नई दिल्ली : आम चुनाव से ठीक पहले वित्त मंत्री पी.चिदंबरम ने लोकसभा में अंतरिमबजट पेश कर दिया है. उन्होंने इनकम टैक्स की दरों में कोई बदलाव नहीं किया, हालांकि कई प्रॉडक्ट पर एक्साइज ड्यूटी घटाकर आम आदमी को राहत जरूर दी. यहबजट चार महीने के लिए है. लोकसभा चुनाव के बाद नई सरकार पूर्ण बजट पेशकरेगी. आइए आपको बताते हैं अंतरिम बजट में क्या-क्या निकला है. इससे किसको फायदा मिला, किसको नुकसान हुआ और कौन सी चीज हुई महंगी और कौन सस्ती. रक्षा बजट में 10 प्रतिशत बढोत्तरी: चुनाव से पहले फौजियों के वोटों को अपने हक में करने के लिए बडा कदम उठातेहुए सरकार ने उनकी वर्षों पुरानी समान रैंक, समान पेंशन की मांग स्वीकारकर ली और रक्षा बजट दस प्रतिशत बढाकर 2 लाख 24 हजार करोड़ करने की घोषणाकी. चिदम्बरम ने अंतरिम बजट पेश करते हुए बताया कि समान रैंक पेंशन की मांगबहुत भावनात्मक मुद्दा थी जिसे स्वीकार कर लिया गया है और इसे 2014 सेलागू कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि रक्षा बजट में बीस हजार करोड़ कीबढोत्तरी की गई है. पिछले साल का रक्षा बजट दो लाख तीन हजार करोड़ था जिसेअब दो लाख 24 हजार करोड़ कर दिया गया है. खाद्य मुद्रास्फीति अभी भी चिंता का विषय: चिदंबरम ने कहा कि सरकार और आरबीआई दोनों ने मुद्रास्फीति कम करने केलिए साथ-साथ काम किया है पर खाद्य मुद्रास्फीति का 8.8 प्रतिशत पर रहनाचिंता का विषय है. उन्होंने 2014-15 के अंतरिम बजट प्रस्ताव में कहा कि, 'सरकार और आरबीआई दोनों ने साथ-साथ(मुद्रास्फीति कम करने के लिए) कामकिया है. हमारी कोशिश बेकार नहीं गई लेकिन अभी कुछ दूरी तय करनी बाकी है.' राजकोषीय घाटा सीमित रखा जाएगा: सरकार ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के लिए राजकोषीय घाटे को सकल घरेलूउत्पाद के 4.6% तक सीमित रखा जाएगा जो 4.8% के पहले केअनुमान से भी कम है. वित्त मंत्री पी.चिदंबरम ने संसद में पेश अंतरिमबजट में कहा कि, 'एक अच्छी खबर से शुरुआत करना चाहता हूं. वित्त वर्ष 2013-14 के लिए राजकोषीय घाटे को 4.6% तक सीमित रखा जाएगा जो पिछले साल तयलक्षमण रेखा से काफी कम होगा.' बिजली उत्पादन क्षमता दोगुनी होकर 2.34 लाख मेगावाट: चिदंबरम ने संसद में अंतरिम बजट(2014-15) भाषण में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि, 'भारत की बिजली उत्पादन क्षमता दस साल पहले(2004 में) 1,12,700 मेगावाट थी जो अब बढ़कर 2,34,600 मेगावाट हो गई है.' उनके अनुसार मौजूदा वित्त वर्ष में ही 29000 मेगावाट से अधिक अतिरिक्त बिजलीउत्पादन क्षमता हासिल की गई है. उल्लेखनीय है कि बिजली सचिव प्रदीप कुमारसिन्हा ने पिछले सप्ताह विश्वास जताया था कि सरकार 2017 तक अतिरिक्त 1,18,000 मेगावाट क्षमता हासिल कर लेगी. कृषि ऋण 7 लाख करोड़ रुपए के पार होगा: चिदंबरम ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में कृषि ऋण 7,00,000 करोड़ रुपए केपार होने तथा कृषि निर्यात 45 अरब डॉलर से अधिक रहने का अनुमान है. वित्तवर्ष 2014-15 का अंतरिम बजट पेश करते हुए उन्होंने कहा कि, 'हमें कृषि केशानदार प्रदर्शन को लेकर गर्व है, कृषि ऋण 7,35,000 करोड़ रुपए पहुंचने काअनुमान है जो 7,00,000 करोड़ रुपए के लक्ष्य से अधिक है.' चिदंबरम ने यहभी कहा कि कृषि निर्यात चालू वित्त वर्ष में 45 अरब डॉलर को पार कर सकता हैजो 2012-13 में 41 अरब डॉलर था. चिदंबरम ने कहा कि कृषि वृद्धि दर में अच्छी वृद्धि की उम्मीद का कारणविभिन्न फसलों का बंपर उत्पादन का अनुमान है. उन्होंने कहा कि, 'वित्त वर्ष 2012-13 में खाद्यान उत्पादन 25.5 करोड़ टन रहा. चालू वित्त वर्ष में इसके 26.3 करोड़ टन रहने की उम्मीद है. गन्ना, कपास, दलहन, तिलहन का रिकार्डउत्पादन की उम्मीद है.' बेहतर मानसून के