जानिए हस्ताक्षर ज्योतिष (भाग- 9)
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कलमों का संग्रह करनेवाले जो व्यक्ति कलमों का बहुत अधिक संग्रह करते हैं. तरह तरह की कलम प्रयोग म लाएं या न लाएं फिर भी इकट्ठा करते हैं ऐसे व्यक्ति कुछ रसिक स्वभाव के, चालाक, अपनी तारीफ सुननेवाले, अपने कामों को छुपानेवाले, दूसरों की सलाह नहीं मानते. काफी रोमैंटिक होते हैं. अपने से विपरीत लिंग के प्रति विशेष आकर्षण रखनेवाले, उनमें घुल-मिल जाना व उनकी मदद के चक्कर में अपना नुकसान भी करते हैं. कुछ कंजूस, दूसरों पर बिना सोचे समझें पैसा कम खर्च करते हैं. अपने स्वार्थ के लिए ठीक इसके विपरीत व्यवहार करते हैं. ये सामाजिक कम होते हैं. अपनी धुन में और अपने लोगों में घुले मिले रहनेवाले. जीवन में सफलता के कई योग आने पर भी ये लाभ नहीं उठा पाते. इस कारण समाज में जो सफलता और मान-सम्मान मिलना चाहिए वो नहीं मिल पाता. अधिक फैशन पसंद करनेवाले. खाने, कपड़े से विशेष लगाव. पिता से कम बनती है किंतु फिर भी माता-पिता का धन व सहयोग प्राप्त होता है. भाई-बहनों व दोस्तों से लाभ उठाना अच्छी प्रकार जानते हैं. कुछ आलसी स्वभाव या जो मन में आता है वही करते हैं. कम परिश्रम करने पर भी मकान, गाड़ी का लाभ सामान्य रूप में अच्छा रहता है. 22 से 28 के बीच में अपना जीवनमय स्थायी रूप से चालू कर देते हैं. अपनी आय दूसरों को कम बताते हैं. शिक्षा व संतान में बाधा के बाद सफलताएं बनती है या देरी से. कन्याएं इनको अधिक सहयोग करेंगी. स्त्री होगी तो उन्हें पुत्र अधिक सहयोग करेगा. जीवन में इनको तेज गाड़ी, चमड़ी, पेट, हड्डी, जल, गुप्त शत्रुओं से तथा विपरीत लिंग के लोगों से धोखा होता है. पत्नी के या पति के अलावा एक दो अन्य घनिष्ठ संबंध होने के कारण पारिवारिक जीवन कुछ क्लेश वाला होता है य कुछ अन्य बात. शादी के बाद जीवन में अधिक परिवर्तन आता है. जवानी में पारिवारिक सुख 36 के बाद जीवन अधिक सुखमय देखा गया है. मुकदमे व साझे में जीवन में अच्छी सफलता बुढ़ापे में मिलती है. यात्राओं का अच्छा लाभ. विदेश यात्रा का भी योग. कानून से सलाह, साहित्य, मीडिया या सफेद व फैशन और स्त्री से जुड़े व्यवसाय से अधिक धन और सफलताएं अर्जित करते हैं. पिता के आगे कम जाते हैं. धन अच्छा संग्रह करते हैं. 50 से 54 का समय भाग-दौड़ वाला. 56 से 65 का समय अच्छा जाता है. जवानी मौजकारी. बुढ़ापा कुछ चिंतावाला. जीवन में आपको अच्छी सफलता 36 के बाद ही. पूरी आयु 70 के आस-पास. |
Read More » तुला राशि के लिए कैसा रहेगा नया साल
आने वाला नया साल आपके लिए और आपके परिवार के लिए कैसा होगा यह जानने की उत्सुकता प्रत्येक व्यक्ति को होती है।चन्द्र राशि के आधार पर आपको यह बताने की कोशिश कर रहा है कि आने वाला साल आपके लिए कैसा होगा। आमतौर पर राशि की गणना सूर्य और चन्द्र राशि के आधार पर होती है लेकिन भारतीय पराशर ज्योतिष में चन्द्र राशि को ही मान्यता है और जातक का नाम भी चन्द्र राशि के आधार पर ही तय होता है। यदि आपका नाम रा, री, रू, रे, रो, ता ति, तु, ते से शुरू होता है तो आपकी चन्द्र राशि तुला है। तुला राशि के लिए आने वाला साल कुछ ऐसा रहेगा।
जनवरी
राशि पर शनि व राहु का संचार होने से शुभाशुभ दोनों प्रकार के मिश्रित फल प्राप्त होंगे। व्यवसायिक क्षेत्रों में धन लाभ व उन्नति के विशेष अवसर प्राप्त होंगे परंतु मानसिक तनाव, बनते कामों में विध्न, धन का खर्च अधिक अवं परिवारिक परेशानी रहेगी।
फरवरी
