानी अभिनेत्री ऐश्वर्या राय भी अपने पति अभिषेक से 4 साल बड़ी हैं. वहीं शिल्पा शेट्टी भी अपने पतिराज कुंद्रा से 2 साल बड़ी हैं. मनीषा कोइराला की बात करें तो उन्होंने अपने से 7 साल छोटेसम्राट से शादी की.

इन सभी बातों से साफ है कि प्यार के राह में उम्र कोई बंधन नहीं है और बॉलीवुड में यह चलन काफी पहले से चला आ रहा है.

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मेरी हत्या के लिए 30 लाख की सुपारी दी गई थी – अण्णा हजारे

नई दिल्ली  :गांधीवादी समाजसेवी अण्णा हजारेने जनतंत्र यात्रा के तहत यूपी के गोंडा जिले में जन लोकपाल बिल के लिए आयोजित सभा में एक हैरान कर देनेवाला खुलासा किया कि साल 2003में महाराष्ट्र सरकार के एक मंत्री ने उनकी हत्या की सुपारी दीथी. हालांकि सुपारी लेनेवाले अपराधियों ने अण्णा के सहयोगी को तो मारा लेकिन उन्हें छोड़ दिया.

गौरतलब है कि मौजूदा यूपीए सरकार के गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे उस समय राज्य केमुख्यमंत्री थे. अण्णा ने आरोप लगाया कि शिंदे सरकार के एक मंत्री ने हत्यारोंको 30लाख रुपये दिए थे. उन्होंने जनलोकपाल बिल के संदर्भ में कहा कि, 'मैं जल्द ही रामलीला मैदान मेंएक बार फिर अनशन करूंगा और जब तक मजबूत जन लोकपाल बिल नहीं बन जातातब तकमैं मरने वाला नहीं हूं.'

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