कारण खाद्यान उत्पादन में अच्छीवृद्धि की उम्मीद है. विनिमय दर में स्थिरता आई है: सरकार के अनुसार भारतीय मुद्रा का प्रदर्शन अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओंकी करेंसी के मुकाबले बेहतर रहा है और विनिमय दर में स्थिरता आई है. वैश्विक हालात में उतार-चढ़ाव से पूंजी प्रवाह का जोखिम बढ़ा और अमेरिकीफेडरल रिजर्व की पिछले साल मई में राजकोषीय प्रोत्साहन धीरे-धीरे वापसलेने की घोषणा से रुपए का मूल्य बुरी तरह प्रभावित हुआ. वित्त वर्ष 2014-15 के लिए पेश अंतरिम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि, 'सरकार, आरबीआई और सेबी ने पूंजी प्रवाह को बढ़ाने ओर विदेशी मुद्राबाजारमें स्थिरता लाने के लिए कई पहल किए.' अर्थव्यवस्था इस समय अधिक स्थिर: चिदंबरम नेकहा कि सरकार की ओर से उठाए गए कदमों की बदौलत दो साल पहलेके हालात के मुकाबले अर्थव्यवस्था इस समय अधिक स्थिर है और चालू वित्त वर्षकी दूसरी छमाही में विकास दर अधिक रहेगी. वहीं तेलंगाना मुद्दे पर भारी हंगामेऔर नारेबाजी के बीच चिदंबरम ने लोकसभा में 2014-15 का अंतरिम बजट पेश करतेहुए कहा कि, '2013-14 की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद में गिरावट कोकाबू में कर लिया जाएगा और दूसरी तिमाही में वृद्धि चक्र बदलेगा 2013-14 कीतीसरी तथा चौथी तिमाही में कम से कम 5. 2 प्रतिशत की वृद्धि दर रहेगी.' उन्होंने कहा कि, 'यूपीए सरकार की पिछले 10 साल की सकल घरेलू उत्पाद वृद्धिपिछले 33 वर्षों की 6.2% की वृद्धि से उपर है. यूपीए-1 में यहवृद्धिदर 8.4% थी जबकि यूपीए-2 में 6. 6%.' चिदंबरम ने कहाकि, '2014-15 में अनुमानित योजना व्यय 5, 55, 322 करोड़ रुपए है.यह लगभगपिछले वर्ष के बराबर है. गैर योजना व्यय में मामूली वृद्धि की गई है और यह 12, 07, 892 करोड़ रुपए अनुमानित है. उन्होंने बताया कि, '2013-14 के लिएवित्तीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद के 4.6% पर नियंत्रित कर लिया जाएगाऔर 2014-15 में यह 4.1% रहेगा. अंतरिम बजट में नया कर नहीं: चिदंबरम ने आम चुनावों से पहले अंतरिम बजट पेश करते हुए कोई नया कर नहींलगाया और देश में विनिर्माण गतिविधियों को गति देने तथा घरेलू मांग बढानेके उद्देश्य से कार,मोबाइल, फ्रिज और एयरकंडिशनर को सस्ता करने की घोषणाकी. चिदंबरम ने भारी शोर शराबे के बीच वर्ष 2014-15 के लिए अंतरिम बजट पेशकिया. बजट में रक्षा व्यय में 10% की बढोतरी, एक रैंक एक पेंशन कोमंजूरी, शिक्षा ऋण में राहत देने, महिलाओं, अल्पसंख्यकों, अनुसूचित जाति केलिए विशेष प्रावधान की घोषणा की गई. चालू खाते का घाटा 45 अरब डॉलर रहने की संभावना: चिदंबरम ने कहा कि देश का चालू खाते का घाटा(सीएडी) मौजूदा वित्त वर्षमें 45 अरब डॉलर रहेगा जो 2012-13 के रिकार्ड उच्च स्तर से काफी नीचे है. चिदंबरम ने संसद में पेश अंतरिम बजट में कहा कि, 'सीएडी चालू वित्त वर्ष में 45 अरब डॉलर रहेगा जो पिछले साल 88 अरब डॉलर पहुंच गया था.' वित्त मंत्रीने यह भी कहा कि चालू वित्त वर्ष की समाप्ति तक विदेशी मुद्रा भंडार मेंलगभग 15अरब डॉलर की वृद्धि की उम्मीद है. वित्त वर्ष 2013-14 के पहले छहमहीने(अप्रैल-सितंबर) में सीएडी घटकर 26.9 अरब डॉलर(सकल घरेलू उत्पाद का 3.1%) रहा जबकि 2012-13 में यह 37.9 अरब डॉलर(जीडीपी का 4.5%) था. सरकार और रिजर्व बैंक दोनों ने सोने का आयात कम करने के लिए कई कदम उठाएहैं. पिछले वित्त वर्ष 2012-13 में सीएडी बढऩे का एक प्रमुख कारण था. चिदंबरम ने यह भी कहा कि देश का निर्यात 2013-14 में 326 अरब डॉलर तक पहुंचसकता है जो 2012-13 में 304.5 अरब डॉलर था. उन्होंने कहा कि निर्यात औरआयात दोनों में मजबूत वृद्धि की संभावना है. |
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