4 फरवरी से इस राशि पर मंगल शनि राहु का संचार रहने से क्रोध एवं उत्तेजना अधिक होगी। अचानक खर्च भी बढ़ेंगे। वाहनादि सावधानी पूर्वक चलाएं दुर्घटना में चोट आदि का भय रहेगा। राशिस्वामी शुक्र 26 फरवरी तक धनु राशि में होने से स्वास्थ्य ढिला भाई बंधुओं से मतभेद एवं वृथा भागदौड़ रहेगी।
मार्च
मासारम्भ में राशिस्वामी शुक्र बुध युक्त चतुर्थ भाव में एवं शनि की साढ़सती के प्रभाव से स्वास्थ्य ढीला शरीरिक कष्ट चोटादि का भय रहेगा परंतु व्यवसाय में विध्नों के बावजूद निर्वाह योग्य आय के साधन बनते रहेंगे। 22 मार्च के पश्चात परिवारिक एवं व्यवसायिक उलझनों के कारण मन परेशान रहेगा।
अप्रैल
शुक्र उच्चस्थ होने से परिवार में शुभ समाचार तथा व्यवसाय में धन लाभ की प्राप्ति होगी। साढ़सति के कारण स्वास्थ्य ढीला रहेगा। 24 अप्रैल से शुक्र की स्वगृही दृष्टि होने से संघर्षमयी परिस्थितियों के बावजूद समय शुभ फलदायी होगा।
मई
शनि साढ़सति के प्रभाव स्वरूप पारिवारिक एवं आर्थिक स्थिति अनिश्चित रहेगी परंतु शुक्र की स्वग्रही दृष्टी होने से परिश्रम से कोई विशेष रूका हुआ कार्य बनेगा। गुजारे लायक धन प्राप्ति होगी। 18 मई से शुक्र मानसिक तनाव व स्वास्थ्य हानि के योग हैं।
जून
शनि साढ़सति के प्रभाव स्वरूप पारिवारिक एवं आर्थिक स्थिति अनिश्चित रहेगी परंतु शुक्र की स्वग्रही दृष्टि होने से परिश्रम से कोई विशेष रूका हुआ कार्य बनेगा। गुजारे लायक धन प्राप्त होगा। 18 जून से शुक्र अष्टमस्थ होने से शारीरिक कष्ट, मानसिक तनाव व स्वास्थ्य हानि के योग हैं।
जुलाई
मासारम्भ में शनि वक्री होने से सोची योजनाओं में सफलता के लिए विशेष परिश्रम करना होगा। यद्यपि व्यवसाय में उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे परंतु किसी विशेष पदोन्नति की संभावना भी बनी रहेगी। मासांत में अड़चनों के बावजूद कुछ सफलता मिलेगी। परिवार संबंधी चिंता बनी रहेगी। अचानक खर्च बढ़ेगे।
अगस्त
मासारम्भ में शनि की उच्च स्थिति होने से सुख साधनों पर खर्च परंतु मंगल के कारण अत्यधिक परिश्रम करने पर ही आय के साधनों में वृद्धि होगी। शनि उच्चस्थ होने से घरेलू हालात में सूखद परिवर्तन होंगे। किंतु परिवार संबंधी चिंता बनी रहेगी। 23 अगस्त के पश्चात विदेशी कार्यों में प्रगति होगी।
सितम्बर
मासारम्भ में कुछ बिगड़े कामों में सुधार होगा। परिश्रम एवं पुरूषार्थ करने पर धन लाभ के विशेष अवसर मिलेंगे परंतु सांझेदारी के कामों में हानि होगी। उत्तरार्ध भाग में भाग्यवश लाभ के योग हैं परंतु वृथा मानसिक तनाव, भागदौड़ अधिक निकट बंधुओं से तनाव एवं चोटादि का भय रहेगा।
अक्तूबर
राशि स्वामी शुक्र नीच राशि में 12वें संचारित होने से व्यवसाय में संघर्षपूर्ण परिस्थितियों का सामना रहेगा। अत्यधिक भागदौड़ करने पर भी आय से खर्च अधिक रहेगा। 17 अक्तूबर से सूर्य शनि का संचार इस राशि में होने से व्यवसायिक और परिवारिक परेशानियां बढ़ेगी। कार्तिक संक्राति से कार्तिक मास माहात्मय का पाठ करना शुभ होगा।
नवम्बर
मासारम्भ में अत्यधिक परिश्रम करने पर धन लाभ अल्प एवं खर्च अधिक रहेंगे।16 नवम्बर से हालात में सुधार भूमि सवारी आदि का क्रयविक्रय भी होगा। वृथा भागदौड़, परिवारिक परेशानी एवं गुप्त शत्रु सरगर्म रहेंगे। विशेष रूप से शुक्रवार का व्रत एवं श्री गायत्री मंत्र का जप करना शुभ होगा।
दिसम्बर
मासारम्भ में व्यर्थ की दौड़धूप, आर्थिक एवं परिवारिक उलझनों के कारण मन अशांत रहेगा। उत्तराद्ध भाग में धन प्राप्ति के साधन बनेंगे। कुछ बिगड़े कामों में सुधार एवं विदेशी संबंधों से लाभ के योग हैं परंतु स्वास्थ्य कुछ ढीला रहेगा।
वृश्चिक राशि का पूरे साल का राशिफल अगले हफ्ते दिया जाएगा.
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